जानें कैसे टाइप 2 डायबिटीज के रोगियों की सुनने की क्षमता होती है प्रभावित

डायबिटीज ऐसी बीमारी है जिसके कारण शरीर के दूसरे अंग भी प्रभावित होते हैं, यह सबसे अधिक आंखों को प्रभावित करता है, लेकिन क्‍या आप जानते हैं इससे सुनने की क्षमता भी कम होती है, विस्‍तार से जानने के लिए इस लेख को पढ़ें।
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जानें कैसे टाइप 2 डायबिटीज के रोगियों की सुनने की क्षमता होती है प्रभावित


हाल ही में हुए एक शोध की मानें तो टाइप 2 डायबीटिज सुनने की क्षमता को खोने की आशंका को और अधिक बढ़ा देता है। इस रिसर्च में ब्लड शुगर से पीड़ित मरीजों के सुनने की क्षमता का टेस्ट किया गया था। अध्ययनकर्ताओं ने डायबीटिज और सुनने की क्षमता के खोने के बीच में लिंक खोजने की कोशिश की। फिर भी अभी भी आगे दूसरी रिसर्च ये कन्फर्म करने लिए बाकी है कि सुनने की क्षमता कम होने और ब्लड शुगर की बीमारी होने में क्या संबंध है। ऐसा न्यूयॉर्क सिटी में स्थित न्यूयॉर्क डाउनस्टेट मेडिकल सेंटर के स्टेट यूनीवर्सिटी की टीम ने कहा है।

टाइप 2 डायबिटीज़

टाइप 2 डायबिटीज़ एक गंभीर शुगर की बीमारी है जिसे नॉनइंसुलिन या एडल्ट-ऑनसेट डायबिटीज़ के नाम से भी जाना जाता है। इसमें शरीर के ईंधन के मुख्य स्रोत शर्करा (ग्लूकोज़) के मेटाबोलाइज़ होने का तरीका प्रभावित होता है। टाइप  2 डायबिटीज़ में, शरीर इंसुलिन (शर्करा को कोशिकाओं में प्रवेश करने देने वाला हार्मोन) के प्रभावों का प्रतिरोधी हो जाता है। कई बार शरीर ग्लूकोज़ के सामान्य स्तर को बनाए रखने के लिए पर्याप्त इंसुलिन उत्पन्न नहीं कर पाता। बिना उपचार के जानलेवा हो जाता है।

डायबीटिज

 

लेकिन नई रिसर्च और अधिक चेताने वाली

ये हर कोई जानता है वर्तमान जीवनशैली की चपेट में बच्चे भी आ गए हैं। पहले साधारण तौर पर टाइप 2 डायबिटीज़ व्यस्कों की बीमार मानी जाती थी। लेकिन पिछले कुछ सालों से इसके लक्षण बच्चों में भी देखने में मिले हैं। बच्चों में बढ़ते मोटापे के कारण वो टाइप 2 डायबिटीज़ से प्रभावित हो सकते हैं। लेकिन हाल ही में आई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि  टाइप  2 डायबिटीज़ से सुनने की क्षमता में भी कमी आती है।

यूनाइटेड स्टेट की स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ असिस्टेंट ऑफिसर एलिजाबेथ हेल्जनर ने कहा है कि "डायबीटिज और हियरिंग लॉस के बीच कनेक्शन कई रिसर्च में दिखें, लेकिन सबमें नहीं।" इसमें साथ में जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि, "सुनने की क्षमता में कमी और अन्य कारणों को सही तरीके से परिभाषित करने में कमी की वजह से इस स्टडी की डायरेक्ट दूसरे स्टडी से तुलना करना थोड़ा कॉम्पलीकेटेड हो सकता है।"

डेफनेस और दूसरे कम्युनिकेशन डिसऑर्डर के यू.एस. नेशनल इंस्टीट्यूट के अनुसार, आमतौर पर 16 फीसदी अमेरिकी एडल्ट्स में हियरिंग लॉस के लक्षण देखे गए हैं जिनमें से ज्यादा एडल्ट्स की उम्र 75 साल से अधिक है।

अध्ययनकर्ताओं के अनुसार डायबीटिज और उम्र के अलावा हियरिंग लॉस के कारणों में डिप्रेशन, एनक्साइटी, मेंटल डिक्लाइन, सोशल आइसोलेशन आदि भी शामिल है।

नोट - स्टडी के अनुसार डीयबीटिज सुनने की क्षमता में कमी आने का कारण बन सकती है। डायबीटिज के मरीजों को ब्लड शुगर टेस्ट करने की हिदायत दी जाती है। लेकिन डायबीटिज और हियरिंग लॉस एक-दूसरे कैसे कनेक्ट हैं, इसका कारण अब तक पता नहीं चला है।

 

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