
आज के समय में कम नींद, थकान और बदलती जीवनशैली के कारण लाखों लोग हृदय से जुड़ी गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। इन सबके पीछे खानपान, नींद की कमी और तनाव को प्रमुख कारण माना जा रहा है। आज के समय में इंसान 24 घंटे तक लगातार व्यस्त रहकर काम करते हैं। इस व्यस्त जीवन में लोग अपने शरीर को आराम देने जैसी चीजों पर ध्यान नहीं देते हैं जिसकी वजह से आगे चलकर उन्हें कई तरह की गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक रिपोर्ट जारी कर कहा था कि जो लोग लगातार कई घंटों तक बैठकर काम करटे हैं उन्हें दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है। डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना के बाद से लोग घरों में रहकर घंटों तक कामकाज कर रहे हैं जिसका सीधा असर उनके स्वास्थ्य पर देखने को मिल रहा है। अमेरिका हार्ट एसोसिएशन की एक रिपोर्ट में भी इस बात का जिक्र किया गया है कि काम के दबाव, स्ट्रेस और काम-काज के कारण पर्याप्त नींद न लेने के कारण लोगों में दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। आइये विस्तार से जानते हैं इनके बारे में।
काम के दबाव के कारण दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा (Extra Workload Can Increase The Risk of Heart Disease)
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अनियमित जीवनशैली और खानपान के कारण आज के समय में दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। इन खतरों के अलावा कई अन्य कारणों से भी इंसान दिल से जुड़ी गंभीर बीमारी जैसे हार्ट अटैक, हार्ट स्ट्रोक और हार्ट फेलियर जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं। दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों का एक प्रमुख कारण कामकाज के बढ़ते प्रेशर को भी माना गया है। एक शोध के मुताबिक लोगों में कामकाज के बढ़ते प्रेशर के कारण नींद और ब्लड से जुड़ी समस्याएं तेजी से हो रही हैं। यूरोपीय स्ट्रोक संगठन (ESO) सम्मेलन में भी नींद, थकान और काम संबंधी तनाव के कारण लोगों में हार्ट डिजीज के मामले बढ़ने की बात कही गयी थी। दरअसल काम के बढ़ते दबाव के कारण लोगों में तनाव और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं जिनकी वजह से नींद से जुड़े विकार भी पनपते हैं। इन्हीं कारणों से इंसान के दिल की धड़कन, ब्लड प्रेशर आदि अनियमित होता है जो कि आगे चलकर दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियां जैसे हार्ट अटैक आदि का कारण बनता है।
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काम के दबाव के कारण लोगों में दिल की इन बीमारियों का खतरा (Extra Workload Can Cause These Heart Problems)
विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में पुरुषों में होने वाली 72 प्रतिशत मौतों का सबसे बड़ा कारण काम से जुड़ा प्रेशर बताया गया है। ये आंकड़े दक्षिण एशिया और वेस्टर्न पैसिफिक देशों में काम करने वाले मध्यम उम्र के लोगों के हैं। इस लिहाज से देखा जाये तो काम के प्रेशर यानी एक्स्ट्रा वर्कलोड के कारण न सिर्फ दिल की गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है बल्कि लोगों में मौत का भी खतरा बढ़ जाता है। काम के बढ़ते प्रेशर के कारण लोगों में दिल से जुड़ी इन बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
1. काम के प्रेशर की वजह से हार्ट अटैक का खतरा
सबसे ज्यादा लोगों में काम के अतिरिक्त दबाव की वजह से दिल से जुड़ी गंभीर समस्या हार्ट अटैक का खतरा रहता है। जो लोग काम के प्रेशर की वजह से अनियमित दिनचर्या और खानपान पर ध्यान नहीं देते हैं ऐसे लोगों को इसकी वजह से हार्ट अटैक का सबसे ज्यादा खतरा रहता है। हाल ही में हुए एक रिसर्च की मानें तो ऐसे लोगों को हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर आदि की समस्या होती है जो हार्ट अटैक का कारण बनती है।
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2. काम के दबाव से हार्ट फेलियर का खतरा
लोगों में काम के दबाव की वजह स्ट्रेस, डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी घातक मानसिक समस्याएं हो सकती हैं। काम के बढ़ते दबाव के कारण लोगों की दिनचर्या और खानपान भी प्रभावित होता है जसकी वजह से लोगों में हाई कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर के साथ-साथ मोटापे की समस्या भी हो जाती है। इन समस्याओं के कारण इंसान को आगे चलकर दिल से जुड़ी समस्याएं होने का खतरा रहता है। ऐसे लोगों में हार्ट फेलियर का रिस्क स्वस्थ लोगों की तुलना में काफी ज्यादा होता है।
3. काम के दबाव से ब्लड प्रेशर का खतरा
काम के बढ़ते दबाव के कारण लोगों की जीवनशैली में बदलाव होता है। जीवनशैली अनियमित और अस्वस्थ होने के कारण लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। खराब जीवनशैली और असंतुलित खानपान के कारण लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या काम काज के प्रेशर में जीने वाले लोगों में आम है।
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4. दिल की मांसपेशियों का कमजोर होना
कामकाज के बढ़ते प्रेशर और बदलती जीवनशैली के कारण इंसान का खानपान बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। खानपान के प्रभावित होने के कारण लोगों में दिल से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ी हैं। असंतुलित खानपान और खराब जीवनशैली के कारण लोगों को दिल की कमजोरी से जुड़ा रोग कार्डियोमायोपैथी जैसी गंभीर बीमारियां हो रही हैं।
जानें बचाव और जरूरी बातें
हाल ही में किये गए एक नए अध्ययन की मानें तो सिर्फ देश में ही काम काज के प्रेशर की वजह से दिल की बीमारियों से ग्रसित होने वाले लोगों की संख्या 30 प्रतिशत से ज्यादा है। कामकाज के प्रेशर की वजह से लोगों में तनाव और नींद से जुड़ी समस्याएं होती हैं जो दिल की बीमारियों को बढ़ावा देने का काम करती हैं। काम के प्रेशर के कारण होने वाली दिल की बीमारियों से बचने के लिए संतुलित आहार का सेवन और नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियों में भाग लेना चाहिए।
- तनाव और मानसिक समस्याओं से बचाव करें।
- ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें।
- भोजन में इस्तेमाल होने वाले तेलों का चुनाव करते समय फैट का ध्यान रखें।
- स्मोकिंग करने से बचें।
- ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखें।
- हरी और कड़वी सब्जियों का सेवन करें।
- रोजाना एक्सरसाइज या योग का अभ्यास करें।
- अधिक मात्रा में मिठाई का सेवन न करें।
- वनस्पति घी और ट्रान्स फैट के सेवन से बचें।
- अल्कोहल के सेवन से बचें।
- प्रोसेस्ड फूड के सेवन से बचें।
- तनाव और चिंता की समस्या बढ़ने पर एक्सपर्ट डॉक्टर से इलाज जरूर कराएं।
- अल्कोहल के सेवन से बचें।
- जंक फूड्स या प्रोसेस्ड फूड का सेवन न करें।
- चीनी और साल्ट के सेवन से भी परहेज रखें।
- हार्ट के लिए फायदेमंद ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें।
- रोजाना एक्सरसाइज या योग जरूर करें।
- सकारात्मक दृष्टिकोण (पॉजिटिव थिंकिंग) बनाए रखें, इससे स्ट्रेस को दूर करने में फायदा मिलेगा।
- लक्षण दिखने पर लापरवाही न बरतें।

ऊपर बताई गयी बातों को ध्यान में रखकर आप वर्कलोड के कारण होने वाली दिल की गंभीर बीमारियों से बचाव कर सकते हैं। किसी भी प्रकार के काम का ज्यादा तनाव लेने से आपको दिल से जुड़ी कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इन बीमारियों से बचने के लिए आपको स्वस्थ आहार और एक्टिव दिनचर्या का पालन करना चाहिए। दिल से जुड़ी बीमारियों के लक्षण दिखने पर इन्हें नजरअंदाज भी नहीं करना चाहिए।
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