आपके मन में भी सवाल उठता होगा कि 2 साल से छोटे बच्चों को आखिर कितना नमक दिया जाना चाहिए। दरअसल नमक का ज्यादा सेवन वैसे तो किसी के लिए भी हानिकारक होता है पर जब बात आती है बच्चों के लिए तो आपको और भी ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि बच्चों में मोटापा या अन्य समस्याओं का कारण नमक का ज्यादा सेवन हो सकता है। इस लेख में हम 2 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए नमक की सही मात्रा, नमक का ज्यादा सेवन करने के नुकसान के बारे में जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के वेलनेस डाइट क्लीनिक की डायटीशियन डॉ स्मिता सिंह से बात की।
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बच्चों के लिए नमक के नुकसान (Side effects of salt for babies)
- हाई बीपी की समस्या
- हार्ट डिसीज की समस्या
- ओबेसिटी
- किडनी डैमेज
- थायराइड की समस्या
दो साल या उससे कम उम्र में दो ग्राम से ज्यादा नमक न दें (Salt intake for babies below 2 years)
ग्रोथ के लिए नमक का सेवन जरूरी है पर उम्र के मुताबिक ही सोडियम इंटेक तय की जाती है। जन्म से तीन साल तक बच्चे को हर दिन दो ग्राम से ज्यादा नमक खाने की सलाह नहीं दी जाती है। जब बच्चा ठोस आहार लेना शुरू करता है तब आपको खास ख्याल रखना है कि उसकी डाइट में ऐसे फूड्स शामिल न हों जिनमें नमक की मात्रा ज्यादा हो। कम नमक वाले फूड्स की बात करें तो उसमें ताजे फल, सब्जियां, सलाद, सादा मीठ, पके हुए अंडे, दही, पनीर, मेवे आदि शामिल हैं। वहीं आप बच्चे को पिज्जा, बर्गर, सॉस, चटनी, नमकीन, आलू चिप्स, पैकेट बंद इंस्टेंट फूड न दें।
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बेबी फूड्स का ज्यादा सेवन न करवाएं
बाजार में मिलने वाले बेबी फूड्स में नमक की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। इन्हें तैयार करते समय इनमें कई बार एक्सट्रा नमक डाल दिया जाता है जिसे बैलेंस करने के लिए आपको टिन या डिब्बाबंद बेबी फूड बच्चों को देना अवॉइड करना चाहिए। आपको बच्चे के लिए खाना पकाते समय नमक को एड नहीं करना चाहिए। अगर बात की जाए तो कुछ खास फूड्स की तो उनमें नमक की मात्रा पहले से ही कम होतीे है आपको उसमें एक्सट्रा नमक एड करने की जरूरत नहीं है जैसे गेहूं का आटा, सूखा पास्ता या चावल। इसे पकाते समय आप नमक को शामिल न करें।
बच्चे को प्रोसेस्ड फूड से बचाएं
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आपको बच्चे को ज्यादा प्रोसेस्ड फूड के सेवन से बचाना है। प्रोसेस्ड फूड्स में नमक की मात्रा ज्यादा होती है जिससे बच्चा ओबेसिटी का शिकार हो सकता है। अगर 2.5 ग्राम नमकी की बात करें तो ये एक ग्राम सोडियम के बराबर होता है। अगर 1.5 ग्राम से ज्यादा नमक का इस्तेमाल होता है तो ये नमक की सबसे ज्यादा मात्रा होगी। 0.3 ग्राम या इससे कम नमक का मतलब है की नमक की मात्रा कम है।
नमक के बिना बच्चे के आहार को स्वादिष्ट कैसे बनाएं?
नमक के बिना बच्चे के आहार को स्वादिष्ट बनाने के लिए आप धनिया, पुदीना, जीरा पाउडर, हींग, दालचीनी आदि के सेवन से खाने को स्वादिष्ट बना सकते हैं। बच्चे के आहार के लिए आप मसालों का सेवन कम से कम करें।आप प्याज और लहसुन का सेवन करके भी खाने को स्वादिष्ट बना सकते हैं। आपको ये भी सुनिश्चित करना है कि बच्चे को किसी प्रकार की एलर्जी न हो।
बच्चे को नमक कब दें?
जहां तक बात है नमक की तो 6 महीने से कम उम्र वाले बच्चों को नमक नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि बच्चों में सोडियम सहित सभी जरूरी पोषक तत्वों की कमी मां के दूध से पूरी हो जाती है। आपको ध्यान रखना है कि 6 महीने की उम्र के बच्चे को केवल स्तनपान ही करवाया जाता है। आपको एक साल की उम्र तक भी बच्चे को नमक देने की खास जरूरत नहीं होती है पर अगर आप देना चाहें तो बच्चे को 1 ग्राम से भी कम मात्रा में नमक दें।
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किस उम्र में कितना नमक दें? (Age and sodium intake for babies)
- 6 महीने से 1 साल की उम्र की आयु में बच्चों को 1 ग्राम से अधिक नमक नहीं दिया जाना चाहिए।
- वहीं 1 से 3 साल की आयु में बच्चों को प्रति दिन 2 ग्राम से ज्यादा नमक नहीं दिया जाना चाहिए।
- 4 से 6 वर्ष की आयु में बच्चे को प्रति दिन 3 ग्राम से ज्यादा नमक का सेवन करने की सलाह नहीं देनी है।
- शिशुओं को कम उम्र में शक्कर की उतनी जरूरत नहीं होती है।
छोटे बच्चों को आपको 2 ग्राम से ज्यादा सोडियम देना अवॉइड करना है, इससे बच्चे की तबीयत बिगड़ सकती है।
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