क्या आप जानते हैं कि आपका कद आपके स्वास्थ्य के बारे में बता सकता है। कद और उसकी सेहत का आनुपातिक रिश्ता है। क्या आप जानते है कि लंबे लोगों की अपेक्षाकृत छोटे कद के लोगों को कहीं अधिक मानसिक और शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वे सामान्य कद के लोगों की तुलना में कहीं अधिक स्वास्थ्य जटिलताओं का सामना करते हैं।

छोटे बनाम लंबे के लोगों का स्वास्थ्य
लंबे कद के लोगों के लिए खुशखबरी है। हाल में हुए एक शोध में पाया गया है कि लंबे कद के लोगों को दिल के रोग, खासतौर पर कोरोनरी हार्ट डिजीज (सीएचडी) का खतरा सामान्य की अपेक्षा 30 प्रतिशत कम होता है। अमेरिका के मेनोपॉलिस हार्ट इंस्टिट्यूट फाइंडेशन के शोधकर्ताओं का मानना है कि लंबे कद के लोगों में कोरोनरी आर्टीज कैल्शियम (सीएसी) मौजूद है जो उन्हें दिल के रोगों से बचाने में मदद करता है। कोरोनरी आर्टी कैल्शियम कोरोनरी हार्ट डिजीज के रोगियों में दिल के दौरे का संकेत देने में काफी सहायक माना जाता है।
लंबे कद के लोगों को सीएचडी का रिस्क कम होता है। औसत से अधिक लंबे या कम लंबे पुरुषों में अवसाद की समस्या का खतरा ज्यादा होता है। एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी में ऐसे जीन की पहचान की गई जो कद और बुद्धिमता दोनों को प्रभावित करता है। द स्कॉट्समैन की रिपोर्ट के मुताबिक, औसत से छोटे कद वाले लोगों में लंबे कद के लोगों की तुलना में आइक्यू लेवल काफी कम होता है। छोटे इंसानों के जीन ज्यादा रक्षात्मक होते हैं। इस कारण उनके शरीर का आकार तो छोटा होता है, लेकिन जिदंगी लंबी हो जाती है।
छोटे कद के इंसानों के खून में चीनी की मात्रा कम रहती है और उन्हें कैंसर होने का भी खतरा कम होता है। शरीर का आकार 'एफओएक्सओ3' नाम के एक जीन पर निर्भर करता है जो लगभग सभी प्रजातियों में दीर्घजीवन के लिए भी जरूरी है। लंबे कद वाली महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर के प्रति अधिक सचेत रहना चाहिए क्योंकि उन्हें इसका खतरा अधिक होता है।हौलैंड के कुछ वैज्ञानिकों ने अपने शोध के आधार पर माना है कि लंबे कद वाली महिलाओं का शारीरिक विकास कम उम्र से ही तेजी से होता है जिस वजह से उनके हार्मोन्स में बदलाव भी तेजी से होता है। इससे उन्हें ब्रेस्ट कैंसर की आशंका अधिक रहती है।
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छोटे कद का कारण
यूनिवर्सिटी ऑफ हेलसिंकी के शोधकर्ताओं के अनुसार पुरुषों और महिलाओं के छोटे कद के पीछे एक्स क्रोमोजोम जिम्मेदार है। शोधकर्ताओं ने आईटीएम2ए नामक जीन को लंबाई बढ़ने से संबंधित माना है। शोधकर्ताओं ने इसे छोटे कद के लिए भी जिम्मेदार माना है। इतना ही नहीं, शोध में यह भी पाया गया है कि महिलाओं में दो एक्स क्रोमोजोम होते हैं यानी उनमें मौजूद आईटीएम2ए जीन भी दोगुना होता है, इसलिए महिलाएं औसतन पुरुषों से कद में छोटी होती हैं।
कद का आनुवंशिकी निर्धारण में अहम भूमिका है और पिछले साल कद निर्धारण करने वाले डीएनए में काफी संख्या में इसकी पहचान भी हुई थी।
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