सर्दियां जा रही हैं और गर्मियों के मौसम ने दस्तक दे दी है। ऐसे में तापमान में भी तेजी से उतार-चढ़ाव हो रहा है। इस समय बच्चों की सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि बच्चों के शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता कमजोर होती है। जब बात बच्चों के स्वास्थ्य की हो, तो किसी भी तरह की लापरवाही करना बिल्कुल भी उचित नहीं है। ऐसे में उन्हें इंफेक्शन और एलर्जी होने का खतरा रहता है। आज हम इस लेख के जरिए बता रहे हैं कि आप बदलते मौसम में अपने बच्चे का ध्यान किस तरह से रख सकते हैं?
बदलते मौसम में बच्चों के बीमार पड़ने का कारण
मौसम में परिवर्तन आने की वजह से बच्चों के शरीर का तापमान भी बदलता है और मौसम के बदलाव के साथ बच्चों की बॉडी का टेंपरेचर एडजस्ट नहीं हो पाता। बच्चों की कमजोर इम्यूनिटी उनके बीमार होने का प्रमुख कारण है।
बदलते मौसम में बच्चों का ध्यान रखने के तरीके
1. स्तनपान करवाएं
बदलते मौसम में शिशुओं के लिए मां का दूध बहुत फायदेमंद होता है। मां का दूध पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें ऐसी एंटीबॉडीज पाई जाती हैं जिससे शिशु का पेट के इंफेक्शन (गैस्ट्रोएंटेराइटिस) आदि से बचाव होता है। यह उनका सर्दी-जुकाम, छाती व कान के संक्रमण के जोखिम से भी बचाव करता है। अपने बच्चे को तंदुरुस्त रखने के लिए और रोगों से बचाने के लिए स्तनपान जरूर करवाएं।
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2. पर्याप्त पानी पिलाएं
मौसम में बदलाव आने पर बच्चों के शरीर में पानी की कमी होने लगती है क्योंकि खेल-कूद में व्यस्त रहने के कारण वे कम पानी पीते हैं। ऐसे में इस बात का ध्यान आपको रखना है कि आप अपने बच्चे को पानी जरूर पिलाएं। यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के अनुसार 12 महीने से अधिक उम्र के बच्चों को आप दूध, फूड और पानी के अन्य स्रोतों को मिलाकर लगभग 1.3 लीटर पानी पिला सकते हैं। अगर आप चाहें तो इसके लिए आप किसी चाइल्ड स्पेशलिस्ट की सलाह भी ले सकते हैं।
3. ठंडी चीजों से परहेज
आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक्स तो बच्चों की फेवरेट होती है। लेकिन इम्यूनिटी कमजोर होने की वजह से जब मौसम में बदलाव हो रहा होता है, तो बच्चों को सर्दी-जुकाम और बुखार होने की संभावना अधिक होती है। ऐसे में उन्हें आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक्स ना दें। ठंडी चीजों में दही व केला आदि भी शामिल हैं।
4. शारीरिक गतिविधियां हैं जरूरी
बच्चे के लिए शारीरिक गतिविधियां बहुत जरूरी है क्योंकि वे जितना फुर्तीले रहेंगे बीमारियां उनसे उतनी ही दूर रहेंगी। उसे कम से कम 30 मिनट स्ट्रेचिंग और व्यायाम करवाएं। उसे थोड़ा टहलने के लिए भी कहें। बच्चे को बोरियत न हो इसके लिए माता-पिता को भी उनके साथ टहलना चाहिए। उसे आउटडोर गेम्स खेलने के लिए प्रेरित करें।
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5. उबला पानी पिलाएं
आप अपने बच्चे को उबला पानी भी पीने के लिए दे सकते हैं। उबले हुए पानी का सेवन कराने से बच्चों को संक्रमण से बचाया जा सकता है। उबलने की प्रक्रिया में पानी से सभी हानिकारक बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स का कहना है कि बच्चों को फिल्टर्ड व साफ पानी पिलाना चाहिए।
बचाव के अन्य तरीके
- साफ-सफाई का ध्यान रखें।
- कीड़े-मकोड़ों से बचाएं।
- ठंडी चीजें ना खिलाएं।
- फास्ट फूड से परहेज जरूरी।
बदलते मौसम में आप इन तरीकों को अपनाकर बच्चों की सेहत का ध्यान रख सकते हैं। अगर बच्चा बीमार पड़ता है, तो ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें क्योंकि बच्चों के मामले में लापरवाही करना ठीक नहीं।