Does Walking Fast Reduce the Risk of Diabetes: आजकल लोग अपनी जिंदगियों में इतने बिजी हो गए हैं कि उनके पास ठीक से खाना खाने तक का समय नहीं होता है। ऐसे में रोजाना एक्सरसाइज करने जैसी हेल्दी हैबिट्स को फॉलो करने के बारे में सोचना भी उनके लिए बहुत बड़ा टास्क हो जाता है। यही कारण है कि अगर व्यक्ति रोजाना एक्सरसाइज नहीं कर पाता है, तो उसे वॉक करने की सलाह दी जाती है। वॉकिंग की आदत व्यक्ति को कई छोटी-बड़ी समस्याओं से बचा सकती है। अगर आप डायबिटीज जैसी क्रोनिक समस्या का समाना कर रहे हैं, तो आपके लिए वॉक करना बहुत फायदेमंद हो सकता है। ऐसे में कई लोगों के मन में सवाल आता है कि डायबिटीज से बचाव के लिए किस गति में वॉक करना अच्छा होता है? आज के इस आर्टिकल में हम डॉ. अखिलेश यादव एसोसिएट डायरेक्टर-ऑर्थोपेडिक्स एवं ज्वाइंट रिप्लेसमेंट मैक्स हॉस्पिटल वैशाली (Dr. Akhilesh Yadav Associate Director-Orthopedics & Joint Replacement Max Hospital Vaishali) से जानेंगे कि क्या तेज चलने से डायबिटीज के खतरे को कम किया जा सकता है?
डायबिटीज से बचाव के लिए चलना फायदेमंद क्यों है?- Why is Walking Beneficial in Diabetes
डायबिटीज से बचाव के लिए चलना एक फायदेमंद एक्टिविटी होती है, क्योंकि यह कई तरह से स्वास्थ्य को लाभ पहुंचा सकती है। आइए इससे होने वाले लाभों के बारे में जानते हैं:
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- ब्लड शुगर कंट्रोल: बता दें कि रोजाना चलने से ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इससे डायबिटीज को मैनेज करना आसान हो जाता है।
- इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार: चलने से इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार होता है, इससे शरीर के इंसुलिन लेवल को सुधारने और डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
- वेट मैनेजमेंट: चलने से व्यक्ति अपने वेट को मैनेज कर सकता है। इससे आप ओवर वेट नहीं होते हैं और डायबिटीज के खतरे को भी कम करने में मदद मिल सकती है।
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क्या तेज चलने से डायबिटीज का खतरा कम होता है?- Does Brisk Walking Reduce the Risk of Diabetes
डॉ. अखिलेश यादव बताते हैं कि अध्ययनों के हिसाब से जो लोग तेज चलते हैं, उनमें टाइप 2 डायबिटीज विकसित होने का जोखिम कम होता है। पैदल चलना एक तरह की मॉडरेट एरोबिक एक्सरसाइज है। जब व्यक्ति तेज गति से चलता है, तो यह इंसुलिन संवेदनशीलता (Insulin Sensitivity) को बेहतर बनाने, ज्यादा कैलोरी जलाने और धीमी गति से चलने की तुलना में ब्लड शुगर के स्तर को ज्यादा कंट्रोल करने में मदद करता है। बता दें कि तेज चलने से आपका हार्ट रेट बढ़ता है, मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और मसल्स की गतिविधि बढ़ती है, इस वजह से शरीर ग्लूकोज का ज्यादा अच्छे से उपयोग करने में मदद करता है।
शोध के अनुसार, सप्ताह में पांच दिन 30 मिनट तक तेज गति से चलने से भी डायबिटीज होने की संभावना काफी कम हो सकती है, खासकर उन लोगों में जो ज्यादा वजन वाले हैं या जिन्हें प्रीडायबिटीज की समस्या है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि चलने की गति केवल एक कारक है। इसके अलावा, व्यक्ति का ओवरऑल लाइफस्टाइल- जिसमें आहार, स्ट्रेस मैनेजमेंट और नींद जैसी हेल्दी आदतें भी डायबिटीज की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
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कुल मिलाकर, तेज चलने से डायबिटीज के खतरे को कम किया जा सकता है। आप रोजाना डायबिटीज की समस्या को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो रोजाना 30 मिनट की वॉकिंग पर ध्यान दे सकते हैं। इससे डायबिटीज के साथ-साथ ओवरऑल हेल्थ में भी फायदा हो सकता है। ज्यादा और सटीक जानकारी के लिए आप डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं।