शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस उसे कहते हैं जब व्यक्ति कुछ ही घंटों में किसी घटना या स्थान को भूल जाता है। वैसे तो ये एक सामान्य स्थिति होती हैं जिसमें व्यक्ति थोड़े थोड़े समय के लिए भूलना शुरू हो जाता है। लेकिन बाद में उसे फिर से सारी बातें याद आने लगती हैं। हालांकि जब ये समस्या गंभीर हो जाती है तो व्यक्ति लॉन्ग टर्म मेमोरी लॉस की समस्या कै भी शिकार हो सकता है। ऐसे में इसके लक्षणों और कारणों को जानना जरूरी है। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपनी इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस क्या होता है? साथ ही इसके लक्षण और कारण भी जानेंगे। इसके लिए हमने गेटवे ऑफ हीलिंग साइकोथेरेपिस्ट डॉ. चांदनी (Dr. Chandni Tugnait, M.D (A.M.) Psychotherapist, Lifestyle Coach & Healer) से भी बात की है। पढ़ते हैं आगे
शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस के कारण
1 - शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉन्ग भी हो सकती है और शॉट भी। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे सिर पर गहरी चोट लगना ब्रेन या ब्रेन एन्यूरिज्म के कारण व्यक्ति को शॉर्ट टाइम मेमोरी की दिक्कत हो सकती है। जब ब्रेन एन्यूरिज्म की समस्या होती है तो दिमाग की नसों का टूटना या फिर दिमाग के आसपास के हिस्सों में खून की शराब होना भी इसी के कारणों में आता है। इसके अलावा जब दिमाग में खून के थक्के बनने शुरू हो जाते हैं या दिमाग पर तनाव बढ़ने लगता है तब भी ब्रेन एन्यूरिज्म की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है। इस समस्या के कारण भी व्यक्ति को मानसिक विकार हो सकता है।
2 - इसके अलावा ब्रेन स्ट्रोक हो जाने के कारण
3 - ब्रेन में इंफेक्शन हो जाने के कारण
4 - उम्र के बढ़ने के कारण
5 - डिप्रेशन की समस्या हो जाने के कारण
6 - शराब या नशे की चीजों का ज्यादा इस्तेमाल करने के कारण
7 - ब्रेन ट्यूमर होने के कारण
8 - ब्रेन में ऑक्सीजन की कमी हो जाने के कारण
9 - पार्किंसंस रोग हो जाने के कारण
10 - तनाव की समस्या हो जाने के कारण
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शॉर्ट टर्म मेमोरी के लक्षण
1 - अकसर किसी भी चीज को रख कर भूल जाना।
2 - बार-बार एक ही सवाल पूछने की आदत हो जाना।
3 - किसी हाल ही में हुई घटना को भूल जाना।
4 - लोगों के नामों को याद ना रख पाना।
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शॉर्ट टर्म मेमोरी का उपचार
अगर किसी व्यक्ति को शॉर्ट टर्म मेमोरी की समस्या हो जाती है तो डॉक्टर उसकी स्थिति का पता लगाने के लिए सबसे पहले मौखिक उपचार करते हैं। उसके बाद वह सीटी स्कैन और एमआरआई जैसे टेस्ट की मदद से व्यक्ति की मानसिक स्थिति और सोचने समझने की क्षमता के बारे में पता लगाते हैं। इसके बाद वह ब्रेन में खून के बहाव का परीक्षण करने के लिए ब्रेन एंजियोग्राफी की मदद भी ले सकते हैं।
नोट - बता दें कि कुछ ऐसे घरेलू उपचार भी हैं जिनकी मदद से शॉर्ट टर्म मेमोरी को दूर किया जा सकता है। लेकिन अगर व्यक्ति को बार-बार शॉर्ट टर्म मेमोरी की समस्या हो रही है तो ऐसे में सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लेनी जरूरी है। ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि शॉर्ट टर्म मेमोरी कब लॉन्ग हो जाती है पता नहीं चलता। ऐसे में समय रहते डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
ये लेख गेटवे ऑफ हीलिंग साइकोथेरेपिस्ट डॉ. चांदनी (Dr. Chandni Tugnait, M.D (A.M.) Psychotherapist, Lifestyle Coach & Healer) से बातचीत पर आधारित है।