
अगर आप बाल झड़ने की समस्या से परेशान हैं तो पीआरपी थैरेपी को ट्राय कर सकते हैं। हेयर ग्रोथ के लिए ये लेटेस्ट तकनीक है।
क्या आप भी झड़ते बालों से परेशान है? अगर हां तो आज हम आपको हेयर ग्रोथ के लिए पीआरपी थैरेपी के बारे में बताने जा रहे हैं। बाल झड़ना आज एक बड़ी समस्या बन चुकी है। हमारी जीवनशैली का असर बालों पर पड़ने लगा है। स्ट्रेस, बालों में गंदगी हेयरफॉल का कारण बन सकते हैं। इन्हें रोकने के लिए आप पीआरपी ट्रीटमेंट ट्राय कर सकते हैं। इसमें आपके स्कैल्प में इंजेक्शन से प्लाज्मा इंजेक्ट किया जाता है। इस थैरेपी को करने का तरीका और फायदे जानने के लिए हमने ओम स्किन क्लीनिक, लखनऊ के वरिष्ठ कंसलटेंट डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ देवेश मिश्रा से बात की।
क्या है हेयरफॉल का कारण? (Causes of hairfall)
आज कल महिला और पुरुषों में बाल झड़ने की समस्या एक जैसी होती जा रही है। ये समस्या जैनेटिक कारणों से भी हो सकती है। आज कल लोग स्ट्रेसफुल लाइफ जी रहे हैं। ये भी हेयर फॉल का एक बड़ा कारण हो सकता है। पॉल्यूशन के चलते हमारे बालों में धूल-मिट्टी जम जाती है और इंफेक्शन होने लगता है जिससे बाल झड़ते हैं। वहीं कुछ लोग प्रोटीन और कैल्शियम युक्त खाना नहीं खाते। ये भी हेयरफॉल का एक कारण हो सकता है। कैमिकल का ज्यादा इस्तेमाल या हीटिंग मशीन के रोजाना इस्तेमाल से भी बाल झड़ने की समस्या हो सकती है। दिन में सौ बाल टूटना सामान्य है पर इससे ज्यादा बाल झड़ने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
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क्या है पीआरपी थैरेपी? (What is PRP treatment)
पीआरपी यानी प्लेटलेट्स रिच प्लाज्मा। जिसको हेयरलॉस की समस्या होती है उसके ब्लड का इस्तेमाल करके ये थैरेपी की जाती है। इस प्रक्रिया में ब्लड से निकलने वाले प्लाज्मा से हेयर ग्रोथ होती है। इस तकनीक से झड़ते बाल और त्वचा संबंधित समस्याओं का इलाज किया जाता है। ये बालों की ग्रोथ के लिए असरदार उपाय है। इससे बाल घने और स्वस्थ होते हैं। इस थैरेपी को करने के बाद 2 साल तक इसका अच्छा असर रहता है। इस थैरेपी को ज्यादातर 20 से 40 साल तक के लोग करवाते हैं।
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कैसे होता है ट्रीटमेंट? (Procedure of PRP treatment)
ट्रीटमेंट के तहत मरीज़ के शरीर से 10 से 15 मिली खून निकाला जाता है। खून को प्लाज्मा में बदलकर इंजेक्शन की मदद से स्कैल्प में इंजेक्ट किया जाता है। बालों की जड़ों में प्लाज्मा इंजेक्ट करने से जड़ों को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं। इससे बाल बढ़ने लगते हैं। इस ट्रीटमेंट को करने से पहले मरीज़ को एनेस्थीसिया दिया जाता है। स्कैल्प में लगने वाले इंजेक्शन के लिए माइक्रो सुई का इस्तेमाल किया जाता है। इस प्रक्रिया को करने के लिए कई सिटिंग्स की जरूरत होती है। कई लोगों को लगता है कि ये पेनफुल प्रोसेस है पर इसमें बिल्कुल दर्द नहीं होता।
पीआरपी थैरेपी के फायदे (Benefits of PRP therapy)
- 1. इस ट्रीटमेंट में ज्यादा समय नहीं लगता। ये बस डेढ़ घंटे में होने वाला ट्रीटमेंट है।
- 2. इस ट्रीटमेंट के बाद आप जल्द नॉर्मल रूटीन में आ जाते हैं।
- 3. इसके रिजल्ट सेफ हैं। इससे आपको कोई साइडइफेक्ट नहीं होंगे।
- 4. ये एक नॉन सर्जिकल ट्रीटमेंट है, आपको किसी तरह का कोई चीरा नहीं लगाया जाता है।
- 5. दूसरे हेयर ट्रीटमेंट में एलर्जी का डर रहता है पर इसमें ऐसा नहीं है। इस थैरेपी में वाइट ब्लड कॉर्पसल्स कम होते हैं तो इंफेक्शन का डर नहीं रहता।
- 6. इस ट्रीटमेंट से बाल तो बढ़ते ही हैं साथ ही हेयर फॉलिकल भी मजबूत होते हैं।
- 7. इस ट्रीटमेंट से न तो निशान पड़ते हैं और न दवा खानी पड़ती है।
डॉक्टर से सलाह लिए बगैर आपको ये ट्रीटमेंट नहीं करवाना है। ये केवल एक विकल्प है। अगर आपके मन में शंका है तो हेयर एक्सपर्ट से मिलें।
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