बवासीर, पीलिया, सफेद पानी जैसी इन 9 बीमारियों को दूर करने में असरकारी है रसौत, जानें इस्तेमाल करने का तरीका

रसौत का इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है। चलिए जानते हैं इसे बनाने का तरीका और इस्तेमाल करने से होने वाले फायदे  
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बवासीर, पीलिया, सफेद पानी जैसी इन 9 बीमारियों को दूर करने में असरकारी है रसौत, जानें इस्तेमाल करने का तरीका

रसौत दारुहरिद्रा से तैयार किया जाता है। रसौत को रसवंती (Raswanti), रसंजना (Rasanjana), हब्बे रसौत (Habb-e-Rasaut) भी कहा जाता है। इसका इस्तेमाल आयुर्वेद के साथ-साथ यूनानी चिकित्सा में भी किया जाता है। दारूहरिद्रा के अर्क को ही रसौत कहते हैं। इसमें कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी हैं। गाजियाबाद स्वर्ण जयंती के आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर राहुल चतुर्वेदी का कहना है कि रसौत के इस्तेमाल से कई तरह की बीमारियों को दूर किया जा सकता है। यह स्किन से जुड़ी परेशानियों से लेकर पीलिया, दस्त और आंखों के रोगों को दूर करने में असरकारी होता है। इतना ही नहीं, इसके इस्तेमाल से आप पेट के अल्सर और कई गंभीर बीमारियों को भी दूर कर सकते हैं। आज हम आपको इस लेख में रसौत के कुछ बेहतरीन फायदे और उपयोग करने का तरीका बताने जा रहे हैं। चलिए जानते हैं इस बारे में- 

पारंपरिक तरीके से कैसे तैयार किया जाता है रसौत?

रसौत बनाने के लिए दारुहरिद्रा की जड़ें और इसके तनों की छाल का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें ऐसी जड़ों का इस्तेमाल होता है, जो कीट के हमसों से मुक्त होती हैं। सबसे पहले जड़ों को पानी में अच्छी तरह से साफ कर लिया जाता है। इसके बाद इन जड़ों को पानी से भरे एक बर्तन में डालकर सामान्य ताप पर पकाया जाता है। करीब 5 से 6 घंटे (जब तक पानी 15 से 16 गुना कम न हो जाए) तक इसे सामान्य तापमान पर पकाया जाता है। लेकिन ध्यान रखें कि बीच-बीच में इसे देखना जरूरी है ताकि जड़ें जले नहीं। जब पानी 16 गुना कम हो जाए, तो इसकी अशुद्धियों को हटाने के लिए इसे फिल्टर किया जाता है। इसके बाद इसे फिर से 1 घंटे उबाला जाता है। बाद में इसे खुली हवा में रखकर ठंडा किया जाता है। जब अर्क ठंडा हो जाए, तो इसे किसी अंधेर और ठंडी जगह पर रखें। 

रसौत के फायदे (Benefits of Rasaut)

1. गर्भाशय के सूजन को करे कम

गर्भाशय के सूजन को कम करने में रसौत काफी गुणकारी हो सकती है। इतना ही नहीं यह ल्यूकोरिया और मेनोरेजिया के उपचार के लिए भी काफी उपयोगी है। सफेद पानी की समस्या को दूर करने के लिए रसौत और पुष्यानुग के चूर्ण को बराबर मात्रा में मिलाकर इसका सेवन करें। इससे सफेद पानी की समस्या दूर होगी। साथ ही गर्भाशय में सूजन की परेशानी भी दूर हो सकती है। 

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2. बवासीर की परेशानी से दिलाए राहत

बवासीर की समस्या होने पर भी रसौत आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए रक्तस्त्राव वाले स्थान पर इसका उपयोग धुलाई के रूप में करें। इससे बवासीर की परेशानी कुछ ही समय में ठीक हो जाएगी।

3. घाव और अल्सर को करे ठीक

रसौत के इस्तेमाल से घाव और अल्सर की परेशानियों से राहत पाया जा सकता है। इसके लिए रसौत और शहद को बराबर मात्रा में मिलाकर प्रभावित स्थान पर लगाएं। इससे घाव और अल्सर की समस्या कुछ ही दिनों में ठीक हो सकती है। 

4.  आंखों के लिए लाभकारी

आंखों से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में रसौत का इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर आपकी आंखों में दर्द, जलन या फिर खुजली की शिकायत हो रही है, तो रसौत को पलकों पर लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें। इसके बाद ठंडे पानी से अपनी आंखों को साफ करें। इससे आंखों से जुड़ी परेशानी दूर हो सकती है। वहीं, अगर आपकी आंखें लाल हो रही हैं, तो करीब 250 मिलीग्राम रसौत में 25 मिलीग्राम गुलाबजल मिक्स करें। अब इसकी कुछ बूंदें अपनी आंखों में डालें। इससे आंखों की लालिमा दूर हो सकती है। 

5. पीलिया से दिलाए राहत

पीलिया और लिवर से जुड़ी परेशानी को दूर करने में रसौत का उपयोग किया जा सकता है। इसके सेवन से आपका लिवर स्वस्थ रहेगा। साथ ही पीलिया की परेशानी दूर हो सकती है। लिवर को मजबूत करने के लिए शहद और रसौत को बराबर मात्रा में मिलाकर इसका सेवन करें। इससे लिवर से जुड़ी परेशानी और पीलिया से काफी राहत मिल सकता है। 

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6. गले और मुंह के बैक्टीरिया से बचाव

गले और मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को साफ करने में भी रसौत काफी उपयोगी हो सकता है। इसके लिए 1 गिलास गर्म पानी लें। अब इस पानी में 1 चम्मच रसौत को मिक्स करके इससे गरार करें। इससे मुंह और गले में पनप रहे बैक्टीरिया नष्ट हो सकते हैं। साथ ही इससे सांसों में आने वाली बदबू से भी राहत मिल सकता है। 

7. पिंपल्स से दिलाए राहत

रसौत का इस्तेमाल आप स्किन से जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए भी कर सकते हैं। अगर आपके चेहरे पर मुंहासे या फिर दानों की शिकायत है, तो इसके लिए 1 चम्मच बटर लें। अब इसमें 1 कपूर का टुकड़ा और 1 चम्मत रसौत मिक्स करें। तैयार पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं। इससे पिंपल्स की परेशानी दूर हो सकती है। 

8. कान बहने की परेशानी से छुटकारा

रसौत का इस्तेमाल आप कान बहने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी कर सकते हैं। इसके लिए रसौत को मोटा-मोटा पीस लें। अब इसे 250 मिलीलीटर पानी में भिगोकर छोड़ दें। कुछ देर बाद इसे पकाएं। पकने के बाद इसमें काली मिर्च और मट्ठा मिक्स करके पिएं। इससे कान का रोग दूर हो सकता है। इसके अलावा आप मां के दूध के साथ रसौत को पीसकर इसमें घी और शहद मिक्स करें। अब इसे कान में डालें। इससे कान की बदबू दूर होगी। साथ ही कान से मवाद निकलना बंद हो जाएगा।   

9. पेशाब में जलन

पेशाब में जलन की शिकायत होने पर भी आप रसौत का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए रसौत को आंवले के पाउडर के साथ बराबर मात्रा में मिक्स करें। इस तैयार पाउडर को गर्म पानी के साथ लें। इससे पेशाब में हो रही जलन दूर हो सकती है। 

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रसौत के नुकसान (Rasaut Side Effects) 

रसौत स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए। आयुर्वेदाचार्य के अनुसार, रसौत में विरेचक, लेक्सेटिव के गुण पाए जाते हैं, जिसकी अधिक मात्रा लेने से आपको बार-बार पेशाब आ सकता है। इसके अलावा किसी एक्सपर्ट की सलाह पर ही इसका सेवन करेँ। 

ध्यान रखें कि रसौत स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद है। लेकिन इसका सेवन अधिक मात्रा में करने से आपको कई परेशानियां भी हो सकती है। इसलिए डॉक्टर के सलाहनुसार ही इसका सेवन करें। साथ ही अगर आपको किसी तरह की समस्या है, तो इसका सेवन करने से पहले आयुर्वेदाचर्य से इसकी सलाह जरूर लें। 

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