Doctor Verified

पेरिफेरल आर्टरी डिजीज क्या है? जानें इसके लक्षण और कारण

Peripheral Artery Disease in Hindi: पेरिफेरल आर्टरी डिजीज में पैरों की धमनियां संकरी होने लगती हैं। इसकी वजह से हाथों और पैरों के ऊतकों तक रक्त नहीं पहुंच पाता है।
  • SHARE
  • FOLLOW
पेरिफेरल आर्टरी डिजीज क्या है? जानें इसके लक्षण और कारण


Peripheral Artery Disease in Hindi: क्या आपने कभी पेरिफेरल आर्टरी डिजीज के बारे में सुना है? यह पैरों की धमनियों में एक प्लाक बिल्डअप है। दरअसल, पैरों की धमनियां ऑक्सीजन और पोषक तत्वों से भरपूर रक्त को हृदय से हाथों और पैरों तक ले जाती हैं। जब किसी व्यक्ति को पेरिफेरल आर्टरी रोग होता है, तो धमनी की दीवारों के अंदर धीरे-धीरे पट्टिका (जो फैट, कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थों से बनी होती है) बनने लगती है। यह पट्टिका धमनियों को संकरा या अवरुद्ध कर देती है। इसकी वजह से रक्त अंगों और अन्य ऊतकों को पर्याप्त पोषण नहीं दे पाता है। ऐसे में ऊतकों को नुकसान पहुंचने लगता है, जिसकी वजह से आपको पैरों की उंगुलियों और पैरों में दर्द का अनुभव होने लगता है। आपको बता दें कि इस पट्टिका को एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis) के रूप में भी जाना जाता है। Peripheral Artery Disease को परिधीय धमनी रोग भी कहा जाता है। आपको बता दें कि पेरिफेरल आर्टरी रोग कुछ मामलों में बेहद गंभीर हो सकता है। इसलिए इस रोग के बारे में विस्तार से जानना बहुत जरूरी है। तो आइए, फैमिली फिजिशियन के अध्यक्ष डॉक्टर रमन कुमार से जानते हैं पेरिफेरल आर्टरी डिजीज के लक्षण और कारण-

पेरिफेरल आर्टरी रोग क्या है?- What is Peripheral Artery Disease

जब पैरों की धमनियां हृदय से हाथों और पैरों तक रक्त ले जाने में असमर्थ हो जाती हैं, तो इस स्थिति को पेरिफेरल आर्टरी डिजीज के रूप में जाना जाता है। दरअसल, ऐसा तब होता है, जब पैरों की धमनियों में प्लाक बिल्डअप होने लगता है। इसकी वजह से धमनियां संकीर्ण होने लगती हैं और व्यक्ति को तरह-तरह की दिक्कते होने लगती हैं। पेरिफेरल आर्टरी डिजीज के लक्षण हाथों की तुलना में पैरों में अधिक देखने को मिलते हैं।  

इसे भी पढ़ें- क्या पेरिफेरल आर्टरी डिजीज आपके हृदय को करता है प्रभावित? जानें कैसे है ये खतरनाक

peripheral artery diseas

पेरिफेरल आर्टरी डिजीज के लक्षण- Peripheral Artery Disease Symptoms in Hindi

  • पैरों में दर्द। खासकर, चलते समय दर्द होना। आराम के बाद दर्द में आराम मिलने लगता है। लेकिन पीएडी वाले 10 में से 4 लोगों को पैरों में दर्द नहीं होता है। 
  • आराम करते समय पैरों में जलन और दर्द होना।
  • पैरों की त्वचा का ठंडा होना
  • त्वचा के रंग में बदलाव आना
  • पैरों की उंगुलियों पर घाव होना, जो ठीक नहीं हो पाता है।

इसके अलावा, पेरिफेरल आर्टरी डिजीज वाले आधे लोगों में कोई लक्षण नहीं दिखाई देता है। यह रोग जीवनभर तक साथ रह सकता है। इसलिए अगर आपको इस रोग के लक्षणों का अनुभव हो रहा है, तो डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें। क्योंकि पेरिफेरल आर्टरी डिजीज हार्ट अटैक और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ा सकता है।

इसे भी पढ़ें- पैरों का सुन्‍न हो जाना 'धमनी रोग' का है संकेत, डॉ. के.के. अग्रवाल से जानिए इस बीमारी के कारण और उपचार

peripheral artery disease symptoms

पेरिफेरल आर्टरी डिजीज के कारण-  Peripheral Artery Disease Causes in Hindi

पैरों की धमनियों में विकसित होने वाला एथेरोस्क्लेरोसिस यानी पट्टिका, पेरिफेरल आर्टरी रोग का एक मुख्य कारण होता है। एथेरोस्क्लेरोसिस परिधीय धमनी रोग का कारण बनता है। पैरों की धमनियों में बनने वाली पट्टिका, हृदय यानी कोरोनरी धमनियों में बनने वाले पट्टिका की तरह ही होती है। दरअसल, जैसे-जैसे पैरों की धमनियों में पट्टिका बनती हैं, वैसे-वैसे रक्त वाहिकाएं संकरी होने लगती हैं। ऐसे में पेरिफेरिल आर्टरी रोग विकसित हो सकता है।

आपको बता दें कि पेरिफेरल रोग के कुछ जोखिम कारक भी हो सकते हैं। इनमें शामिल हैं-

  • धूम्रपान
  • हाई ब्लड प्रेशर
  • एथेरोस्केलेरोसिस
  • डायबिटीज या हाई ब्लड शुगर
  • कोलेस्ट्रॉल का अधिक होना
  • अधिक उम्र
  • पेरिफेरल रोग से पुरुष और महिला, दोनों प्रभावित हो सकते हैं।  

अगर आपको भी पैरों में लगातार दर्द हो, तो इस स्थिति को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। इस स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करने की जरूरत होती है। 

Read Next

दिमाग की नसों में ब्लॉकेज होने पर दिखते हैं ये 10 संकेत, न करें नजरअंदाज

Disclaimer