Picrorhiza kurroa/Kutki: सफेद दाग को ठीक करे आयुर्वेदिक जड़ी बूटी 'कुटकी', जानें इसके 10 फायदे और 5 नुकसान

आयुर्वेदिक जड़ी बूटी कुटकी सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। लेकिन इसके उपयोग से शरीर को कुछ नुकसानों का सामना भी करना पड़ सकता है।
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Picrorhiza kurroa/Kutki: सफेद दाग को ठीक करे आयुर्वेदिक जड़ी बूटी 'कुटकी', जानें इसके 10 फायदे और 5 नुकसान

आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों में कुटकी (Picrorhiza kurroa/Kutki) का नाम भी बेहद प्रसिद्ध है। यह न केवल त्वचा की समस्या को दूर करती है बल्कि बुखार, शुगर आदि समस्या से भी छुटकारा दिलाने में यह जड़ी-बूटी बेहद उपयोगी है। स्वाद में कड़वी होने वाली यह जड़ी बूटी कफ और पित्त की समस्या को भी संतुलित करने में मदद करती है। ऐसे में इसके फायदे और इससे सेहत को होने वाले नुकसान के बारे में पता होना जरूरी है। आज का हमारा लेख हन्हीं फायदों और नुकसान पर है। हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि कुटकी के उपयोग से किस प्रकार सेहत को फायदे मिल सकते हैं साथ ही नुकसान के बारे में भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे...

 

1 - कब्ज की समस्या को दूर करे कुटकी (kutki for constipation)

बता दें कि कब्ज की समस्या को दूर करने में कुटकी बेहद उपयोगी है। आप शहद के साथ दिन में 6 बार कुटकी का सेवन करें। इसके अलावा अगर आप अपच की समस्या से भी परेशान है तब भी आप कुटकी के सेवन से समस्या को दूर कर सकते हैं। ध्यान दें कि यह गैस्ट्रिक रस का स्राव बनाती है। ऐसे में कब्ज में सुधार करने के साथ-साथ पेट को मजबूत करती है।

2 - बुखार को दूर करें कुटकी (kutki for fever)

जब शरीर में पित्त और कफ असंतुलित हो जाता है तो व्यक्ति को न केवल सिर दर्द महसूस होता है बल्कि बुखार और भारीपन भी महसूस होता है। ऐसे में कुटकी एक जीवाणु रोधी और एंटीवायरल गुण का काम करती है। आम कुटकी के पाउडर में चीनी को मिक्स करें और भोजन करने से 10 मिनट पहले खाएं। इसके अलावा कुटकी कैप्सूल की मदद से भी इसका सेवन कर सकते हैं। ऐसा करने से बुखार, सर्दी के कारण होने वाला बुखार, कफ आदि समस्या दूर हो जाएगी।

3 - सफेद दागों से छुटकारा दिलाए कुटकी (kutki for vitiligo)

यदि आपके शरीर पर सफेद दाग हैं तो आप त्रिफला, बच, हल्दी, नीम की छाल, गिलोय और कुटकी को समान मात्रा में मिलाएं और इन सबका काढ़ा बनाएं। 40 दिन तक इस काढ़े का सेवन करें ऐसा करने से शरीर पर होने वाले सफेद दाग दूर हो जाएंगे।

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4 - हिचकी और उल्टी से छुटकारा दिलाए कुटकी (kutki for hiccups and vomiting)

लिवर की समस्याओं को दूर करने में भी कुटकी बेहद उपयोगी है। ऐसे में यदि कोई व्यक्ति पीलिया के कारण हिचकी या उल्टी से परेशान है तो वह शहद में 1 ग्राम कुटकी को मिलाकर दिन में 2 बार सेवन कर सकता है। ऐसा करने से हिचकी और उल्टी दूर हो जाएगी।

5 - वजन कम करने में उपयोगी है कुटकी (kutki for weight loss)

वजन कम करने के लिए यदि आप एक्सरसाइज के साथ-साथ अपने खाने में भी कटौती कर रहे हैं तो जान लें कि कुटकी के उपयोग से वजन कम किया जा सकता है। ऐसा इसीलिए क्योंकि यह कड़वा होने के कारण पाचन क्रिया और चयापचय को बढ़ाता है। ऐसे में आम कुटकी और त्रिकटु के पाउडर को समान मात्रा में लेकर मिक्स करें और गर्म पानी के साथ सेवन करें ऐसा करने से मोटापा कम होता है।

6 - गठिया को दूर करें कुटकी (kutki for arthritis)

गठिया से पीड़ित रोगियों के लिए कुटकी किसी वरदान से कम नहीं है। ऐसे में आप यदि कुटकी को सुबह और शाम शहद के साथ सेवन करते हैं तो न केवल बुखार दूर होता है बल्कि गठिया में भी आराम मिलता है।

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कुटकी के अन्य फायदे (other benefits of kutki)

7 - वायरल हेपिटाइटिस के इलाज में कुटकी बेहद उपयोगी है यह प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद करती है।

8 - कुटकी को पीसकर लेप बनाया जाए और उसे घाव पर लगाया जाए तो घाव में आराम मिलता है। साथ ही घाव को कुटकी के काढ़े से धोने पर भी घाव जल्दी दूर हो जाता है और दर्द भी कम होता है।

9 - मुंह के सभी रोगों को कुटकी के माध्यम से दूर किया जा सकता है। ऐसे में आप हेल्दी, जौं, नागर मोथा, अजीस और कुटकी को मिलाकर काढ़ा बनाएं और कुल्ला करें। ऐसा करने से मुंह के सभी रोग ठीक हो जाएंगे।

10 - यदि आपको कान का दर्द हो रहा है तो आप काले जीरे और कुटकी को पीसकर गर्म करके कान के अंदर की गांठों पर लगाएं। ऐसा करने से कान का दर्द ठीक हो जाएगा।

कुटकी के नुकसान (side effects of kutki)

सेहत के लिए किसी चीज की अति नुकसानदेह हो सकती है। ऐसा ही कुछ कुटकी के साथ भी है। 

1-  बता दें कि अगर कुटकी का सेवन गर्भावस्था के दौरान किया जाए तो यह बच्चे और मां दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है। हालांकि इसको लेकर अभी पूर्ण जानकारी उपलब्ध नहीं है। लेकिन इसका सेवन एक्सपर्ट की सलाह पर ही गर्भवती महिलाओं को करना चाहिए।

2 - अगर आप कोई सर्जिकल ऑपरेशन करवाने वाले हैं तो इसका सेवन तकरीबन 2 सप्ताह तक ना करें।

3 - अगर किसी व्यक्ति को दस्त है और वह उस दौरान कुटकी का सेवन करें तो यह दस्तों को बिगाड़ सकता है।

4 - अगर कुटकी का उपयोग उचित देखभाल और सावधानी के साथ ना किया जाए तो यह न केवल चकते का कारण बन सकती है बल्कि उल्टी और मतली की भी संभावना होती है।

5 - बता दें कि कुटकी ब्लड में शर्करा के स्तर को कम कर सकती है। ऐसे में अगर आप शुगर के मरीज हैं तो इसके उपयोग के दौरान शर्करा के स्तर की जांच करें यदि यह कम होता नजर आए तो तुरंत इसके उपयोग को रोकें।

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नोट - ऊपर बताए गए फायदे और नुकसान से पता चलता है कि कुटकी सेहत के लिए जितनी उपयोगी है उतनी ही नुकसानदेह भी हो सकती है। ऐसे में इसके सेवन से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। वहीं यदि आप गर्भवती हैं तो किसी के कहने पर इसे अपनी डाइट में ना जोड़ें। यदि आपको स्पेशल डाइट फॉलो कर रहे हैं तब भी अपनी डाइट में बदलाव करने से पहले एक बार डॉक्टर से संपर्क करें।

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