साइंस की मानें, तो हमारे शरीर में लगभग 78 प्रकार के ऑर्गन हैं, जो कि अलग-अलग प्रकार के शारीरिक गतिविधियों को करने में हमारी मदद करते हैं। पर हाल ही में आए एक शोध की मानें, तो हमारे गले में एक और ऑर्गन की खोज (new organ discovered)हुई है, जो कि मानव शरीर के लिए एक बड़ी खोज कही जा सकती है। इस खोज को नीदरलैंड के कैंसर इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने किया है, जिसमें उन्होंने गले के पास लार ग्रंथियों (salivary glands) के एक नए स्थान की खोज की है। शोधकर्ताओं ने पिछले सप्ताह जर्नल रेडियोथेरेपी और ऑन्कोलॉजी में प्रकाशित एक शोध में अपने निष्कर्षों का वर्णन किया और इस खोज को सिर और गर्दन के कैंसर से जूझ रहे रोगियों (throat cancer treatment)के लिए एक अच्छी खबर बताई। इस नए अंग के बारे में ये शोध और भी बहुत कुछ कहता है, आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
क्या है शरीर का ये नया अंग?
जर्नल रेडियोथेरेपी और ऑन्कोलॉजी में प्रकाशित इस शोध की मानें, तो वैज्ञानिकों ने मानव सिर के अंदर एक अनदेखा अंग पाया है, जो कि नाक के रास्ते में गले के पीछे पाया गया है। लेकिन शोधकर्ताओं का कहना है कि खोज लार ग्रंथियों की एक चौथी जोड़ी है (Scientists Discover New Human Salivary),जो इन दोनों से जुड़ी हुई है। वहीं अगर इन निष्कर्षों की पुष्टि हो जाती है, तो यह लगभग 300 वर्षों में एक नए मानव अंग की पहली खोज मानी जाएगी।
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कैसे हुई इस अंग की खोज?
शोधकर्ताओं की मानें, तो इस खोज की पहचान उस वक्त की गई जब वो सिर और गर्दन पर रेडिएशन के साइड इफेक्ट की जांच कर रहे थे और उसका गहरा अध्ययन कर रहे थे। इस शोध के दौरान शोधकर्ता अपने शोध कार्य के हिस्से के रूप में एक नए प्रकार के स्कैन का अध्ययन कर रहे थे, तो उन्हें दो "अप्रत्याशित" क्षेत्र मिले जो नासॉफिरिन्क्स के पीछे दिख रहे थे। ये क्षेत्र ज्ञात प्रमुख लार ग्रंथियों के समान थे। मानव शरीर में लार ग्रंथि प्रणाली में तीन युग्मित प्रमुख ग्रंथियां और 1,000 से अधिक छोटी ग्रंथियां होती हैं जो पूरे म्यूकोसा में फैली होती हैं। ये ग्रंथियां निगलने, पचने, चखने, मैस्टेशन और दांतों की सफाई के लिए आवश्यक लार का उत्पादन करती हैं।
क्यों खास है ये अंग?
शोधकर्ताओं की मानें, तो ये नया अंग सिर और गले के कैंसर से जूझ रहे लोगों के इलाज में काफी मददगार साबित हो सकता है। शोधकर्ताओं का मानना है, सिर और गर्दन के ट्यूमर वाले रोगियों के लिए ये एक अच्छी खबर है क्योंकि ऑन्कोलॉजिस्ट उपचार के दौरान किसी भी जटिलताओं से बचने के लिए इस क्षेत्र को बायपास करने में वो सक्षम हो पाएंगे, जिससे इस तरह के कैंसर के इलाज में मदद मिल पाएगी। वहीं इसका एक और काम ये बताया जा रहा है कि ये ग्रंथियां नासोफरीनक्स और ऑरोफरीनक्स को नम रखना है, जो मुंह की अन्य गितिविधियों के लिए सहायक है।
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बता दें कि शोधकर्ताओं ने उनकी खोज के लिए "ट्यूबरियल ग्रंथियों (tubarial glands)" नाम का प्रस्ताव दिया है। फिर भी, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि क्या इन ग्रंथियों को मामूली ग्रंथियों के समूह के रूप में वर्गीकृत किया जाएगा या इसे एक अलग ग्रंथि या एक नए अंग प्रणाली के रूप में देखा जाएगा। शोधकर्ताओं का मानना है कि ये ग्रंथियां लार ग्रंथियों की चौथी जोड़ी के रूप में काम करेंगी। वहीं इसका प्रस्तावित नाम उनके शारीरिक स्थान पर आधारित है, अन्य तीन ग्रंथियों को पेरोटिड, सबमैंडिबुलर और सबलिंगुअल कहा जाता है।
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