
बहुत से लोगों में पॉकेट के पीछे पर्स रखने की आदत होती है। कई लोग इस बात पर जरा भी गौर नहीं करते हैं, लेकिन यह आदत स्वास्थ्य से जुड़ी एक बड़ी समस्या का कारण बन सकती है। इस आदत को लंबे समय तक फॉलो करने से हड्डियों की बीमारी होने की आशंका बढ़ जाती है। इस आदत को समय रहते नहीं सुधारने से आपकी स्पाइन में समस्या आ सकती है। हाल ही में फीजियोथेरेपिस्ट डॉ. रिबेका पिंटो ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर की है, जिसमें उन्होंने पीछे की पॉकेट में पर्स रखने के कुछ नुकसान के बारे में बात की है। आइये जानते हैं।
पीछे की पॉकेट में पर्स रखने के नुकसान
डॉ. रिबेका के मुताबिक पीछे की पॉकेट में पर्स रखना सेहत के लिए कई तरीकों से नुकसानदायक साबित हो सकता है। दरअसल, पीछे की पॉकेट में पर्स रखकर बैठने के दौरान आपकी स्पाइन पर बल पड़ता है। इस दौरान हिप्स की पोजिशन बदलती है, जिससे सारा बल स्पाइन यानि रीढ़ की हड्डी पर पड़ता है। इस अवस्था में बैठने से एक तरफ की मांसपेशियां टाइट या सख्त हो जाती हैं और एक तरफ की मांसपेशियां स्ट्रेच्ड होने लगती हैं, जिससे न केवल रीढ़ की हड्डी पर असर पड़ता है, बल्कि कमर में दर्द भी हो सकता है।
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कमर दर्द का भी बनता है कारण
कमर दर्द होने के पीछे खराब मैट्रेस पर सोने, ज्यादा शारीरिक गतिविधियों में शामिल रहने या फिर गलत तरीके से उठने-बैठने से भी कमर दर्द हो सकता है। लेकिन इसके पीछे पॉकेट रखना भी एक बड़ा कारण हो सकता है। इससे मांसपेशियों में तनाव आने के साथ ही साथ कमर के आस-पास के हिस्सों में जकड़न भी बनी रहती है। ऐसे में कमर के साथ-साथ कई बार गर्दन में भी दर्द होता है।
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कैसे रखें पर्स?
- पीछे की पॉकेट में पर्स रखने के बजाय आप इसे पैंट के आगे की जेब में रख सकते हैं।
- इसके लिए किसी पतले पर्स का चुनाव करें, जिससे मांसपेशियों पर ज्यादा असर न पड़े।
- पर्स में केवल जरूरी कार्ड और पैसे ही रखें।
- बैठते समय आपको पॉकेट से पर्स निकालकर बैठना चाहिए। इससे सेहत को कोई नुकसान नहीं होगा।
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