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क्या सूजी से शिशु का वजन बढ़ सकता है? एक्सपर्ट से जानें किस उम्र में दें, कैस दें और किन बातों का रखें ध्यान

Suji for baby weight gain: अक्सर नए माता-पिता अपने बच्चे के वजन को लेकर परेशान रहते हैं। उन्हें लगता है कि उनके बच्चे का वजन ही नहीं बढ़ रहा है। ऐसे में सूजी का सेवन कैसे वजन बढ़ाने में मदद कर सकता है। आइए, जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
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क्या सूजी से शिशु का वजन बढ़ सकता है? एक्सपर्ट से जानें किस उम्र में दें, कैस दें और किन बातों का रखें ध्यान

Suji for baby weight gain: नए माता-पिता के लिए बच्चे का वजन न बढ़ना, कई बार परेशान करने वाली बात होती है। उन्हें लगता है कि उनके बच्चे का वजन बढ़ क्यों नहीं रहा जबकि वो इसके लिए काफी मेहनत कर रहे हैं। माता-पिता अपने बच्चे का वजन बढ़ाने के लिए उन्हें केला, दूध और तरह-तरह की चीजे खिलाते हैं, लेकिन आज हम जानेंगे कि क्या सूजी से शिशु का वजन बढ़ सकता है। अगर हां, तो अपने बच्चे को कैसे खिलाएं, ये कैसे फायदेमंद है और जानते हैं इन तमाम चीजों के बारे में Suparna Mukherjee, Clinical Nutrition & Dietetics, Narayana Health City, Bengaluru से।

क्या सूजी से शिशु का वजन बढ़ सकता है-Does Suji for baby weight gain in hindi

Suparna Mukherjee, बताती हैं कि सूजी या रवा के नाम से भी जाना जाता है, अपने कार्बोहाइड्रेट तत्व के कारण शिशु के वजन बढ़ाने के लिए एक अच्छा भोजन हो सकता है, जो ऊर्जा प्रदान करता है। यह पचाने में भी अपेक्षाकृत आसान है। लेकिन, बच्चे को सूजी देने के लिए उसकी सही उम्र जानना और सही तरीका जानना बेहद जरूरी है। क्या है, जानते हैं इस बारे में विस्तार से।

कब और किस उम्र में दें शिशु को पहली बार सूजी-At What Age to Give

जब बच्चा 6 से 7 महीने की उम्र का होता है तो आप उन्हें सूजी देना शुरू कर सकते हैं। हालांकि, आप अपने बच्चे को तब भी सूजी दे सकते हैं जब वे अन्य ठोस खाद्य पदार्थों को खाना शुरू कर देते हैं। इस उम्र के आसपास शुरू करने से उनके पाचन तंत्र को समायोजित होने का मौका मिलता है। बच्चे धीमे-धीमे इसे खाने लगते हैं तो उनका पेट इसके लिए तैयार हो जाता है। पर ध्यान रखें कि बच्चे को यह धीमे-धीमे दें। किसी भी एलर्जी या पाचन संबंधी समस्याओं का निरीक्षण करने के लिए कम मात्रा से शुरू करें।

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बच्चे को सूजी कैसे दें-How to Give Suji to baby

सूजी का दलिया बनाकर खिलाएं (Rava Porridge/Sheera)

आप अपने बच्चे को सूजी का दलिया बनाकर खिला सकते हैं। यह बच्चों को सूजी देने का सबसे आम और आसानी से पचने वाला तरीका है। इसे बनाने के लिए आप इन टिप्स की मदद ले सकते हैं। जैसे कि

  • -एक पैन में 1-2 बड़े चम्मच बारीक सूजी को धीमी आंच पर तब तक भूनें जब तक कि यह हल्का सुनहरा और खुशबूदार न हो जाए।
  • -इसमें लगभग 1/2 से 1 कप गर्म पानी या ब्रेस्ट मिल्क या फॉर्मूला मिल्क धीरे-धीरे डालें, गांठों से बचने के लिए लगातार हिलाते रहें।
  • -धीमी आंच पर तब तक पकाएं जब तक यह गाढ़ा होकर चिकना और पतला न हो जाए।
  • -आप स्वाद के लिए एक चुटकी इलायची पाउडर भी डाल सकते हैं।
  • -एक साल से कम उम्र के बच्चों के लिए, चीनी या नमक न डालें। अगर आपका बच्चा बड़ा है, तो आप मिठास के लिए थोड़ा सा फ्रूट प्यूरी जैसे केला या सेब मिला सकते हैं। एक साल से ज्यादा उम्र के बच्चों के लिए, आप जरूरत पड़ने पर थोड़ी मात्रा में गुड़ या चीनी मिला सकते हैं।
  • -हेल्दी फैट और स्वाद के लिए एक चम्मच घी डालें।

वजन बढ़ाने के लिए सूजी बनाते समय इन बातों का रखें ख्याल

  • -आप इसमें सब्जियां मिला सकते हैं। आप गाजर, मटर या शकरकंद जैसी प्यूरी की हुई या बारीक कद्दूकस की हुई और पकी हुई सब्जियां दलिया में मिला सकते हैं।
  • -आप प्राकृतिक मिठास और अतिरिक्त पोषक तत्वों के लिए केला, सेब या खजूर जैसे प्यूरी किए हुए फल मिलाए जा सकते हैं।
  • -8 महीने से बड़े बच्चों के लिए आप एक चुटकी बारीक पिसा हुआ बादाम या अखरोट का पाउडर इसमें मिला सकते हैं।
  • -पानी के बजाय आप ब्रेस्ट मिल्स या फॉर्मूला दूध का उपयोग करने से अधिक कैलोरी और पोषक तत्व मिलते हैं। एक वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए, आप गाय के दूध का उपयोग कर सकते हैं।
  • -सुनिश्चित करें कि दलिया चिकना और गांठ रहित हो, खासकर छोटे बच्चों के लिए।

ध्यान रखने वाली बातें:

-तीन-दिवसीय नियम (Three-Day Rule): पहली बार सूजी शुरू करते समय, तीन-दिवसीय नियम का पालन करें। लगातार तीन दिनों तक थोड़ी मात्रा दें और एलर्जी के किसी भी लक्षण, जैसे कि दाने, उल्टी, दस्त या सांस लेने में कठिनाई के लिए बच्चों को चेक करते रहें।
-ग्लूटेन संवेदनशीलता चेक करें (Gluten Sensitivity): सूजी में ग्लूटेन होता है। अगर आपके बच्चे को ग्लूटेन एलर्जी है या यदि सीलिएक रोग का पारिवारिक इतिहास है, तो सूजी शुरू करने से पहले अपने बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें।

जबकि सूजी वजन बढ़ाने में योगदान दे सकती है, इसे संतुलित आहार का हिस्सा होना चाहिए जिसमें फल, सब्जियां, प्रोटीन और स्वस्थ वसा शामिल हों। सूजी मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट है। इसे अधिक पौष्टिक बनाने के लिए इसे हमेशा अन्य पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों जैसे सब्जियां, फल और दूध के साथ मिलाएं।

अगर संभव हो, तो कीटनाशकों के संपर्क को कम करने के लिए ऑर्गेनिक सूजी का विकल्प चुनें। पकाने से पहले सूजी को भूनने से इसका स्वाद बढ़ जाता है और इसे पचाना आसान हो जाता है। सुनिश्चित करें कि पकी हुई सूजी में कोई गांठ न हो, ताकि गले में अटकने का खतरा न हो। शिशु आहार में चीनी और नमक डालने से बचें, खासकर एक साल से कम उम्र के बच्चों के लिए। अपने क्लिनिकल डाइटिशियन या बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह लें। अपने बच्चे के आहार में कोई भी नया भोजन शामिल करने से पहले हमेशा अपने क्लिनिकल डाइटिशियन से सलाह लें, खासकर अगर आपको एलर्जी है। इन दिशानिर्देशों का पालन करके, आप संतुलित पोषण सेवन के हिस्से के रूप में स्वस्थ वजन बढ़ाने में सहायता के लिए अपने बच्चे के आहार में सुरक्षित और प्रभावी रूप से सूजी को शामिल कर सकते हैं।

FAQ

  • बच्चों का तेजी से वजन बढ़ाने के लिए क्या करें?

    बच्चों का वजन बढ़ाने के लिए आप उन्हें आलू खिला सकते हैं। शकरकंद खिला सकते हैं और उन्हें ओट्स व केला भी खिला सकते हैं। इससे बच्चों का वजन बढ़ता है और बच्चे हेल्दी रहते हैं।
  • क्या बच्चे रोज आम खा सकते हैं?

    पहले तो 1 साल से कम उम्र के बच्चे को आम खिलाने से बचें। इसके अलावा आप अपने बच्चे को रोज आम खिलाने से बचें। इससे बच्चे का पेट खराब हो सकता है या उसे कोई नुकसान हो सकता है।
  • बच्चे को ठोस आहार कब देना चाहिए?

    बच्चे को ठोस आहार देने से पहले आपको डॉक्टर से पूछ लेना चाहिए। हालांकि, 6 महीने से कम उम्र के बच्चे को ठोस आहार देने से बचें लेकिन, 1 साल तक के बच्चे को ठोस आहार खिला सकते हैं।

 

 

 

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