
प्रेगनेंसी के दौरान यूरिन में प्रोटीन डिस्चार्ज एक गंभीर समस्या हो सकती है जिसे हल्के में न लें, अगर आप इसके लक्षण नोटिस करें तो आपको डॉक्टर के पास जाकर जांच करवानी चाहिए, अगर प्रेगनेंसी में आप अन्य समस्याओं का सही इलाज नहीं करवाएंगे तो होने वाले बच्चे को जान का जोखिम हो सकता है। यूरिन में प्रोटीन बढ़ने का मतलब इंफेक्शन भी हो सकता है आपको इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
image source: verywellfamily
प्रेगनेंसी के दौरान यूरिन में प्रोटीन आना
प्रेगनेंसी के दौरान अगर यूरिन में प्रोटीन की समस्या होती है तो ये इस बात के संकेत हैं कि आपके शरीर में किसी तरह का इंफक्शन या बीमारी है। इस समस्या को प्रोटीन्यूरिया के नाम से भी जानते हैं। इस समस्या में यूरिन में प्रोटीन डिस्चार्ज बहुत बढ़ जाता है और 300 मिलीग्राम से ज्यादा प्रोटीन होना एक खतरनाक लक्षण माना जाता है।
प्रेगनेंसी के दौरान प्रोटीन में यूरिन होने के संकेत (Symptoms of protein in urine during pregnancy)
प्रेगनेंसी के दौरान अगर यूरिन में प्रोटीन होता है तो आपको ये लक्षण नजर आ सकते हैं-
- हाथ और पैर में सूजन
- चेहरे पर सूजन
- झागदार पेशाब होना
- प्री-एक्लेमप्सिया के संकेत
इसे भी पढ़ें- मेनोपॉज के दौरान इन कारणों से घटने या बढ़ने लगता है वजन,जानें हेल्दी बॉडी वेट मेनटेन रखने के 5 उपाय
यूरिन में प्रोटीन आने के कारण होने वाली समस्याएं
जिन महिलाओं के यूरिन में प्रोटीन आने की समस्या होती है उनमें हार्ट प्रॉब्लम, किडनी इंफेक्शन, डायबिटीज, गठिया रोग, एनीमिया जैसी समस्या हो सकती है। यूरिन में प्रोटीन के कारण होने वाली समस्याओं में यूटीआई की समस्या, स्ट्रेस ज्यादा होना, लगातार बुखार आना, डिहाइड्रेशन की समस्या, एक्यूट रीनल न काम करने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
यूरिन में प्रोटीन चेक करने के लिए टेस्ट
आप यूरिन में प्रोटीन की मात्रा चेक करवाने के लिए डिपस्टिक टेस्ट भी करवा सकते हैं। इस टेस्ट में केमिकल पैच वाली स्ट्रिप को यूरिन सैंपल में डिप किया जाता है और पेशाब में अगर प्रोटीन होगा तो स्ट्रिप का रंग बदल जाएगा, इस टेस्ट के अलावा आप यूरिन प्रोटीन टेस्ट करवा सकते हैं। इस टेस्ट में अगर प्रोटीन की मात्रा 300 मिलीग्राम से ज्यादा होगी तो प्री-एक्लेमप्सिया के लक्षण माने जाते हैं।
प्रेगनेंसी के दौरान यूरिन में प्रोटीन डिस्चार्ज के कारण (Causes of protein in urine during pregnancy)
image source: static.onecm
- प्रेगनेंसी में प्रोटीन डिस्चार्ज के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इसका पता लगाने के लिए आपको सही कारण का पता होना जरूरी है।
- उन महिलाओं में भी प्रोटीन डिस्चार्ज की समस्या होती हे जिन्हें डायबिटीज की समस्या होती है। आपको इसके लिए एक्सरसाइज, दवा और सही खानपान पर ध्यान देना चाहिए।
- जिन महिलाओं में हाई बीपी की समस्या होती है उनमें भी इलाज की दिक्कत आ सकती है।
इसे भी पढ़ें- किस विटामिन की कमी से कौन सा रोग होता है? देखें पूरी लिस्ट
प्रोटीन्यूरिया का इलाज (Protein in urine treatment)
प्रोटीन्यूरिया दो प्रकार की होती है, पहली जो प्रेगनेंसी के दौरान होती है और दूसरी जो प्रेगनेंसी से पहले भी मौजूद होती है। इसका इलाज जरूर जान लें-
- यूरिन में प्रोटीन आने की समस्या का इलाज डॉक्टर दवाओं से और डाइट में बदलाव करके करवाते हैं।
- अगर आपको प्रोटीन्यूरिया से बाहर निकलना है तो तो डायबिटीज कंट्रोल करें, शुगर लेवल बढ़ने से यूरिन में प्रोटीन की मात्रा भी बढ़ सकती है।
- अगर आपको किसी भी प्रकार से किडनी में इंफेक्शन या बीमारी है तो डॉक्टर से इलाज करवाएं उसके कारण भी यूरिन में प्रोटीन की समस्या हो सकती है जिसके इलाज में आपको वॉटर इंटेक बढ़ाना चाहिए।
- हेल्दी डाइट का सेवन करें और प्रोटीन की सही मात्रा जानने के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।
यूरिन में प्रोटीन की समस्या है तो आपको तुरंत डॉक्टर से इलाज करवाना चाहिए और इससे बचाव के तरीके अपनाने चाहिए।
main image source: amazonaws