पेसिव स्‍मोकिंग से बच्‍चों में मोटापे का खतरा

धूम्रपान उम्र घटाती है और कई बीमारियों का कारण भी बनती है, लेकिन हाल ही में हुए एक शोध की मानें तो यह बच्‍चों का वजन भी बढा़ती है, अधिक जानने के लिए यह स्‍वास्‍थ्‍य समाचार पढ़ें।
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पेसिव स्‍मोकिंग से बच्‍चों में मोटापे का खतरा

धूम्रपान सेहत के लिहाज से नुकसानदेह होता है यह बात सभी जानते हैं, लेकिन शायद यह कोई नहीं जानता कि परोक्ष धूम्रपान करने से आपके बच्‍चे का वजन भी बढ़ता है।

Obesity in Children in Hindiजी हां, हाल ही में टोरंटो में हुए एक शोध में इस बात का खुलासा हुआ कि परोक्ष धूम्रपान का असर बच्‍चों पर पड़ता है और इसके कारण बच्‍चों में मोटापे का खतरा अधिक होता है।

कनाडा के मॉण्ट्रियल विश्वविद्यालय द्वारा किये गये इस शोध की मानें तो धूम्रपान करने वाले परिजनों के बच्चे 10 वर्ष के होते-होते अन्य बच्चों की अपेक्षा चौड़ी कमर वाले हो जाते हैं तथा उनमें बॉडी मॉस इंडेक्स भी उच्चतर होता है।

इस अध्ययन के मुताबिक, छोटे बच्चों के आस-पास धूम्रपान करना गर्मावस्था के दौरान धूम्रपान जितना ही हानिकारक होता है। अध्ययन के मुख्य लेखक लिंडा पागानी ने बताया कि 'बच्चों के बीच धूम्रपान करने वाले परिजनों के बच्चों की कमर 10 वर्ष का होते-होते इसी अवस्था के अन्य बच्चों की अपेक्षा चौड़ी हो जाती है।'

पागानी ने यह भी कहा कि उनमें बीएमआई भी 0.48 से 0.81 अंक अधिक होता है। यह गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान के कारण पड़ने वाले प्रभाव जितना ही है। शोध में 2,055 परिवारों और उनके बच्चों के बीच व्यवहार का तुलनात्मक अध्ययन किया गया, जिसके बाद ये निष्कर्ष आए।

अध्ययन के अनुसार, इसके कारण होने वाले मोटापे का असर गंभीर होता है और लंबे समय तक बना रहता है। शोध के नतीजे प्रमुख शोध पत्रिका 'निकोटीन एंड टोबैको रिसर्च' के ताजा अंक में प्रकाशित हुए हैं।

 

Image Source - Getty

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