Should Thyroid Patient Not Eat Maida In Hindi: थायराइड एक किस्म का ग्लैंड है, जो कि गले पास स्थित है। यह तितली के आकार का नजर आता है। थायराइड ग्लैंड हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि शरीर की ज्यादातर गतिविधियां इसी ग्लैंड की मदद से संचालित होती हैं। थायराइड ग्लैंड, थायराइड हॉर्मोन रिलीज करता है। थायराइड हॉर्मोन शरीर को फिट रखने के लिए बहुत जरूरी है। लेकिन, मौजूदा समय में बहुत सारे लोग थायराइड की समस्या से जूझते नजर आ रहे हैं। किसी में थॉयराइड हॉर्मोन की कमी हो जाती है या किसी में यह हॉर्मोन बहुत ज्यादा मात्रा में रिलीज होता है। थायराइड की समस्या मूल रूप से आयोडीन की कमी, इंफ्लेमेशन और थायराइड कैंसर जैसी बीमारियों की वजह से हो सकता है। थायराइड के मरीजों के लिए बहुत जरूरी है कि वे अपनी डाइट में हेल्दी चीजें शामिल करें। मगर, थायराइड के मरीज अपनी डाइट को लेकर ज्यादा सावधानी नहीं बरतते हैं। थायराइड के मरीज मैदा खाने से परहेज करते हैं। ऐसे में यह जान लेना जरूरी हो जाता है कि क्या थायराइड होने पर मैदा नहीं खाना चाहिए? इस संबंध में हम डाइट एन क्योर की डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी से बात की। आप भी जानें, इनके बारे में।
थायराइड के मरीज मैदा क्यों नहीं खा सकते हैं?- Should Thyroid Patient Avoid Eat Maida In Hindi
मैदा को रिफाइंड फ्लोर (Refined Flour) के नाम से भी जाना जाता है। मैदा, गेहूं के दानों से बना होता है। हालांकि, गेहूं बहुत ज्यादा हेल्दी होता है, जिसमें फाइबर, विटामिन, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, मैंगनीज और सेलेनियम जैसे कई पोषक तत्व काफी ज्यादा मात्रा में पाए जाते हैं। लेकिन, मैदा बनाने की प्रक्रिया के दौरान इसमें मौजूदा सभी पोषक तत्व निकाल दिए जाते हैं। इस तरह खाने के लिए मैदा हेल्दी ऑप्शन नहीं रह जाता है। इसलिए, हम कह सकते हैं कि थायराइड के मरीजों को भी मैदा खाने से बचना चाहिए। थायराइड के मरीजों को अपनी हेल्थ को बैलेंस करने के लिए पोषक तत्वों से भरी चीजें खानी चाहिए। यही नहीं, थायराइड के मरीजों को मैदे से बनी चीजें, जैसे समोसा, भटूरा, पिज्जा बेस और कई तरह के स्नैक्स का सेवन भी नहीं करना चाहिए। आपको बताते चलें कि थायराइड के मरीजों को अपना वजन भी मैनेज करके रखना चाहिए। वैसे भी थायराइड के मरीजों का तेजी से बढ़ जाता है या फिर घट जाता है। अगर आप थायराइड के मरीज हैं और मोटापे का शिकार हैं, तो निश्चित तौर पर मैदे से दूरी बनाए रखना समझदारी हो सकती है। मैदा खाने के बाद आपको पेट भरे का अहसास नहीं होता है। इसलिए, कुछ देर बाद फिर से भूख लग जाती है और दोबारा खाना खा लेते हैं। इस तरह, यह थायराइड के मरीजों को बिंज ईटिंग के लिए मोटिवेट करता है। चूंकि, इसमें कार्बोहाइड्रेट बहुत ज्यादा होता है। ऐसे में थायराइड के मरीजों को वजन भी तेजी से बढ़ सकता है। कुल मिलाकर कहने की बात ये है कि थायराइड के मरीजों को मैदा नहीं खाना चाहिए। ऐसा करना, उनके स्वास्थ्य के लिए भी सही होगा।
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थायराइड के मरीज क्या खाएं- What to Eat In Thyroid In HIndi
फलः थायराइड के मरीजों को अपनी डाइट में फल, जैसे सेब, विटामिन-सी युक्त फल और नाशपाती खाने चाहिए। ये हेल्दी ऑप्शन हैं और थायराइड के मरीजों के स्वास्थ्य को बेहतर रखने में मदद करता है।
नट्स और सीड्सः थायराइड के मरीजों को नट्स और सीड्स भी काफी मात्रा में खानी चाहिए। सीड्स में कद्दू के बीज, सूरजमुखी के बीज आदि खा सकते हैं। इनमें जिंक का अच्छा स्रोत माने जाते हैं। एक्सपर्ट्स की मानें, तो जिंक की कमी होने पर थायराइड की समस्या हो सकती है। ऐसे में, थायराइड के मरीजों को इन बीजों को आवश्यक तौर पर अपनी डाइट का हिस्सा बनाना चाहिए।
दालें और बींसः दालें, जैसे छोले और बींस भी फाइबर, जिंक और कई अन्य पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत माना जाता है। थायराइड के मरीजों को सभी तरह दालें जरूर खानी चाहिए। इससे कब्ज की समस्या से राहत मिलती है और थायराइड के लक्षणों को मैनेज करने में मदद मिलती है।
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