कैंसर एक गंभीर समस्या है, जिसके मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कैंसर के कारण हर साल लाखों लोगों की मौत होती है। इस रोग के बढ़ने पर इसकी रोकथाम करना कई बार मुश्किल हो जाता है। खराब लाइफस्टाइल और गलत आदतों के चलते कैंसर की समस्या बढ़ती है। हाल ही में जर्नल साइंस एडवांसेस (journal Science Advances) में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक धूम्रपान करने की लत कैंसर के इलाज को और मुश्किल बना सकती है।
धूम्रपान से आती है कैंसर के इलाज में बाधा
वैज्ञानिकों के मुताबिक धूम्रपान करने की आदत कैंसर के जोखिम बढ़ाने के साथ ही कैंसर को रोकने के लिए लड़ने वाले प्रोटीन्स को नष्ट कर सकती हैं। इससे कैंसर का जोखिम और ज्यादा बढ़ जाता है। धूम्रपान करने से शरीर में धीरे-धीरे ये प्रोटीन खत्म होने लगता है, जिससे कैंसर का उपचार ठीक तरह से नहीं हो पाता है।
डीएनए में होता है बदलाव
इससे डीएनए में भी बदलाव देखने को मिल सकते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ टोरेंटो के पीएचडी के छात्र के मुताबिक स्मोकिंग करने से डीएनए में बदलाव होता है, जो ट्यूमर या फिर कैंसर को रोकने वाले प्रोटीन या फिर सेल्स को धीरे-धीरे कम करने लगता है। जिससे यह समस्या कम होने के बजाय धीरे-धीरे और भी ज्यादा बढ़ सकती है। यह कैंसर ठीक नहीं होने का कारण बनने के साथ ही साथ अन्य कई गंभीर समस्याओं का भी कारण बन सकता है।
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स्मोकिंग करने के नुकसान
- स्मोकिंग करने की आदत कैंसर के जोखिम को तेजी से बढ़ाती है। इससे मुंह और फेफड़ों का कैंसर हो सकता है।
- स्मोकिंग करने से डायबिटीज और ब्लड प्रेशर बढ़ने का भी जोखिम रहता है।
- इससे फेफड़ों में दूषित कण चले जाते हैं, जिससे कई बार सांस लेने में भी कठिनाई हो सकती है।
- तंबाकू करने से कई बार लकवा या फिर पैरालिसिस जैसी समस्या भी हो सकती है।
- इससे हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर के साथ ही कोरोनरी आर्टरी डिजीज का भी खतरा बढ़ता है।