New year पार्टी ने कर दिया पेट खराब? तो ये 4 टिप्स हैं आपके लिए

साल के आखिरी दिन और नए साल की शुरुआत जल्द होने वाली है। 
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New year पार्टी ने कर दिया पेट खराब? तो ये 4 टिप्स हैं आपके लिए

साल के आखिरी दिन और नए साल की शुरुआत जल्द होने वाली है। पार्टी, मौज-मस्ती, छुट्टी तो बनती ही है। 15-20 दिन के इस पार्टी मूड में केक, मिठाइयां, चॉकलेट्स, जंक फूड के अलावा एल्कोहॉल से शरीर पर काफी भार पड़ता है। वजन में 1-2 किलो का इजाफा भी हो जाता है। ऐसे में शरीर के टॉक्सिंस को बाहर निकालना जरूरी होता है। पार्टी या फेस्टिव टाइम न हो, तो भी यह जरूरी है कि महीने में एकाध बार अपने शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर करते रहें। आज हम आपको न्यू ईयर की पार्टी के दौरान शरीर से टॉक्सिंस बाहर निकालने की कुछ टिप्स बता रहे हैं। 

  • सुबह उठने के बाद एक-दो गिलास गुनगुने पानी में नींबू डालें और इसे पी लें। इसमें नमक या शहद न मिलाएं। यह शरीर के सभी टॉक्सिंस को बाहर निकाले का सबसे अच्छा तरीका है। 
  • अब करें लिवर की सफाई। तला-भुना और मसालेदार खाना जीभ को चाहे जितना स्वादिष्ट लगे, मगर यह शरीर और लिवर दोनों का भार बढ़ाता है। इन सबके बाद एल्कोहॉल का सेवन इस भार को दुगना कर देता है। इससे लिवर सेल्स नष्ट होने लगती हैं और पेट में जलन, गैस या बदहजमी महसूस होने लगती है। ऐसे में आप लहसुन का प्रयोग ज्यादा करें, नियमित चुकंदर खाएं ताकि गॉल ब्लैडर और लिवर की हेल्थ सही रहे। साथ ही खूब पानी भी पीएं। 
  • सर्दियों के मौसम में बाजार में संतरे काफी मिलते हैं। इनमें भरपूर विटमिन सी होता है। न्यू ईयर का हैंगओवर मिटाने के लिए आप संतरे का सेवन भी कर सकते हैं। 
  • शरीर में 75 फीसद पानी होता है। पानी ही शरीर के तापमान को संतुलित बनाए रखता है। सर्दियों में आमतौर पर लोग पानी कम पीते हैं। दिन भर में 7-8 ग्लास पानी जरूर पिएं। पानी सारे टॉक्सिंस को बाहर निकालने का बड़ा माध्यम है। इससे त्वचा मुलायम रहती है और बॉडी सेल्स में पौष्टिक तत्व आसानी से पहुंचते हैं।
  • हरी सब्जियां जैसे ब्रोक्ली, गाजर, गोभी, पालक, लैट्यूस का प्रयोग जरूर करें। इनमें फाइटो केमिकल्स होते हैं। सब्जियों का सूप बनाएं। गर्म सूप सर्दी से बचाव भी करते हैं। सैलेड का प्रयोग जरूर करें। 
  • दालों और साबुत अनाज का सेवन करें। पैकेट और डिब्बाबंद भोजन का सेवन न करें।
  • मीठी चीजों को दूर करें। मीठे की क्रेविंग हो तो फ्रेश फ्रूट्स का सेवन करें या फिर थोड़े से ड्राई फ्रूट्स खा लें।
  • जब भी लोग शरीर को डिटॉक्सीफाई करने के बारे में सोचते हैं, उन्हें लगता है कि कच्चे, उबले या स्वाद-रहित भोजन से ऐसा संभव होगा। मगर ऐसा नहीं है। बहुत से ऐसे हब्र्स और मसाले हैं, जो शरीर से टॉक्सिंस बाहर करने के साथ ही स्वाद भी बढ़ाते हैं। जैसे लहसुन न सिर्फ लिवर की सफाई करता है, बैक्टीरियल इन्फेक्शंस से भी बचाता है और रक्त को शुद्ध करने में मददगार है। यह खाने को भी स्वादिष्ट बनाता है।
  • अपनी डाइट से कैफीन, निकोटीन और एल्कोहॉल कम करें। नैचुरोपैथी के अनुसार इससे डिटॉक्सीफिकेशन में मदद मिलती है। यदि आप डिनर के साथ तीन-चार पैग वाइन लेते हैं तो इसे एक पैग पर सीमित कर दें, स्मोक करते हैं तो इसे आधा कर दें।
  • खाने में फाइबर बढ़ाएं। दालों, सीरियल्स, ब्राउन ब्रेड, ब्राउन राइस, फलों व सब्जियों में फाइबर की बहुतायत होती है। फाइबर से पाचन क्षमता बढ़ती है। सॉल्यबल (घुलनशील) फाइबर शरीर के लिए लाभदायक बैक्टीरिया बढ़ाते हैं, जो बुरे बैक्टीरिया से लड़ते हैं। नियमित अमरूद खाएं। इसमें विटमिन सी, प्रोटीन और कई सॉल्यबल फाइबर्स होते हैं। यह पाचन क्रिया के लिए भी फायदेमंद है
  • रिफाइंड फूड जैसे व्हाइट ब्रेड या पास्ता से बचें। इनमें फाइबर कम होता है और ये पाचन प्रणाली में देर तक पड़े रह जाते हैं, जिससे बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। जबकि साबुत अनाज या चोकर-युक्त आटे की रोटियों से एंजाइम्स बढ़ते हैं, जिससे विषैले पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में बड़ी आंत को बहुत मशक्कत नहीं करनी पड़ती।
  • ऑर्गेनिक फूड का सेवन करें। नॉन ऑर्गेनिक फूड्स में केमिकल्स की भरमार होती है। जबकि ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों में विटमिंस और मिनरल्स नैचरल ढंग से मौजूद रहते हैं जिनसे शरीर को रोगों से लडऩे की ताकत मिलती है।
  • अपनी डाइट से डेयरी प्रोडक्ट्स की मात्रा कम से कम एक हफ्ते तक कम कर दें।
  • हरी धनिया पत्तियों का प्रयोग बढ़ा दें। इसे चटनी, रायते या सब्जियों में प्रयोग किया जा सकता है। एक लीटर पानी में धनिए की एक गड्डी उबालें और उसे पिएं। इससे यूरिनेशन बढ़ेगा।
  • यदि कोई स्वास्थ्य समस्या न हो तो एक दिन अपने डिनर को सॉल्ट-फ्री करें।
  • नियमित 7-8 घंटे की नींद जरूरी है। लेट नाइट पार्टीज से बचने की कोशिश करें। यदि कभी ऐसा हो तो अगले दिन नींद जरूर पूरी करें। नींद पूरी न होने से पाचन क्रिया बाधित होती है।
  • नियमित हलकी-फुलकी एक्सरसाइज करें। कार्डियो वर्कआउट से शरीर का तापमान बढ़ता है, पसीना निकलता है, जिससे टॉक्सिंस बाहर निकलते हैं। व्यायाम न कर सकेें तो कोई आउटडोर गेम चुनें। सुबह ब्रिस्क वॉक के अलावा योग, डांसिंग, स्विमिंग व सायक्लिंग करें। प्राणायाम बहुत जरूरी है। इससे शरीर को ज्य़ादा ऑक्सीजन मिलती है और ताजगी महसूस होती है। मसाज से भी लाभ होगा।

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