How Much Protein Should I Eat on a Chronic Kidney Disease : शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए डाइट बहुत अहम भूमिका निभाती है। अगर हम डेली डाइट में पौष्टिक चीजों का सेवन करते हैं, तो ओवरऑल हेल्थ को फायदा हो सकता है। आमतौर पर सभी पोषक-तत्व शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। हालांकि, कुछ स्थितियां ऐसी भी होती हैं, जिनमें व्यक्ति को पोषक-तत्वों से फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। इन्हीं में से एक स्थिति क्रोनिक किडनी डिजीज की है। बता दें कि क्रोनिक किडनी डिजीज (सीकेडी) एक ऐसी स्थिति है, जिसमें किडनी धीरे-धीरे खराब हो जाती है। इस स्थिति में किडनी खून को अच्छी तरह से फिल्टर नहीं कर पाती है। अगर आप भी किडनी से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो प्रोटीन के सेवन पर विशेष ध्यान देना जरूरी हो जाता है। आइए डॉ. आशुतोष सिंह, वरिष्ठ सलाहकार - यूरोलॉजी, मेट्रो अस्पताल, नोएडा (Dr. Ashutosh Singh, Sr. Consultant - Urology, Metro hospital, Noida) से जानते हैं कि किडनी डिजीज होने पर व्यक्ति को कितनी मात्रा में प्रोटीन का सेवन करना चाहिए?
प्रोटीन शरीर के लिए जरूरी क्यों है?- Why is Protein Important for the Body
प्रोटीन का सेवन शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इससे बॉडी सेल्स के निर्माण और मरम्मत में मदद मिलती है। प्रोटीन शरीर के टिशूज और अंगों को मजबूत बनाता है। इससे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने, हार्मोन और एंजाइम के प्रोडक्शन और बॉडी के एनर्जी लेवल को मेंटेन करने में मदद मिलती है। आइए अब किडनी डिजीज और प्रोटीन के बीच के संबंध को अच्छी तरह से समझते हैं।
किडनी डिजीज में प्रोटीन का क्या रोल है?- What is the Role of Protein in Kidney Disease
डॉ. आशुतोष के अनुसार, एक स्वस्थ व्यक्ति को प्रतिदिन अपने वजन के मुताबिक प्रति किलोग्राम पर 1.5 से 2 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है। अगर आपके शरीर में प्रोटीन की मात्रा इससे कम है, तो व्यक्ति को मसल्स वेस्टिंग यानी कमजोरी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, अगर कोई व्यक्ति किडनी की समस्या से ग्रस्त है, तो इस स्थिति में उसकी बॉडी से टॉक्सिन्स बाहर नहीं निकल पाते हैं। ऐसे में माइल्ड किडनी डिजीज (जिसे सीकेडी 1 या 2 कह सकते हैं) की स्थिति में प्रोटीन इन्टेक को कम किया जाता है। इस स्थिति में डॉक्टर अक्सर प्रोटीन की मात्रा को 1.5 ग्राम से कम कर देते हैं। अगर सीकेडी 3, 4 और 5 की स्टेज पर है, तो व्यक्ति को 0.6 से 0.8 ग्राम तक प्रोटीन लेने की सलाह दी जाती है।
दरअसल, किडनी की समस्या का सामना कर रहे लोगों को अगर हाई प्रोटीन फूड दिया जाता है, तो बॉडी में टॉक्सिक प्रोडक्ट बहुत तेजी से बढ़ने लगता है। बता दें कि जिन लोगों की किडनी कम काम कर रही है, उन्हें प्रोटीन रहित डाइट दी जाती है। इस स्थिति में दालों और एनिमल प्रोटीन के सेवन को कम करने या बिलकुल बंद कर देने की सलाह दी जाती है। हालांकि, हेल्दी लोग डॉक्टर की सलाह पर 2 ग्राम से ज्यादा प्रोटीन का सेवन भी कर सकते हैं।
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किडनी की समस्या होने पर किन चीजों के सेवन से बचें?- What Things should be Avoided in Case of Kidney Problems
किडनी की समस्या होने पर डॉक्टर कई तरह की चीजों का सेवन करने से मना कर देते हैं। आइए जानते हैं कि आप किन चीजों का सेवन नहीं कर सकते हैं:
- किडनी की समस्या होने पर हाई सोडियम वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए। जैसे कि प्रोसेस्ड फूड, सॉस और मसाले आदि।
- हाई प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ, जैसे कि मांस, मछली और अंडे, किडनी के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
- हाई फास्फोरस वाले खाद्य पदार्थ, जैसे कि डेयरी प्रोडक्ट, मीट और प्रोसेस्ड फूड, किडनी के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
- हाई पोटैशियम वाले खाद्य पदार्थ, जैसे कि केले, आलू और टमाटर का सेवन नहीं करना चाहिए।
- किडनी की समस्या का सामना कर रहे लोगों को कैफीन और अल्कोहल जैसी चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए।
- किडनी रोगों का सामना कर रहे लोगों को प्रोसेस्ड फूड और फास्ट फूड का सेवन नहीं करना चाहिए।
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किडनी की समस्या से बचने के लिए आप ऊपर बताए फूड्स और नमक को अपनी डाइट में कम कर सकते हैं। इस स्थिति में आपको डेली डाइट में कोई भी बदलाव करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। इससे शरीर को होने वाली समस्याओं से बचाया जा सकता है। साथ ही, किडनी रोगों का सामना कर रहे लोगों को प्रोटीन का सेवन कम मात्रा में ही करना चाहिए।
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