cancer risk factors: कैंसर एक गंभीर बीमारी होती है। यह दुनियाभर में कुल मौतों का दूसरा सबसे बड़ा कारण बन गया है। इसमें शरीर के अंदर बड़ी संख्या में असामान्य कोशिकाएं बनने लगती हैं। ये कोशिकाएं लगातार बढ़ती रहती हैं और व्यक्ति के पूरे शरीर में फैल जाती हैं। इसकी वजह से शरीर में गांठ बन सकती है। ये गांठ उन गैर जरूरी कोशिकाओं का गुच्छा होती है, जो लगातार बढ़ती रहती हैं। ये कोशिकाएं शरीर में मौजूद ऊतकों को नुकसान पहुंचाती रहती हैं। कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस (world cancer day) के रूप में मनाया जाता है। इसलिए इसी मौके पर हम आपको उन लोगों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें कैंसर का सबसे अधिक खतरा बना रहता है। चलिए इस बारे में सलाहकार, मणिपाल व्यापक कैंसर देखभाल केंद्र, सरजापुर के मेडिकल ऑन्कोलॉजी और हेमेटो-ऑन्कोलॉजी डॉक्टर नितिन यश, (Dr. Nitin Yashas, Consultant in Medical Oncology and Hemato-Oncology, Manipal Comprehensive Cancer Care Center, Sarjapur) से विस्तार से जानें...
कैंसर के लक्षण (cancer symptoms)
कैंसर कई प्रकार के होते हैं। वैसे तो अलग-अलग प्रकार के लक्षण भी भिन्न हो सकते हैं। लेकिन कुछ ऐसे लक्षण है, जो सभी तरह के कैंसर होने पर देखने को मिलते हैं। इनमें शामिल हैं-
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- थकान
- खांसी
- सांस लेने में परेशान
- निगलने में दिक्कत होना
- त्वचा पर गांठ महसूस होना
- वजन बढ़ना या घटना
- यूरिन संबंधी समस्याएं
- त्वचा के रंग में बदलाव
- रात में पसीना आना
- मांसपेशियों में दर्द बना रहना
इन लोगों को है कैंसर का सबसे अधिक खतरा- risk factors of cancer
कैंसर होने के कई कारण होते हैं। डॉक्टर इसके कारण को ध्यान में रखकर ही कैंसर का उपचार करते हैं। लेकिन कुछ ऐसे खास लोग होते हैं, जिनमें कैंसर होने की संभावना अधिक रहती है।
1. नाइट शिफ्ट में काम करना
जो लोग नाइट शिफ्ट में काम करते हैं, उन्हें कैंसर होने की संभावना काफी अधिक होती है। पूरी नींद न लेना कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है। इसलिए कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए आपको पूरी नींद लेना जरूरी है। इसके लिए आप रोजाना 7-8 घंटे की नींद जरूर लें।
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2. शारीरिक रूप से सक्रिय न रहना
आजकल लोग ऑफिस, घर और पढ़ाई की जिम्मेदारियों के चलते खुद को एक्टिव नहीं रख पाते हैं। लेकिन शारीरिक रूप से सक्रिय न रहने की वजह से कई बीमारियां पैदा होने लगती है। इन्हीं में कैंसर भी शामिल है। जी हां, जो लोग शारीरिक रूप से एक्टिव नहीं रहते हैं, उनमें भी कैंसर होने की संभावन अधिक रहती है। साथ ही जो लोग शारीरिक रूप से सक्रिय रहते हैं, उनमें कैंसर को जोखिम कम होता है। हर हफ्ते 150 मिनट एक्सरसाइज या योग जरूर करना चाहिए। कैंसर से बचाव के लिए खुद को सक्रिय रखना बहुत जरूरी है।
3. धूम्रपान और एल्कोहल का सेवन
जो लोग एल्कोहल लेते हैं या फिर धूम्रपान करते हैं, वे अधिक मामलों में कैंसर की चपेट में आते हैं। एल्कोहल का सेवन करने वाले लोग किसी भी उम्र में कैंसर की चपेट में आ सकते हैं। यानी ऐसे लोगों को कैंसर होने का खतरा अधिक रहता है। जबकि अगर बुजुर्ग कम मात्रा में भी एल्कोहल लेते हैं, तो उनमें भी कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। धूम्रपान और एल्कोहल लिवर कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को काफी हद तक बढ़ाता है। इसलिए कैंसर से बचाव के लिए इन नशीले पदार्थों से दूरी बनाकर रखें।
4. असुरक्षित यौन संबंध
असुरक्षित यौन संबंध एड्स, हेपेटाइटिस के साथ ही कैंसर के जोखिम को भी बढ़ाता है। कैंसर से बचाव के लिए आपको असुरक्षित यौन संबंध बनाने से बचना होगा।
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अगर आपको कैंसर का कोई भी लक्षण नजर आए, तो इस बिल्कुल भी नजरअंदाज करें। यह एक गंभीर रूप ले सकता है, इसलिए इसका समय पर इलाज जरूरी है।