डायबिटीज (Diabetes in hindi), एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर इंसुलिन प्रोडक्शन बंद कर देता है। इसकी वजह से शरीर में पैदा होने वाला शुगर पचने की जगह, खून में सर्कुलेट हो जाता है और फिर कई अंग इससे प्रभावित होने लगते हैं। ऐसी स्थिति में लोग शुगर कंट्रोल करने के लिए या डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए तरह-तरह के घरेलू उपचारों की मदद लेते हैं। ज्यादातर लोग जामुन के बीज, अर्जुल की छाल और तमाम प्रकार की नेचुरल चीजों का सेवन करते हैं जिससे शुगर कंट्रोल करें। यह देसी उपचार तेजी से काम करते हैं लेकिन सेहत को इनके नुकसान भी हो सकते हैं। दरअसल, घरेलू उपचारों से ब्लड शुगर के स्तर को तेजी से कम करना डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन इसे सावधानी से करना जरूरी है। कुछ उपचारों से ब्लड शुगर के स्तर में अचानक गिरावट आ सकती है, जिससे हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है, जो ठीक से प्रबंधित न किए जाने पर जानलेवा हो सकता है। इसी बारे में हमने विस्तार से बात की Dr. Mahesh D M, Consultant - Endocrinology, Aster CMI Hospital, Bangalore से।
Dr. Mahesh D बताते हैं कि ब्लड शुगर कम करने के लिए घरेलू उपचार का उपयोग करना एक प्राकृतिक विकल्प की तरह लग सकता है, लेकिन वे हमेशा हानिरहित नहीं होते हैं। जबकि कुछ सुरक्षित और हल्के से मददगार हो सकते हैं, अन्य आपके शरीर के स्वाभाविक रूप से इंसुलिन बनाने या ग्लूकोज को प्रबंधित करने के तरीके में हस्तक्षेप कर सकते हैं। कुछ मामलों में, यह लिवर या किडनी जैसे महत्वपूर्ण अंगों पर दबाव डाल सकते हैं, खासकर अगर आपको पहले से ही स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या है। घरेलू उपचार आमतौर पर खतरनाक नहीं होते हैं, लेकिन वे केवल अप्रभावी हो सकते हैं। जोखिम तब ज्यादा होता है जब बॉडी रिएक्ट करती है या निर्धारित दवाओं के साथ खराब तरीके से प्रतिक्रिया देती है। इसलिए किसी भी वैकल्पिक उपचार को आजमाने से पहले एक्सपर्ट से बात करना हमेशा समझदारी भरा होता है।
नेचुरल इंसुलिन प्रोडक्शन को प्रभावित कर सकते हैं
घरेलू उपचारों के माध्यम से ब्लड शुगर के स्तर को कम करना कभी-कभी शरीर की प्राकृतिक प्रक्रियाओं, विशेष रूप से इंसुलिन उत्पादन से संबंधित प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप कर सकता है। इतना ही नहीं, इससे इंसुलिन प्रोडक्शन और ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म का नाजुक संतुलन बाधित हो सकता है, जिससे संभावित जटिलताएं हो सकती हैं। इस वजह से शरीर का नेचुरल इंसुलिन प्रोडक्शन प्रभावित हो सकता है।
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कितने नुकसानदेह हो सकते हैं तेजी से शुगर कम करने वाले उपाय-Side effects of quickly sugar reduction home remedies in Hindi
तेजी से शुगर कम करने के कई नुकसान हो सकते हैं। सबसे पहले तो अचानक से शुगर लो करना बॉडी के कुछ अंगों को प्रभावित (sugar reduction home remedies) कर सकता है। इसकी वजह से आपके लिवर और किडनी को नुकसान हो सकता है। साथ ही देसी उपचारों की वजह से आपके शरीर के तमाम नेचुरल काम काज पर असर हो सकता है। जैसे कि इन घरेलू उपाचरों की वजह से
-आपके शरीर द्वारा शुगर पचाने की गति और प्रभावित हो सकती है।
-इसकी वजह से किडनी फेलियर का खतरा बढ़ सकता है।
-ब्लड शुगर लेवल में तेजी से कमी से चक्कर आना सकता है और आप अपने होश खो सकते हैं।
- कुछ घरेलू उपचार डायबिटीज की दवाओं के साथ रिएक्ट कर सकते हैं, जिससे हाइपोग्लाइसीमिया या अन्य समस्याओं का शिकार हो सकते हैं।
- कुछ पहले से शरीर में रही बीमारियों को और प्रभावित कर सकता है, जैसे कि किडनी की बीमारी या दिल से जुड़ी समस्याएं।
- अचानक से शुगर लो होने की वजह से आपको दौरे भी पड़ सकते हैं और आप कोमा में भी जा सकते हैं।
- ब्लड शुगर के स्तर में तेजी से कमी से हृदय संबंधी समस्याओं, जैसे दिल की धड़कनों का बढ़ना और घबराहट की बीमारी दे सकता है
-लंबे समय तक या गंभीर हाइपोग्लाइसीमिया की स्थिति आपके न्यूरॉन्स का नुकसान कर सकती है। आपकी नसों के काम काज को प्रभावित कर सकती है।
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अचानक महसूस हो सकते हैं ये लक्षण-Potential Symptoms Quick Sugar Reduction in Hindi
ब्लड शुगर के स्तर में तेजी से कमी आने से आपको अचानक से सिरदर्द, थकान और सुस्ती महसूस हो सकती है। यह लक्षण इस बात के संकेत हैं कि आपका शुगर लेवल अचानक से लो हो रहा है। कुछ लोगों में मतली और उल्टी की समस्या हो सकती है और समय के साथ ये गंभीर रूप ले सकता है। हाइपोग्लाइसीमिया के कारण कंपन, कंपकंपी और मांसपेशियों में कमजोरी महसूस हो सकती है। कुछ लोगों में इस उपायों के इस्तेमाल के बाद चेहरा लाल पड़ जाता है और दिक्कतें ज्यादा बढ़ सकती हैं।
इसलिए ब्लड शुगर मैनेजमेंट को सावधानी से अपनाना और घरेलू उपचारों के उपयोग के दीर्घकालिक प्रभावों पर विचार करना जरूरी है। हेल्थ एक्सपर्ट के सुझाव अंतर्दृष्टि प्रदान कर सकता है और लोगों को उनके स्वास्थ्य के बारे में सही निर्णय लेने में मदद कर सकता है। इस तरह से आप शरीर के नेचुरल प्रोसेस को बनाए रखते हुए अपने ब्लड शुगर के स्तर को बेहतर ढंग से नियंत्रित कर सकते हैं।