Side Effects Of Oxytocin- ऑक्सीटोसिन एक न्यूरोपेप्टाइड हार्मोन है, जो दिमाग में न्यूरोट्रांसमीटर और शरीर में एक हार्मोन के रूप में काम करता है। यह हार्मोन प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं में प्रसव, स्तनपान और यौन गतिविधियों में अहम भूमिका निभाता है। प्रेग्नेंट महिलाओं में, ऑक्सीटोसिन प्रसव को आरामदायक बनाने में मदद करता है। बच्चे के जन्म के बाद, महिलाओं के ब्रेस्ट में स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए ऑक्सीटोसिन का स्तर बढ़ जाता है। लेकिन कई दूध की डेयरियों पर गाय और भैंस में दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए उन्हें ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन लगाया जाता है, ताकि दूध का उत्पादन बढ़ें, लेकिन ये इंजेक्शन न सिर्फ पशुओं के लिए बल्कि मानव शरीर के लिए भी हानिकारक होता है। इसलिए सरकार ने ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया हुआ है। इसके बावजूद इस इंजेक्शन के साइड इफेक्ट्स को नजरअंदाज करते हुए कई डेयरियों पर ऑक्सीटोसिन का उपयोग किया जा रहा है। ऑक्सीटोसिन हमारे शरीर को किस तरह नुकसान पहुंचा सकता है, इस बारे में हमने डाइट एन क्योर की डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी से बात की।
ऑक्सीटोसिन का साइड इफेक्ट क्या है? - What Are The Side Effects Of Oxytocin in Hindi?
1. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं
ऑक्सीटोसिन वाला दूध (Oxytocin in Milk) पीने से कई लोगों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं बढ़ जाती है। ऐसे में मतली, उल्टी, दस्त या पेट से जुड़ी परेशानी हो सकती है, जो पेट से जुड़ी गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है।
2. एलर्जी होना
दूध में मौजूद ऑक्सीटोसिन के कारण कई लोगों में एलर्जी की समस्या हो सकती हैं, जिसके कारण शरीर में खुजली, पित्ती, सूजन या सांस लेने में मुश्किल होना जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।
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3. हार्मोनल असंतुलन
दूध में मौजूद ऑक्सीटोसिन का अत्यधिक सेवन शरीर के प्राकृतिक हार्मोनल संतुलन को खराब कर सकता है, जिससे संभावित रूप से हार्मोनल उतार-चढ़ाव और उससे जुड़ी स्वस्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
4. मनोवैज्ञानिक प्रभाव
ऑक्सीटोसिन को 'लव हार्मोन' के नाम से भी जाना जाता है, जो व्यक्ति में संभोग बढ़ाने का काम करता है। ऐसे में ऑक्सीटोसिन से भरपूर दूध पीने से शरीर में इसका स्तर बढ़ाने से मूड स्विंग होना, तनाव बढ़ना या व्यवहार में बदलाव होने लगता है।
स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है कि दूध पीने से पहले आप उसकी शुद्धता का पता लगाएं और किसी भरोसेमंद या अच्छे ब्रांड के ही दूध का सेवन करें, ताकि सेहत पर किसी तरह का बुरा प्रभाव न पड़े।
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