क्या पेरिफेरल आर्टरी डिजीज आपके हृदय को करता है प्रभावित? जानें कैसे है ये खतरनाक

अगर आप भी पेरिफेरल आर्टरी डिजीज से पीड़ित हैं तो जान लें कैसे ये रोग आपके हृदय को करता है प्रभावित।
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क्या पेरिफेरल आर्टरी डिजीज आपके हृदय को करता है प्रभावित? जानें कैसे है ये खतरनाक


पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (Peripheral Artery Disease) एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर की धमनियां अकड़ने या ब्लॉक होने लगती है। जिसके कारण एक्सट्रीमिटी (आमतौर पर पैर) को पर्याप्त रक्त प्रवाह नहीं हो पाता। पेरिफेरल आर्टरी डिजीज धमनियों में वसा ज्यादा जमने का व्यापक संचय का संकेत होने की संभावना है। इसके साथ ही ये स्थिति आपके हृदय, मस्तिष्क और पैरों में रक्त के प्रवाह को कम कर सकती है जो एक गंभीर स्थिति भी पैदा कर सकती है। इस स्थिति में मरीज में शरीर के कई हिस्सों को नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या हृदय में पेरिफेरल आर्टरी डिजीज का असर हो सकता है? तो इसका जवाब आपको इस लेख के जरिए मिलेगा। आइए जानते हैं कि ये रोग आपके हृदय के लिए कितना खतरनाक साबति हो सकता है। 

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क्या हृदय में पेरिफेरल आर्टरी डिजीज का असर हो सकता है?

ये रोग यानी पेरिफेरल आर्टरी डिजीज आपको एक चेतावनी या संकेत देता है कि आपकी धमनियों में उच्च मात्रा में कोलेस्ट्रॉल जमा है। इस रोग वाले सभी रोगियों में दूसरे बीमारियों वाले रोगियों की तुलना में दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा काफी ज्यादा हद तक होता है। इसके साथ ही इससे पीड़ित रोगियों में हृदय से संबंधितमस्याओं को कम करने के लिए जरूरी है कि समय पर चिकित्सक के पास जाएं। 

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किन कारणों से होता है पेरिफेरल आर्टरी डिजीज

शरीर की धमनियों में काफी मात्रा में वसा और कोलेस्ट्ऱॉल जमा होने के कारण धमनियां काफी सख्त और संकरी हो जाती है। आपको बता दें कि इस स्थिति को एथेरोस्क्लेरोसिस कहा जाता है। इस रोग का सबसे आम कारण माने जाने वाला कारण यही है। इसके अलावा कुछ सामान्य कारक हैं जो इस रोग का के खतरा को बढ़ाते हैं। जैसे:

  • 50 की उम्र से ज्यादा के लोग।
  • बहुत ज्यादा धूम्रपान करना।
  • सीमित शारीरिक गतिविधि।
  • उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर।
  • उच्च रक्तचाप।
  • बढ़ता वजन या मोटापा।
  • मधुमेह से पीड़ित लोग। 

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पेरिफेरल आर्टरी डिजीज के लिए इलाज का विकल्प क्या है?

परिधीय धमनी रोग का इलाज मरीज के रोग की गंभीरता पर निर्भर करता है। आमतौर पर, चिकित्सक रोग के जोखिम और गंभीरता के आधार पर रोगियों के लिए तीन प्रकार का चयन करते हैं। जिसमें: बचाव, दवाएं और सर्जरी। 

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बचाव

  • खुद को लंबे समय तक स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से करीब 30 मिनट व्यायाम करें।
  • धूम्रपान और शराब का सेवन कम से कम करें या छोड़ना की कोशिश करें।
  • रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को हमेशा नियंत्रण में रखें।
  • एक स्वस्थ आहार का सेवन, जो हृदय रोगों और इस तरह के रोग (जैसे, अंडे का सफेद भाग और हरी पत्तेदार सब्जियों) के खतरे को कम करता हो।

दवाएं

पेरिफेरल आर्टरी डिजीज रोग के कारण आपके अंगों में रक्त का प्रवाह काफी कम होने लगता है, इसलिए उस स्थिति को सामान्य करने के लिए डॉक्टर दवा का सहारा लेते हैं। इस रोग के इलाज के लिए दवा सबसे अच्छा तरीका माना जाता है। इसमें डॉक्टर आपकी स्थिति को देखते हुए दवाओं को लिखते हैं। 

सर्जरी 

एंजियोप्लास्टी: इस प्रक्रिया में एक पतली ट्यूब की मदद से मरीज की धमनी में डाला जाता है। जब इस ट्यूब को फुलाया जाता है, तो गुब्बारे धमनी को चौड़ा करने और रक्त प्रवाह को बहाल करने में मदद करते हैं। 

बायपास ग्राफ्ट: इस सर्जरी का इस्तेमाल डॉक्टर धमनी के चारों ओर रक्त प्रवाह को बहाल करने के लिए करते हैं। बाईपास सर्जरी में धमनी के रुकावट के चारों ओर चक्कर लगाने के लिए शरीर से एक नस या एक कृत्रिम नस का इस्तेमाल किया जाता है। 

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