
प्रोसेस्ड और जंक फूड खाना सेहत के लिए कई तरीकों से नुकसानदायक हो सकता है। इसे खाने से न केवल वजन बढ़ना, बल्कि किडनी, फेफड़े और दिल से जुड़ी बीमारियां होने का भी अधिक खतरा रहता है। हाल ही में यनिवर्सिटी सोर्बोन पैरिस नॉर्ड एंड यूनिवर्सिटीज पैरिस साइट, फ्रांस के शोधकर्ताओं ने एक स्टडी में पाया कि इमल्सीफायर वाले प्रोसेस्ड फूड खाना कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम में गड़बड़ी का कारण बन सकते हैं, जिससे हार्ट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
क्या है इमल्सीफायर?
दरअसल, इमल्सीफायर दो तरह के लिक्विड से मिलकर बना होता है, जिसे प्रोसेस्ड फूड के स्वाद और उसे स्थिर रखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह खाने के प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल करने के साथ ही स्किन केयर प्रोडक्ट्स में भी इस्तेमाल किया जाता है। आमतौर पर यह आईसक्रीम, पेस्ट्री, केक, चॉकलेट, मियोनीज, कुकीज, पीनट बटर और सॉस आदि में इस्तेमाल किया जाता है। स्टडी के मुताबिक इसे इस्तेमाल करना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

इमल्सीफायर के नुकसान
स्टडी के मुताबिक इमल्सीफायर युक्त प्रोसेस्ड फूड खाना सेहत के लिए कई तरीकों से नुकसानदायक हो सकता है। इससे कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम में गड़बड़ी हो सकती है, जिससे हार्ट से जुड़ी समस्याएं जैसे हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक आदि जैसी समस्याएं हो सकती हैं। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने यूएस में इमल्सीफायर को खाने में मिलाने के लिए अप्रूव किया है। यह ऑयल के साथ मिलकर बनाया जाता है। इसे ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल करने से शरीर में थकान या फिर भी बनी रह सकती है।
इसे भी पढ़ें- जंक फूड और फास्ट फूड में क्या अंतर होता है? जानें ये क्यों माने जाते हैं सेहत के लिए नुकसानदायक
प्रोसेस्ड फूड खाने के नुकसान
इस विषय पर अधिक जानकारी पाने के लिए हमने दिल्ली की डायटीशियन शिवाली गुप्ता से बात-चीत की। उन्होंने बताया कि प्रोसेस्ड या फिर डब्बा बंद खाना खाने से सेहत को कई तरीकों से नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे में वजन बढ़ने के साथ-साथ शरीर में पोषक तत्वों की कमी भी हो सकती है। इसे खाने से शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण ठीक तरह से नहीं हो पाता है। इससे पाचन से जुड़ी समस्याएं होने के साथ ही हार्ट की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।
Read Next
खेल-कूद में एक्टिव रहने वाले बच्चों की मेंटल हेल्थ होती है ज्यादा बेहतर, स्टडी में हुआ खुलासा
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version