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PCOS Symptoms: बार-बार चेहरे पर एक्ने होना PCOS का हो सकता है संकेत, जानें इसके अन्य लक्षण

PCOS के कारण आपकी स्किन भी डैमेज हो सकती है, जिससे चेहरे का निखार भी कम हो सकता है। आइए जानते हैं PCOS के कारण क्या-क्या लक्षण चेहरे पर नजर आते हैं? 
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PCOS Symptoms: बार-बार चेहरे पर एक्ने होना PCOS का हो सकता है संकेत, जानें इसके अन्य लक्षण

पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम (PCOS) हार्मोन से जुड़ी बीमारी है, जिसके कारण महिलाओं की ओवरी प्रभावित होती है और उसका आकार बढ़ जाता है। PCOS होने पर महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं और उन्हें कई शारीरिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है। लेकिन क्या आपको पता है PCOS से पीड़ित महिलाओं की स्किन पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। कई महिलाएं पीसीओएस के कारण चेहरे पर एक्ने और पिग्मेंटेशन जैसी स्किन से जुड़ी समस्याओं का अनुभव करती हैं। ऐसे में पीसीओएस को लेकर महिलाओं के मन में कई तरह के सवाल होते है, जैसे पीसीओएस चेहरे पर कैसा दिखता है, क्या पीसीओएस से चेहरे पर सूजन आ सकती है, क्या पीसीओएस आपके चेहरे को काला कर देता है? अगर आप भी स्किन से जुड़ी समस्याओं के कारण परेशान रहते हैं, तो आइए होम्योपैथ और न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. स्मिता भोईर पाटिल से जानते हैं PCOS के कारण क्या-क्या लक्षण चेहरे पर नजर आते हैं, (Pcos Symptoms On Skin) जिससे आप इसकी पहचान कर सकें। 

चेहरे पर नजर आने वाले PCOS के लक्षण क्या हैं? 

  • चेहरे के बाल और शरीर के घने बालों को हर्सुटिज्म कहते हैं। यह शरीर में एंड्रोजन हार्मोन के बढ़ने के कारण होता है। 

  • गर्दन, बगल और भीतरी जांघों का काला पड़ना एकेंथोसिस निग्रिकन्स कहलाता है, जो यह इंसुलिन रेजिस्टेंस का संकेत है।
  • गर्दन और अंडरआर्म्स के आसपास स्किन टैग इंसुलिन रेजिस्टेंस का संकेत है, जो PCOS के कारण होता है। 
  • शरीर में एंड्रोजन हार्मोन के स्तर के बढ़ने के कारण चेहरे के निचले हिस्स में एक्ने निकलने की समस्या बढ़ जाती है। 
  • त्वचा का असमान रंग या पिग्मेंटेशन, PCOS के कारण (Can PCOS Affect Your Face) शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण होता है। 
  • PCOS होने पर कोर्टिसोल और एस्ट्रोजन के बढ़ने के कारण चेहरे पर ब्लड फ्लो बढ़ जाता है, जिससे चेहरे लाल होने लगता है। 

PCOS में किन पोषक तत्वों का सेवन करें? 

  • इनोसिटोल इंसुलिन और हार्मोन के असंतुलन को कंट्रोल करने में मदद करता है।
  • ओमेगा-3 फैटी एसिड PCOS के कारण शरीर में होने वाली सूजन को कम करता है और इंसुलिन सेंसिटिवीटी में सुधार करता है।
  • विटामिन डी हार्मोन को संतुलित करता है और अंडाशय के कार्य को बढ़ावा देता है। 
  • मैग्नीशियम PCOS के कारण शरीर में होने वाली ऐंठन को कम करता है और इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करता है।
  • जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन इम्यूनिटी मजबूत करने और हार्मोन को संतुलित करने में फायदेमंद है। 

PCOS होने पर डाइट में क्या बदलाव करना चाहिए? 

  • PCOS से पीड़ित महिलाएं साबुत और बिना प्रोसेस किए हुए खाद्य पदार्थों का सेवन करें। 
  • फाइबर युक्त सब्जियां और फलों को डाइट में शामिल करें। 
  • मछली, चिकन और फलियां जैसे लीन प्रोटीन खाएं। 
  • एवोकाडो, नट्स और सीड्स जैसे हेल्दी फैट चुनें। 
  • ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए चीनी और रिफाइंड कार्ब्स को सीमित करें।

PCOS से पीड़ित महिलाएं चेहरे पर नजर आने वाले इन लक्षणों को पहचानकर समय पर इस समस्या को दूर कर सकती हैं। इसके साथ ही हेल्दी डाइट और शारीरिक गतिविधियों की मदद से PCOS को कंट्रलो किया जा सकता है। 

Image Credit: Freepik

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