नहाने या फिर पानी में तैरने के दौरान अक्सर हमारे कानों में पानी चला जाता है। खासतौर पर गर्मियों के सीजन में काफी समय तक नहाने की वजह से कान में पानी चला जाता है। अगर कुछ कारणों से कान से पानी नहीं निकलता या फिर कान में पानी फंस जाता है, तो ऐसी स्थिति में कान में काफी ज्यादा परेशानी होती है। इस वजह से आपके बाहरी कान और ईयर कैनाल में जलन, सूजन और संक्रमण जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस परेशानी को स्वीमर्स ईयर या ओटिटिस एक्सटर्ना (Otitis Externa) कहते हैं। इस बारे में नोएडा स्थित हीलिंग केयर के ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर अंकुर गुप्ता का कहना है कि स्वीमर्स ईयर बैक्टीरिया युक्त पानी के संपर्क में आने से होता है। इसके कारण कान की बाहरी नली में सूजन और संक्रमण बढ़ने लगता है। यह समस्या उन लोगों में ज्यादा होती है, जो स्विमिंग पूल में बार-बार नहाते हैं। चलिए जानते हैं स्वीमर्स ईयर के बारे में विस्तार से-
स्वीमर्स ईयर के लक्षण (Swimmer's Ear Symptoms)
स्वीमर्स ईयर से ग्रसित होने पर आपको निम्न लक्षण दिख सकते हैं। जैसे-
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- कान में दर्द (दर्द कान में पानी जाने के एक दो दिन बाद भी शुरू हो सकता है।)
- कान को छूने या खींचने पर दर्द
- खाना खाते वक्त कान में दर्द
- कान की नली में खुजली
- कान की नली में सूजन होना।
- कान बंद जैसा महसूस होना।
- कान का बाहरी हिस्सा लाल होना।
- कान की नली में मवाद होना। (इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से अपनी सलाह लें।)
स्वीमर्स ईयर का कारण (Swimmer's Ear Causes)
कई संक्रमण से बचाव करने में कान स्वयं खुद की मदद करता है। कान की नली में मौजूद ग्रंथियों द्वारा वैक्स बनता है। कान का वैक्स पानी से बचाव के लिए कान की नली में एक परत को तैयार करता है, जिससे पानी के संक्रमण से बचाव किया जा सके। कान की इस परत में एसिड और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो कान में बैक्टीरिया को पनपने नहीं देते हैं। लेकिन जब यह परत सही ढंग से कार्य नहीं कर पाती है, तो कान में पानी जाने के कारण स्वीमर्स ईयर हो सकता है।
स्वीमर्स ईयर तब होता है, जब कान में नमी ज्यादा होती है। जैसे- कान में काफी पसीना होना, बारिश में भीगना इत्यादि।
कान में संक्रमण तब होता है, जब बैक्टीरिया रोकने का रोग प्रतिरोधक क्षमता हावी हो जाता है। इस वजह से कान अपना बचाव नहीं कर पाता है, जिसकी वजह से कान में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं।
नहाने के बाद कान की सफाई न करने से भी आपको स्वीमर्स ईयर की समस्या हो सकती है।
कैसे किया जाता है स्वीमर्स ईयर का इलाज (Swimmer's Ear Treatment)
स्वीमर्स ईयर का कई तरीकों से इलाज किया जा सकता है। इसके लिए कुछ डॉक्टर्स आपको दर्द निवारक दवाई कान में डालने की सलाह दे सकते हैं। इसके अलावा कुछ दवाइयां भी दे सकते हैं। कान में लगाने के लिए कुछ क्रीम भी दिया जा सकता है।
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स्वीमर्स ईयर से कैसे करें बचाव (Swimmers Ear Prevention)
- स्वीमर्स ईयर से बचाव के लिए तैराकी करने के बाद अपने सिर को एक ओर झुकाएं।
- कान में पानी जाने पर अपने मुंह को चबाते हुए एक तरफ झुकें। इससे कुछ मिनटों के बाद कान से सारा पानी निकल जाएगा।
- कान में पानी जाने पर अपने दोनों कान को उंगलियों से बंद करें और धीरे-धीरे सांस बाहर की ओर खींचे और छोड़ें। ध्यान रखें कि सावधानी के साथ और जोर से न करें। इससे कान से पानी निकल जाएगा।
- अगर इस तरीकों से कान से पानी न निकले, तो डॉक्टर से पास जाएं। इससे आपकी समस्या नहीं बढ़ेगी।
स्वीमर्स ईयर की समस्या आप इन तरीकों से कम कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि कान में गंदे पानी को न जाने दें। अगर आप स्वीमिंग कर रहे हैं, तो सावधानी पूर्वक स्वींमिंग करें। बारिश के पानी से कान का बचाव करें। ताकि आप कान में फैल रहे संक्रमण से बचाव कर सकें।
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