बॉलीवुड के धाकड़ सिंगर और कंपोजर बप्पी लाहिड़ी के निधन के बाद पूरा बॉलीवुड शोक में है। मुंबई स्थिति क्रिकेटियर हॉस्पिटल में बुधवार की रात उनका निधन हुआ है। अस्पताल द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक महशूर गायक और संगीतकार बप्पी दा का निधन ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (Obstructive Sleep Apnea) नामक बीमारी से हुआ है। दरअसल ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया नींद से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है जो किसी भी उम्र में हो सकती है। यह नींद से जुड़ी सबसे कॉमन समस्या है जो बच्चों से लेकर बूढ़े लोगों में हो सकती है। ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया की वजह से दिल से जुड़ी गंभीर समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं। इस बीमारी में सोते समय नाम में एयरफ्लो कम हो जाता है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होने लगती है। कुछ समय पहले अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने भी इस बात की जानकारी दी थी कि ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के कारण बच्चों में दिल से जुड़ी गंभीर समस्याएं हो रही हैं जिसके चलते कई बार मरीज की मौत भी हो सकती है। आइये विस्तार से जानते हैं नींद से जुड़ी बीमारी ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के शुरूआती लक्षणों के बारे में जिनके दिखने पर आपको डॉक्टर से संपर्क जरूर करना चाहिए।
क्या है ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया की बीमारी? (Obstructive Sleep Apnea in Hindi)
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया की बीमारी में मरीज को नींद के दौरान सांस लेने से जुड़ी समस्या होती है। इस बीमारी में मरीज को सोते समय नींद में खर्राटे मारने की समस्या होती है। SCPM हॉस्पिटल के सीनियर जनरल फिजिशियन डॉ टी एन पांडेय के मुताबिक गंभीर स्थिति में मरीज की सोते समय सांस भी रुक जाती है। कई शोध और अध्ययन इस बात की पुष्टि करते हैं कि ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया से पीड़ित महिलाओं में कैंसर की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। इस बीमारी से पीड़ित मरीज को सोते समय सांस लेने में दिक्कत होती है और इसकी वजह से मरीज की मौत भी हो जाती है। ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया नींद से जुड़ा एक विकार है जिसमें वायुमार्ग में सूजन, वायुमार्ग छोटा होना, जीभ का बड़ा होना और टॉन्सिल्स की समस्या प्रमुख कारण बनती है। ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया गले की मांसपेशियों द्वारा सांस की नली को ब्लाक करने की वजह से होता है। इस समस्या से बच्चे और वयस्क सभी प्रभावित हो सकते हैं। बच्चों में ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया की समस्या होने पर उन्हें सोते समय खर्राटे मारने और सांस लेने में तकलीफ के लक्षण दिखाई देते हैं।
इसे भी पढ़ें : बच्चों में नींद के दौरान सांस की समस्या बन सकती है दिल की बीमारी की कारण, डॉक्टर से जानें बचाव के उपाय
टॉप स्टोरीज़
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के शुरूआती लक्षण (Obstructive Sleep Apnea Early Symptoms in Hindi)
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक यह समस्या बच्चों में हार्ट डिजीज के खतरे को बढ़ा देती है। समय से इस बीमारी का इलाज न होने पर बच्चों में हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और दिल की संरचना में बदलाव जैसी समस्याएं देखने को मिल सकती हैं। ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया की समस्या के शुरूआती लक्षण इस प्रकार से हैं।
1. ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के शुरूआती समय में मरीज को सोते समय सांस लेने में तकलीफ की समस्या शुरू होती है। रात में अचानक आपकी नींद खुल जाती है और इसके कारण आपकी नींद खराब होना शुरू हो सकती है।
2. ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के शुरूआती लक्षणों में सोते समय जोर-जोर से खर्राटे मारना शामिल होता है। इस समस्या से ग्रसित होने पर आपको नींद के दौरान खर्राटे की समस्या बढ़ जाती है।
3. इस समस्या से ग्रसित होने पर शुरुआत में बार-बार गले में खराश की समस्या और मुहं सूखने की समस्या हो सकती है।
4. इस समस्या के शुरूआती समस्या में हर समय थकान और कमजोरी महसूस होती है।
5. रात को सोते समय पसीना आना भी ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया की समस्या का शुरूआती लक्षण होता है।
6. ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया की समस्या में मरीज को शुरू में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है।
7. ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई और चिड़चिड़ापन भी इस समस्या के गंभीर लक्षण है।
इसे भी पढ़ें : डायबिटीज रोग का आपकी नींद पर कैसे पड़ता है असर? डॉक्टर से जानें शुगर के मरीजों को होने वाली नींद की समस्याएं
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया की समस्या में लक्षण दिखने पर सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। कुछ मामलों में ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया की समस्या का इलाज सर्जरी से किया जाता है। शुरुआत में इसके लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क कर इलाज कराने से आप जल्दी इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
(All Image Source - Freepik.com)