दफ्तर में काम पर भारी पड़ रही है नींद

एक सर्वे के अनुसार बड़ी संख्या में लोग दफ्तर में झपकियां लेते हैं। इस सर्वे में कुछ और भी रोचक तथ्य सामने आए। ख़बर को पढ़ें और जानें।
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दफ्तर में काम पर भारी पड़ रही है नींद


ब्रिटेन की एक कंपनी द्वारा किए एक सर्वे के अनुसार घर और ऑफिस के काम और भागदौड़ की थकान के चलते लोग दफ्तर की टेबल पर ही उबासियां लेने लगते हैं।

Sleep During Office2,000 लोगों पर हुए इस सर्वे में तकरीबन एक तिहाई लोगों ने माना कि वे ऑफिस में थोड़ी देर के लिए झपकी लेते हैं। साथ ही इस सर्वे से कुछ संबंध में निम्न कुछ रोचक तथ्य भी सामने आए।

 

  • 22 प्रतिशत कर्मचारी दफ्तर में 10 मिनट से लेकर 1 घंटे तक का समय सोकर के गुजारते हैं।
  • 18 प्रतिशत कर्मचारी अपनी दफ्तर की टेबल पर झपकी लते हैं। और 10 में से 1 मीटिंग रूम ही सो जाते हैं।
  • 32 प्रतिशत लोग अपनी नौकरी से नाखुश होने की वजह से दफ्तर में झपकियां लेते हैं।
  • 58 प्रतिशत पुरुषों के मुकाबले 70 प्रतिशत महिलाएं दफ्तर के समय में उबासियां लेती हैं।

 

 

इस सर्वे में भाग लेने वाले लोगों ने बताया कि सुबह से ही काम शुरू कर देने के कारण से वे जल्ही ही थक जाते हैं और उबासियां आने लगती हैं। बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने 45 मिनट तक ऊंघने और उबासियां लेने की बात कही। ज्यादातर कर्मियों ने बताया कि बुधवार को, दफ्तर में उन्हें सबसे ज्यादा नींद आती है।

 



शोधकर्ताओं ने बताया कि यदि कर्मियों का मूड अच्छा हो तो वे ऑफिस में ज्यादा चुस्त रहते हैं और उनका काम करने में भी मन अधिक लगता है। वहीं 52 प्रतिशत कर्मचारियों ने बताया कि जब वे उत्साहवर्धक और हंसी भरे माहौल और लोगों के बीच काम करते हैं तो उन्हें दफ्तर में कम थकान होती है और वे ऊंघते भी नहीं हैं। एस सर्वे में शामिल लगभग 63 प्रतिशत कर्मियों ने बताया कि उन्हें दोपहर के खाने के बाद नींद आती ही है।

 



लगभग 33 प्रतिशत कर्मचारियों ने बताया कि एक रात पहले पी शराब के कारण वे अगले दिन दफ्तर में थका हुआ महसूस करते हैं और सो जाते हैं।  इस हिसाब से कर्मचारी पूरे साल में लगभग 24 दिन का समय यूं ही सोकर बर्बाद कर देते हैं।

 

 

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