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एंटी-एजिंग प्रोडक्ट्स का ज्यादा इस्तेमाल बन सकता है हेल्थ का दुश्मन, एक्‍सपर्ट से जानें इसके 5 नुकसान

एंटी-एजिंग प्रोडक्ट्स का ज्यादा इस्तेमाल स्किन को नुकसान, हार्मोनल असंतुलन और एलर्जी जैसी हेल्थ समस्याएं बढ़ा सकता है।
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एंटी-एजिंग प्रोडक्ट्स का ज्यादा इस्तेमाल बन सकता है हेल्थ का दुश्मन, एक्‍सपर्ट से जानें इसके 5 नुकसान

आजकल जवां दिखने की चाह में लोग तरह-तरह के एंटी-एजिंग प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। टीवी विज्ञापन, सोशल मीडिया और ब्यूटी इंफ्लुएंसर की चमक-दमक ने एक ऐसा माहौल बना दिया है, जिसमें लोग बिना डॉक्टर से पूछे एंटी-एजिंग सीरम, क्रीम, मास्क और ट्रीटमेंट को अपनी स्किन के लिए जरूरी मानने लगे हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन प्रोडक्ट्स के पीछे छिपे केमिकल्स आपकी सेहत को कितना नुकसान पहुंचा सकते हैं? लखनऊ के वेलनेस डाइट क्‍लीन‍िक की डाइटि‍श‍ियन डॉ स्‍म‍िता सिंह ने बताया क‍ि हाल ही में 'कांटा लगा' फेम शेफाली जरीवाला का निधन, 42 साल की उम्र में हुआ। एक्‍ट्रेस और मॉडल शेफाली, बीते 5-6 सालों से एंटी-एज‍िंग प्रोडक्‍ट्स ले रही थीं ज‍िसमें व‍िटाम‍िन-सी और ग्‍लूटाथि‍योन भी शामि‍ल था। एंटी-एज‍िंग और स्‍क‍िन ब्राइटन‍िंग के ल‍िए ज्‍यादातर एंटी-एज‍िंग स्‍क‍िन केयर प्रोडक्‍ट्स में इन 2 तत्‍वों का इस्‍तेमाल क‍िया जाता है। अगर आप एक्‍सपर्ट के सलाह के बगैर एंटी-एज‍िंग प्रोडक्‍ट्स का ज्‍यादा इस्‍तेमाल करते हैं, तो आपके शरीर में ऑक्‍सीडेट‍िव स्‍ट्रेस बढ़ सकता है। अगर इसके साथ आपको जेनेट‍िक डि‍जीज भी हैं, तो हार्ट की समस्‍याओं का खतरा और भी ज्‍यादा बढ़ जाता है।

हर स्किन की अपनी जरूरत होती है और एंटी-एजिंग उत्पादों में ऐसे केमि‍कल्‍स होते हैं जो कुछ समय के लिए स्किन को टाइट और ग्लोइंग बना सकते हैं, लेकिन लंबे समय तक इनका ज्‍यादा इस्‍तेमाल, आपकी स्किन बैरियर को कमजोर कर सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि ये प्रोडक्‍ट्स अगर जरूरत से ज्यादा और गलत तरीके से इस्तेमाल किए जाएं, तो ये न केवल स्किन की प्राकृतिक उम्र बढ़ाने वाली प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं, बल्कि हार्मोनल असंतुलन, एलर्जी और यहां तक कि गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम्स की वजह भी बन सकते हैं। इस लेख में हम जानेंगे ऐसे 5 बड़े नुकसान जिनसे आपको एंटी-एजिंग प्रोडक्ट्स से दूरी बनानी चाहिए।

1. त्वचा की प्राकृतिक संरचना पर बुरा असर होता है- Anti Aging Products Disrupts Natural Skin Barrier

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ओम स्किन क्लीनिक, लखनऊ के वरिष्ठ कंसलटेंट डर्मेटोलॉज‍िस्‍ट डॉ देवेश मिश्रा ने बताया क‍ि एंटी-एजिंग प्रोडक्ट्स में रेटिनॉल, एएचए, बीएचए, सैलिसिलिक एसिड और पर्फ्यूम्स जैसे तत्व मौजूद होते हैं जो ज्‍यादा इस्‍तेमाल कि‍ए जाने पर त्वचा की प्राकृतिक परत को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे त्वचा पतली और सेंस‍िट‍िव हो जाती है। जब स्किन की प्राकृतिक नमी खो जाती है, तो वह जलन, खुजली और सूखापन जैसी समस्याओं से जूझने लगती है।

इसे भी पढ़ें- क्या एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट के कारण पड़ सकता है दिल का दौरा? जानें क्या कहते हैं स्किन और हार्ट के डॉक्टर्स

2. हार्मोनल असंतुलन का कारण- Anti Aging Products Leads to Hormonal Imbalance

कुछ एंटी-एजिंग क्रीम्स और सीरम्स में पैराबेन्स, फाइटोएस्ट्रोजन और अन्य हार्मोन जैसे कंपाउंड पाए जाते हैं जो स्किन के जरिए शरीर में प्रवेश करके हार्मोनल गड़बड़ी का कारण बन सकते हैं। महिलाओं में अनियमित पीरियड्स, मूड स्विंग्स और थायरॉइड असंतुलन जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।

3. एलर्जी और स्किन इरिटेशन का खतरा- Anti Aging Products Increases Risk of Skin Allergies

जब आप बिना पैच टेस्ट के या बहुत बार एंटी-एजिंग प्रोडक्‍ट, स्‍क‍िन पर लगाते हैं, तो एलर्जिक रिएक्शन की संभावना बढ़ जाती है। इससे त्‍वचा में रेडनेस, रैशेज, प‍िंपल्‍स और सूजन आम लक्षण बन सकते हैं। खासकर सेंसिटिव स्किन वाले लोगों को इससे ज्‍यादा नुकसान हो सकता है।

4. सन सेंसिटिविटी और पिग्‍मेंटेशन- Anti Aging Products Leads to Sun Sensitivity and Pigmentation

रेटिनॉल और हाइड्रोक्विनोन जैसे तत्व त्वचा को सनलाइट के प्रति ज्यादा सेंस‍िट‍िव बना देते हैं। अगर आपने सुबह इनका इस्‍तेमाल किया और सनस्क्रीन नहीं लगाई, तो स्किन में प‍िग्‍मेंटेशन, डार्क स्पॉट्स और सनबर्न की समस्या गंभीर हो सकती है। इससे स्किन की रंगत असमान हो जाती है और एजिंग के लक्षण और तेजी से दिखने लगते हैं।

5. लिवर और किडनी पर दबाव- Anti Aging Products Puts Pressure on Liver and Kidneys

कई एंटी-एजिंग प्रोडक्ट्स में भारी केमिकल्स और सिंथेटिक इंग्रीडिएंट्स होते हैं, जो स्किन के जरिए शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। शरीर इन केम‍िकल्‍स को डिटॉक्स करने के लिए लिवर और किडनी पर निर्भर रहता है। लगातार इनका इस्तेमाल शरीर पर टॉक्सिन का बोझ बढ़ाता है, जिससे लिवर और किडनी की कार्यक्षमता पर असर पड़ सकता है। खासकर अगर व्यक्ति पहले से कोई क्रॉनिक हेल्थ कंडीशन जैसे डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर से जूझ रहा हो, तो यह स्थिति और बिगड़ सकती है।

एंटी-एज‍िंग डाइट ट‍िप्‍स- Anti Aging Diet Tips

डाइटि‍श‍ियन डॉ स्‍म‍िता सिंह ने बताया क‍ि एंटी-एज‍िंग प्रोडक्‍ट्स में व‍िटाम‍िन-सी और ग्‍लूटाथि‍योन का इस्‍तेमाल क‍िया जाता है। ये दोनों ही तत्‍व आपके बॉडी में नेचुरली बनते हैं, इसे आपको बस, हेल्‍दी डाइट के जर‍िए बूस्‍ट कराना है-

  • ब्रोकली, पालक, केल में सल्‍फर की अच्‍छी मात्रा पाई जाती है ज‍िससे ग्‍लूटाथि‍योन की मात्रा, शरीर में बढ़ती है।
  • व‍िटाम‍िन-सी र‍िच फ्रूट्स जैसे आंवला या संतरा और नींबू पानी का सेवन करने से शरीर में एंटीऑक्‍सीडेंट्स की मात्रा बढ़ती है।
  • इसी तरह एवोकाडो, अखरोट और बादाम वगैरह का सेवन करने से शरीर को ड‍िटॉक्‍स करने में मदद म‍िलती है।
  • ग्रीन टी और हल्‍दी का दूध पीने से शरीर को एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण म‍िलते हैं।
  • इसके साथ ही बेरीज का सेवन करें, ये फ्री रेड‍िकल्‍स की मात्रा को कम करके त्‍वचा को जवां बनाए रखने में मदद करते हैं।
  • खुद को हाइड्रेट रखना न भूलें। पानी शरीर को ड‍िटॉक्‍स करता है और आपकी स्‍क‍िन को नेचुरली खूबसरत बनाता है।
  • व‍िटाम‍िन-सी, ई, ज‍िंक और सेलेन‍ियम जैसे एंटीऑक्‍सीडेंट्स का सेवन करें, ये स्‍क‍िन को डैमेज से बचाते हैं।

एंटी-एजिंग प्रोडक्‍ट्स की दुनिया में कदम रखने से पहले जरूरी है कि आप त्वचा विशेषज्ञ से सलाह लें और अपने स्किन टाइप को समझें। केवल इंस्टाग्राम या यूट्यूब पर देखकर कोई प्रोडक्ट लगाना आपकी त्वचा को कुछ समय के ल‍िए, तो सुंदरता दे सकता है, लेकिन बाद में बड़े नुकसान भी हो सकते हैं।

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FAQ

  • सबसे अच्छा एंटी एजिंग घरेलू उपचार क्या है?

    एलोवेरा जेल, गुलाब जल, शहद और नारियल तेल का मिश्रण सबसे असरदार घरेलू एंटी-एजिंग उपाय है। ये त्वचा को पोषण, नमी और नेचुरल ग्लो देता है।
  • 30 की उम्र के बाद कौन सी क्रीम लगानी चाहिए?

    30 की उम्र के बाद रेटिनॉल, हयालूरोनिक एसिड और विटामिन-सी युक्त क्रीम्स का इस्‍तेमाल, फाइन लाइन्‍स, ड्राईनेस और डलनेस से बचाव के लिए करना चाहिए।
  • मुझे एंटी-एजिंग क्रीम का इस्‍तेमाल कब करना चाहिए?

    जब स्किन पर झुर्रियां, फाइन लाइन्‍स या ढीलापन दिखने लगे, तब रात में सोने से पहले हल्की एंटी-एजिंग क्रीम का इस्‍तेमाल शुरू किया जा सकता है।

 

 

 

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