Category : Breakthrough Innovations
वोट नाव
कौन : कर्मी-बॉट रोबोटक्या : आइसोलेशन वॉर्ड्स में नर्स व अस्पताल के स्टाफ के काम के प्रेशर को कम करने में सक्षम था।
क्यों : रोबोट ने लोगों को वायरस के संपर्क में आने से बचाने का काम किया।
इस महामारी ने यह साबित किया है कि हमें अधिक एडवांस तकनीक व मेडिकल उपकरणों की जरूरत है। दिन रात काम करने वाले डॉक्टर, व महामारी में मदद करने वाला स्टाफ, व पैरामेडिकल स्टाफ को किसी ऐसे आविष्कार की जरूरत थी, जो उनका भार या प्रेशर थोड़ा कम करदे। यदि ऐसे काम के लिए रोबोट होता तो और अधिक काम आसान हो जाता। इस जरूरत को पूरा करने के लिए असुमोव रोबोटिक्स ने कर्मी बोट को तैयार किया।
कैसे करता है काम
यह रोबोट कोविड के आइसोलेशन वॉर्ड्स में नर्स व अस्पताल के स्टाफ के काम के प्रेशर को कम करने में सक्षम था। बढ़ते हुए केस एवं हेल्थ केयर वर्कर्स का संक्रमित होना आदि हालातों के बीच यह आविष्कार अस्पताल के कर्मचारियों के लिए एक वरदान से कम नहीं है। यह रोबोट तकनीकी क्षेत्र में ब्रेक थ्रू इनोवेशंस के लिए नामांकित किया गया है।
ओनली माइ हैल्थ की इस पहल के जरिए हम आप के सामने मेडिकल, हेल्थ केयर, टेक्नोलॉजी व पब्लिक सेक्टर आदि विभिन्न जगहों में कोरोना योद्धाओं की कहानियां आप के सामने ला रहे हैं। ओनली माय हेल्थ के सभी जज द्वारा नामांकित यह नोमिनीज़ जीतने के लिए केवल आप के वोट का इंतजार कर रहे हैं।
कर्मी बोट रोबोट क्या है?
यह एक रोबोट केयर गिवर है। यह रोबोट स्वयं ही वायरस से संक्रमित लोगों के वार्ड में जा कर उन्हें दवाइयां, खाना व आवश्कता का बाकी सामान देकर आता है। यह एक समय पर 20 किलो वजन उठा सकता है और इसकी गति एक मीटर प्रति सेकंड है। इसमें मरीजों से बात करने के लिए एक वॉइस फीचर है। इसके साथ साथ इसमें वीडियो कॉल का भी फंक्शन है जो मरीजों को डॉक्टर या अन्य केयर गिवर से बात करने में मदद करता है।
जब यह मरीज को जरूरी चीजें देकर बाहर आता है तो स्वयं ही मरीज के द्वारा छुए जाने वाले सर्फेस या चीजों को डिस इनफेक्ट कर लेता है। कूड़ा-कचरा व गंद आदि भी इस रोबोट के द्वारा साफ कराया जा सकता है। कर्मी बोट बिना किसी इंसान की सहायता के स्वयं को चार्ज भी कर सकता है।
कर्मी रोबोट जोकि असिमोव रोबोटिक्स के द्वारा तैयार किया गया है, फिलहाल एर्नाकुलम में कलामेसरी मेडिकल कॉलेज में डिप्लॉय किया गया है। इसको बनाते समय मलयालम एक्टर मोहन लाल ने भी असीमोव रोबोटिक्स से हाथ मिलाया था ताकि हम मिल कर इस महामारी का सामना कर सकें।
एसिमोव रोबोटिक्स व हेल्थ केयर
इस कम्पनी ने आज तक मेडिकल क्षेत्र में काम किया है। निपाह वायरस के दौरान भी उन्होंने ऐसे ही रोबोट्स को बनाया था। हालांकि इस वायरस ने उनके सामने कई तरह के चैलेंज भी खड़े किए। सीईओ जयकृष्ण को पता था कि रोबोट में कुछ मॉडिफिकेशन की आवश्कता पड़ सकती है क्योंकि वायरस का संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा था। दूसरा चैलेंज यह था कि रोबोट को सस्ता व प्रयोग करने में आसान बनाना होगा। हालांकि कुछ फंक्शन्स रोबोट के अंदर पहले से ही थे। अगला स्टेप था कि इसमें पेशंट का तापमान चैक करने का भी फंक्शन शामिल करना था। यदि आप को लगता है कि कर्मी बोट को हीरोज का यह अवॉर्ड जीतना चाहिए तो इसके लिए वोट करें।
Read More Articles On Nomination Stories In Hindi