
Parenting Mistakes To Avoid: अगर आप अपने बचपन को याद करें और सोचें कि कौन आपको ज्यादा प्यार करता था, तो ज्यादातर लोगों के मन में मां का नाम पहले आएगा। जबकि पिता भी बच्चों से उतना ही लगाव रखते हैं। लेकिन हमारे समाज में लड़का और लड़की की परवरिश अलग ढंग से होती है। लड़कियों को कोमलता सिखाई जाती है और लड़कों के व्यवहार को कठोर माना जाता है। शायद यही कारण है कि हम मां से अपने दिल की हर बात कह देते हैं और पिता से बात करने में झिझक महसूस होती है। जब लोग माता-पिता बनते हैं, तो उनके अपने बचपन से जुड़ी परवरिश की छाया ही बच्चों पर पड़ती है। बच्चे की सही परवरिश के लिए पिता की मुख्य भूमिका होती है। ऐसे में अगर पिता का व्यवहार या आदतें बच्चे के प्रति सही नहीं होगी, तो बच्चे के विकास में रुकावट पैदा हो सकती है। इस लेख में हम आपको बताएंगे बच्चे की परवरिश से जुड़ी 5 ऐसी गलतियां, जिन्हें पिता अक्सर भूल से कर बैठते हैं।
1. बच्चे के प्रति ज्यादा कठोर व्यवहार रखना
अगर आप पिता हैं, तो बच्चे के प्रति अपने व्यवहार की जांच करें। अगर आप बच्चे के प्रति ज्यादा कठोर हैं, या बच्चे पर ज्यादा गुस्सा करते हैं, तो बच्चा आपके प्रति लगाव नहीं रखेगा। ज्यादा कठोर व्यवहार रखने से बच्चे अपनी बातें शेयर करने से डरते हैं और आपके साथ समय बिताने से भी कतराते हैं। बच्चे से गलती होने पर उसे समझाएं लेकिन स्वभाव को नम्र रखें।
2. बच्चे को समय नहीं देते पिता
पुरुषों पर घर की आर्थिक जिम्मेदारी उठाने का भार होता है। ऐसे में वे परिवार और बच्चों को समय नहीं दे पाते। लेकिन इसका बुरा असर बच्चे की परवरिश पर पड़ सकता है। भले ही आप हर दिन बच्चे को समय न दे पाएं, लेकिन छुट्टी वाले दिन बच्चे को समय देना न भूलें। बच्चे को समय देंगे, तो आपका और बच्चे का बांड मजबूत होगा।
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3. बच्चे की देखभाल से जुड़े काम नहीं करते पिता
बच्चे की देखभाल का जिम्मा ज्यादातर मांएं उठाती हैं। ये भी एक कारण हो सकता है कि बच्चे मां से ज्यादा लगाव महसूस करते हैं। पिता होने के नाते अपने बच्चे की देखभाल में अपने पार्टनर का साथ दें। इससे आपके और पार्टनर के बीच रिश्ता तो गहरा होगा ही, साथ ही आपके प्रति बच्चे का प्यार भी उम्र के साथ बढ़ेगा।
4. बच्चे की पढ़ाई में सख्ती बरतना
क्या आपको याद है वो समय जब स्कूल में रिपोर्ट कार्ड दिखाई जाती थी और हम पापा को साथ ले जाने से डरते थे। कारण था उनका पढ़ाई के प्रति ज्यादा सख्ती बरतना। बच्चे को पढ़ने का प्रोत्साहन दें। लेकिन उस पर पढ़ने का दबाव डालना गलत है। पढ़ाई के दबाव में आने का बुरा असर बच्चे की मानसिक सेहत पर पड़ सकता है।
5. बच्चे के प्रति प्यार नहीं जताते पिता
ऐसा अक्सर देखा गया है कि पिता ज्यादा एक्सप्रेसिव नहीं होते। मतलब वो बच्चे से प्यार करते तो हैं लेकिन जताते नहीं है। पुराने समय से ऐसा ही चलन देखा गया है। लेकिन अब समय बदल चुका है। बच्चे अपने माता-पिता से जुड़ाव पसंद करते हैं और उन्हें दोस्त बनाकर रखना चाहते हैं। बच्चों से प्यार करने के साथ प्यार जताना भी जरूरी है। अपने बच्चों को ये एहसास दिलाएं कि वो आपके लिए कितना खास हैं।
बच्चे की सही परिवरिश का आसान तरीका बताएं, तो बच्चे को समय दें। उसके साथ सख्त व्यवहार न रखें। बच्चे की समस्याओं को गंभीरता से लें और उसकी मदद करें।