एक नए शोध से पता चला है कि स्टेम कोशिका पर आधारित जीन उपचार त्वचा संबंधी बीमारी या त्वचा में होने वाली गांठ आदि को ठीक करने में मददगार साबित होता है।
शोधकर्ताओं के अनुसार अब तक एपिडर्मोलिसिस बुलोजा (ईबी) जैसे आनुवंशिक समस्या वाले रोग का उपचार मौजूद नहीं था, लेकिन इस प्रकार का जीन उपचार इस समस्या का समाधान हो सकता है।
इटली की यूनिवर्सिटी ऑफ मोडेना और रेगियो एमिलिया के शोधकर्ताओं ने एपिडर्मोलिसिस बुलोजा (ईबी) से जूझ रहे मरीजों, जिनका जीन उपचार किया गया था, की जांच और विश्लेषण किया।
इस विश्लेषण के बाद उन्होंने पाया कि उन मरीज के पैरों में प्रत्यारोपित की गई त्वचा की स्टेम कोशिका ठीक प्रकार से काम कर रही हैं और इसका कोई साइड इफैक्ट भी नहीं हो रहा।
इस शोध के लेखक मिचेले डी. लुका ने कहा "इस खुलासे ने एपिडर्मोलिसिस बुलोजा (ईबी) और अन्य आनुवंशिक त्वचा रोग के जीन एवं कोशिका उपचार के लिए भविष्य में एपिडर्मल स्टेम कोशिका के सुरक्षित प्रयोग का रास्ता खोल दिया है।"
इस शोध में शोधकर्ताओं ने मरीज की हथेली से स्टेम कोशिका को इक्कट्ठा किया, और इसमें आनुवंशिक गड़बड़ियों को ठीक कर, ऊपरी पैर में प्रत्यारोपित कर दिया। इसके बाद मरीज का ऊपरी पांव सामान्य दिख रहा था और इसमें रोग के लक्षण नहीं थे और इसमें किसी गांठ के बनने के लक्षण भी नहीं दिख रहे थे।
Source: health.india