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संकेत जो बताते हैं कि आपको डिजिटल डिटॉक्स की जरूरत है, जानें एक्सपर्ट से

ज्यादातर लोग सुबह से शाम तक स्क्रीन देख रहे होते हैं, जिसके कारण लोगों में स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं बढ़ सकती हैं। ऐसे में आइए लेख में जानें जानें इन लक्षणों के बारे में जो बताते हैं कि आपको डिजिटल डिटॉक्स जरूरी है? 
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संकेत जो बताते हैं कि आपको डिजिटल डिटॉक्स की जरूरत है, जानें एक्सपर्ट से

Signs You Need A Digital Detox In Hindi: आज के समय में ज्यादातर लोग अपने दिन की शुरुआत मोबाइल के साथ करते हैं और फिर पूरा दिन काम, एंटरटेनमेंट और लोगों से बात करने के लिए अलग-अलग लैपटॉप या अन्य स्क्रीन या डिजिटल चीजों का इस्तेमाल करते हुए निकल जाता है। जिसके कारण लोगों को कई बार स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में कई बार लोगों में कुछ लक्षण दिखाई देते हैं, जो आपको संकेत देते हैं कि आपको डिजिटल डिटॉक्स की जरूरत है। आइए नोएडा के मेट्रो अस्पताल के क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट और मनोचिकित्सक के कंसल्टेंट डॉ. मनीषा सिंघल (Dr. Manisha Singhal, Consultant - Clinical Psychologist & Psychotherapist, Metro Hospital, Noida) से जानें कि कैसे पता करें कि आपको डिजिटल डिटॉक्स की जरूरत है?

डिजिटल डिटॉक्स की जरूरत के संकेत - Signs You Need A Digital Detox In Hindi

सुबह उठते ही फोन चेक करना

आज के समय में ज्यादातर लोग मोबाइल और डिजिटल चीजों पर ज्यादा निर्भर रहते हैं। ऐसे में ज्यादातर लोग सुबह की शुरुआत फोन को चेक करने के साथ ही करते हैं। इसके कारण लोगों में स्ट्रेस और चिंता जैसी समस्याएं बढ़ती हैं। जबकि सुबह के समय ब्रेन को शांत रखने की जरूरत होती है।

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फोने के बिना बेचैनी महसूस होना

कई लोगों को फोन से दूर होने पर बैचेनी महसूस होने लगती है, तो यह संकेत है कि आपको डिजिटल डिटॉक्स की जरूरत है और आप डिजिटल चीजों पर अत्यधिक निर्भर हैं। इसके कारण बिना किसी कारण के लोगों को फोन के वाइब्रेट होने जैसा महसूस होता है, साथ ही, इन लोग को बार-बार फोन चेक करने की आदत होती है। इसके बिना कई बार लोगों को फोन के बिना फियर ऑफ मिसिंग आउट (FOMO) का डर होने लगता है। इसके कारण लोगों को स्ट्रेस और एंग्जायटी की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

सोशल मीडिया से मूड होता है प्रभावित

ज्यादातर लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल जरूरत से ज्यादा करते हैं, जिसका असर उनके मूड पर भी होता है। सोशल मीडिया का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करने से लोगों में स्ट्रेस बढ़ता है। इसके अलावा, लोगों को मूड स्विंग्स की समस्या भी होती है। ऐसे में सोशल मीडिया के ज्यादा इस्तेमाल से बचना चाहिए। इससे मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर होता है। ऐसे में शरीर को डिजिटल डिटॉक्स की जरूरत होती है।

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अनिद्रा की समस्या

अधिक सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने या ज्यादा स्क्रीन टाइम होने के कारण लोगों को नींद से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ज्यादा स्क्रीन टाइम या सोने से पहले फोन देखने के कारण इससे निकलने वाली ब्लू लाइट मेलाटोनिन हार्मोन के उत्पादन में बाधा डाल सकती है। जिसके कारण लोगों को नींद से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यह शरीर को डिजिटल डिटॉक्स की जरूरत का संकेत है। 

डिजिटल डिटॉक्स से क्या होता है? - What Happens With Digital Detox?

डिजिटल डिटॉक्स करना स्वास्थ्य के लिए कई तरीकों से फायदेमंद है। इससे दिमाग को शांत करने में मदद मिलती है, साथ ही, इससे स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं।

- डिजिटल डिटॉक्स करने से ब्रेन को शांत करने में मदद मिलती है, जिससे स्ट्रेस और चिंता को कम करने में मदद मिलती है, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

- डिजिटल चीजों से दूरी बनाने और डिजिटल डिटॉक्स करने से नींद की गुणवत्ता में सुधार करने और अनिद्रा जैसी समस्या से बचाव करने में मदद मिलती है, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

- डिजिटल डिटॉक्स करने से याददाश्त बेहतर करने में मदद मिलती है। कुछ समय के लिए स्मार्टफोन और कंप्यूटर का इस्तेमाल छोड़ने से ब्रेन को एक्टिव रखने, स्ट्रेस और चिंता जैसी मानसिक समस्याओं से बचाव करने में मदद मिलती है, जिससे ब्रेन की क्रिएटिव सोच को बढ़ावा देने और याददाश्त को बेहतर करने में मदद मिलती है।

निष्कर्ष

आज के समय में ज्यादातर लोग सोशल मीडिया, फोन और कंप्यूटर का अधिक इस्तेमाल करते हैं, जिसके कारण लोगों को आंखों के कमजोर होने, स्ट्रेस बढ़ने और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में अनिद्रा, सुबह उठते ही फोन चेक करना, फोन के बिना बैचेनी महसूस होने और अधिक स्क्रीन टाइम या सोशल मीडिया के इस्तेमाल से लोगों को मूड खराब होने की समस्या होती है, जो संकेत है कि आपके शरीर को डिजिटल डिटॉक्स की जरूरत है।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • डिजिटल डिटॉक्स क्या है?

    एक समय के लिए स्मार्टफोन, टैबलेट, कंप्यूटर जैसे डिजिटल उपकरणों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जानबूझकर दूरी बनाने और लोगों से जुड़ने को डिजिटल डिटॉक्स कहा जाता है। इससे ब्रेन को रिलैक्स करने में भी मदद मिलती है। 
  • डिजिटल डिटॉक्स कैसे करें?

    डिजिटल डिटॉक्स के लिए स्मार्टफोन, टैब और कंप्यूटर के इस्तेमाल से बचें और सोशल मीडिया से एक टाइम के लिए दूरी बना लें। इससे मानसिक और शारीरिक रूप से शांती देने और स्वास्थ्य को हेल्दी रखने में मदद मिलती है। 
  • डिजिटल डिटॉक्सिंग के लिए क्या पहल करना चाहिए?

    डिजिटल डिटॉक्स धीरे-धीरे डिजिटल चीजों से दूरी बनाएंय़ इसके लिए रात को सोने से 15 मिनट पहले स्क्रीन टाइम कम करें और फिर धीरे-धीरे इसे 15 मिनट तक ले जाएं। इससे ब्रेन को शांत करने और स्ट्रेस को कम करने में मदद मिलती है।

 

 

 

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