शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक माना जाता है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि रेड वाइन महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद होती है। एक शोध के अनुसार रेड वाइन महिलाओं की गर्भधारण की क्षमता को बढ़ाती है।
अब तक आपने यही सुना होगा कि शराब से महिलाओं के गर्भधारण की क्षमता पर बुरा असर पड़ता है लेकिन हाल ही हुए एक शोध के अनुसार रेड वाइन महिलाओं में गर्भधारण की क्षमता को बढ़ाने में मदद करती है साथ ही पीरियड्स से जुडी समस्याओं को भी दूर करती है।
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओ) से ब्रिटेन में पांचवी महिला के प्रभावित होने का अनुमान है - लेकिन यह संख्या काफी अधिक हो सकती है क्योंकि पीड़ित के लगभग आधे हालत का कोई लक्षण नहीं दिखा। लेकिन रेड वाइन में पाया जाने वाला रेसवेरेट्रॉल इस समस्या को दूर करने में मदद करता है।
क्या है रेसवेरेट्रॉल
रेसवेरेट्रॉल, एक प्राकृतिक यौगिक है जो रेड वाइन में पाया जाता है, और पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के कारण होने वाले हार्मोन असंतुलन को सही करता है - यह बांझपन का एक आम कारण है। विशेषज्ञों का दावा है कि गर्भधारण की कोशिश कर रही महिलाओं के लिए एक दिन में रेड वाइन का एक गिलास बहुत मददगार होता है।
क्या कहता है शोध
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के सैन डिएगो से प्रमुख शोधकर्ता डॉक्टर अंटोनी दुलेब ने कहा कि हमारे अध्ययन के पहले चिकित्सीय परीक्षण से पता चला कि रेसवेरेट्रॉल पीसीओ मरीजों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम करता है।
पोलैंड और कैलिफोर्निया के शोधकर्ताओं ने अध्ययन के बाद यह दावा किया है कि रेड वाइन में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट रेसवेरेट्रॉल (लाल अंगूर के छिलकों में भी पाया जाता है) महिलाओं में पीसीओएस (पॉलिसिस्टिक ओवरियन सिंड्रोम) से निजात दिलाने में लाभदायक होता है। इतना ही नहीं, महिलाओं में वजन बढऩे की समस्या, अनचाहे बालों तथा बांझपन जैसी समस्याओं में भी रेड वाइन लाभदायक होती है।
इस रिपोर्ट से पहले 2006 में भी रेड वाइन से जुड़ी कुछ चौंकाने वाली बातें सामने आईं थीं। रिपोर्ट का दावा था कि रेसवेरेट्रॉल शरीर में पाए जाने वाले एसआईआरटी 1 एन्जाइम (उम्र को बढ़ने से रोकता है) को एक्टिवेट कर देता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि रेड वाइन के इस्तेमाल से चूहों की लाइफ बढ़ गई। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि इसके इस्तेमाल से कैंसर और डायबिटीज जैसी बीमारियों से भी छुटकारा पाया जा सकता है।