शरीर को सुचारू रूप से काम करने के लिए निश्चित मात्रा में कैलोरी और पोषक तत्वों की जरूरत होती है। दिन में खाना छोड़ देने से बाद के भोजन के दौरान ज्यादा मात्रा में कैलोरी ले लेते हैं। लेकिन क्या आपके खाना ना खाने से आपका वज़न कम हो जायेगा। आइये ऐसे ही कुछ मिथक जानें-
मिथ: लंच नहीं लेने से वजन कम होता है।
तथ्य : शरीर को सुचारू रूप से काम करने के लिए निश्चित मात्रा में कैलोरी और पोषक तत्वों की जरूरत होती है। दिन में खाना छोड़ देने से बाद के भोजन के दौरान ज्यादा मात्रा में कैलोरी ले लेते हैं। वैज्ञानिक शोधों के मुताबिक जो लोग सुबह का नाश्ता छोड़ देते हैं वे नियमित ब्रेकफास्ट खाने वालों की तुलना में मोटे होते हैं। वजन को कम करने का सबसे अच्छा तरीका है दिन में थोड़ा-थोड़ा पौष्टिक, कम वसाऔर कैलोरी युक्त खाना खाएं।
मिथ : उच्च प्रोटीन, कम कार्बोहाइड्रेट लेने से वजन कम होता है।
तथ्य : उच्च प्रोटीन और कम कोर्बोहाइड्रेट युक्त खानपान के दीर्घकालिक स्वास्थ्य के फायदों की अभी वैज्ञानिक पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन प्रतिदिन उच्च प्रोटीन युक्त भोजन जैसे मीट, अंडे और चीज से कैलोरी लेना संतुलित खानपान का हिस्सा नहीं है। इसके सेवन से वसा और कोलेस्ट्राल की मात्रा बढ़ जाती है और दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। फल, सब्जी और दालों को कम खाने से कब्ज की समस्या पैदा हो सकती है।
मिथ : कुछ भी खाकर वजन को कम किया जा सकता है।
तथ्य : वजन को कम करने के लिए आप जो खाना चाहें खा सकते हैं लेकिन आपको प्रतिदिन सीमित मात्रा में कैलोरी लेने का ध्यान रखना होगा।
मिथ : रात में आठ बजे के बाद खाना खाने से वजन बढ़ता है।
तथ्य : खाने के समय से ज्यादा जरूरी है आप कितना खाते हैं और कितना व्यायाम करते हैं। इससे फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने बजे खाते हैं। आपका शरीर अतिरिक्त कैलोरी को वसा के तौर पर संचित कर लेता है। अगर रात में सोने से पहले स्नैक्स को खाने का मन हो तो पहले यह देख लें कि आपने दिनभर में कितनी कैलोरी ली हैं।
मिथ: नट्स को खाने से मोटापा बढ़ता है।
तथ्य : नट्स में उच्च कैलोरी और वसा के बावजूद ज्यादातर नट्स में संतृप्त वसा कम पाया जाता है। नट्स प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्रोत होते हैं। इसमें कोई कोलेस्ट्राल नहीं पाया जाता है। सीमित मात्रा में इनका सेवन किया जा सकता है।
मिथ : वजन कम करने के दौरान फास्टफूड नहीं खाना चाहिए।
तथ्य : फास्टफूड भी वजन कम की योजना का हिस्सा हो सकते हैं बशर्ते तले भोजन के बजाए सलाद और भुने हुए खाने को प्राथमिकता दें।
मिथ : मछली में कोई वसा या कोलेस्ट्राल नहीं पाया जाता।
तथ्य : हालांकि सभी मछलियों में कुछ वसा और कोलेस्ट्राल होता है। लेकिन ज्यादातर मछलियों में चिकन के मुकाबले कम संतृत्त वसा पाया जाता है। मछली प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत है। कुछ मछलियों जैसे सैलमेन, मैकीरेल, सारडीनेस में उच्च वसा और ओमेगा-3 वसा पाया जाता है।
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