कोरोनावायरस महामारी जबसे दुनिया में आई है, तब ये इस वायरस में काफी बदलाव हो चुका है और धीमे-धीमे ये और ज्यादा संक्रामक होता जा रहा है। कुछ दिनों पहले जहां यूके से आए कोरोना स्ट्रेन ने लोगों को डराया था वहीं अब कोरोना वायरस का एक और नया स्ट्रेन मिला है। दरअसल, साउथ अफ्रीका में वायरस का नया स्ट्रेन (mutant covid strain south africa) मिला है, जो पहले कि तुलना में 50% ज्यादा संक्रामक है। दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्रालय की साइंटिफिक कमिटी के सह-अध्यक्ष और एपिडेमोलॉजिस्ट प्रोफेसर सलीम अब्दुल करीम की मानें, तो वायरस पहले से 50 फीसदी ज्यादा संक्रामक है। प्रोफेसर सलीम अब्दुल करीम के अनुसार ये बाच नए स्ट्रेन के क्लस्टर के विश्लेषण के बाद यह बात सामने आई है। इधर भारत में कोरोनावायरस का टीकाकरण बड़ी तेजी से चल रहा है। भारत में अब तक 6.31 लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है। टीका लगवाने वाले 0.18 प्रतिशत लोगों में टीके के हल्के साइड इफेक्ट्स मिले हैं। टीके के साइड इफेक्ट्स को देखते हुए अब भारत बायोटेक (Bharat Biotech released a fact sheet) ने सोमवार को कोरोनवायरस के लिए अपने टीके के जोखिम और लाभों का विवरण देते हुए एक तथ्य पत्र जारी किया है।
Covaxin को लेकर भारत बायोटेक ने जारी किया अपना फैक्ट शीट (Bharat Biotech Covaxin Fact Sheet)
1. किन लोगों को कोवैक्सीन (Covaxin) नहीं लगवाना चाहिए?
भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की इस फैक्ट शीट की मानें, तो जिन लोगों को ये परेशानियां हैं उन्हें कोवैक्सीन का टीका नहीं लगवाना चाहिए। जैसे कि
टॉप स्टोरीज़
- -अगर किसी को एलर्जी है।
- -ब्लीडिंग डिसऑर्डर है या ब्लड थिनर जैसे परेशानी है।
- -बुखार होने पर वैक्सीन न लगवाएं।
- -इम्युनोकॉप्रोमाइज्ड हैं या इम्यून सिस्टम को प्रभावित करने वाली दवाओं को ले रहे हैं।
- -गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली महिलाएं कोरोना का टीका न लगवाएं।
- -किसी भी गंभीर स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों में वैक्सीन लगवाने से बचें।
इसके अलावा भारत बायोटेक ने ये भी बताया है कि कोवैक्सीन (Covaxin) ऊपरी बांह की डेल्टॉइड मांसपेशी में इंजेक्ट किया जाता है। इसके दो खुराक मिलते हैं, जो कि चार सप्ताह के बाद प्रतिरक्षा उत्पन्न करता है।
2.Bharat Biotech Covaxin के साइड इफेक्ट्स क्या हैं?
- -इंजेक्शन साइट पर दर्द महसूस हो सकता है
- - इंजेक्शन साइट पर रेडनेस और सूजन आ सकती है
- -इंजेक्शन साइट पर खुजली हो सकती है।
- -ऊपरी बांह में अकड़न महसूस हो सकती है।
- -इंजेक्शन वाली बांह में कमजोरी महसूस हो सकती है।
- -शरीर दर्द
- -सरदर्द
- -बुखार
- -कमजोरी
- -रैशेज
- -जी मिचलाना
- -उल्टी
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3.Covaxin के कुछ गंभीर साइड इफेक्ट्स
- -व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
- -आपके चेहरे और गले की सूजन आ सकती है।
- - पूरे शरीर पर रैशेज हो सकते हैं।

Covishield को लेकर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने जारी किया अपना फैक्ट शीट- (Serum Institute Covishield Fact Sheet)
1.किन लोगों को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशिल्ड वैक्सीन नहीं लगवाना चाहिए?
- -अगर आपको कभी किसी दवा, भोजन, किसी वैक्सीन या के बाद एलर्जी है, तो इसे न लगवाएं।
- -अगर आपको बुखार है, तो इसे न लगवाएं।
- -अगर आपको ब्लीडिंग डिसऑर्डर है या ब्लड थिनर पर है।
- -अगर आप इम्युनोकोप्रोमाइज्ड हैं या किसी ऐसी दवा पर हैं जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करती है, तो वैक्सीन न लगवाएं।
- -गर्भवती महिलाएं और स्तन पान करवाने वाली महिलाएं इसे न लगवाएं।
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2. कोविशिल्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स क्या हैं- Covishield side effects?
- -दर्द, गर्मी, रेडनेस, खुजली, सूजन या घाव
- - थकान
- -ठंड लगना या बुखार महसूस होना
- - सरदर्द
- -जी मिचलाना
- - जोड़ों का दर्द या मांसपेशियों में दर्द
- -फ्लू जैसे लक्षण, जैसे गले में खराश, बहती नाक, खांसी और ठंड लगना।
- -चक्कर आना
- - भूख
- -पेट में दर्द
- -बढ़े हुए लिम्फ नोड्स
- -अत्यधिक पसीना और रैशेज
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए टीका लेने वाले कुल लोगों में से 0.18 प्रतिशत में ही प्रतिकूल असर देखने को मिला, जबकि 0.002 प्रतिशत लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा जो कि बहुत निम्न स्तर है। तो, कोविशिल्ड वैक्सीन या कोवैक्सीन लगवाने से पहले जान लें ये सभी बातें और फिर कोरोना का टीका लगवाएं।
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