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हर्निया को लेकर 7 ऐसे मिथक जिन्हें लोग मानते हैं सही, डॉक्टर से जानें इसकी सच्चाई

Hernia in Hindi: हर्निया को लेकर अक्सर लोग सोचते हैं कि यह बीमारी ज्याादा गंभीर नहीं है और खुद ही ठीक हो जाएगी। ऐसे कई मिथकों की सच्चाई डॉक्टर ने बताई।  
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हर्निया को लेकर 7 ऐसे मिथक जिन्हें लोग मानते हैं सही, डॉक्टर से जानें इसकी सच्चाई

Hernia in Hindi: हर्निया पेट के निचले हिस्से में होने वाली बीमारी है। इसमें शरीर का अंग या टिश्यू आसपास के टिश्यू या मांसपेशी के कमजोर बिंदु से बाहर निकल जाते हैं। इस बीमारी में कई बार मरीजों को पेट में काफी ज्यादा दर्द होता है। हर्निया के कारण पेट के आसपास सूजन होना और वजन उठाते समय पेट में दर्द महसूस होना (symptoms of hernia) जैसे कई लक्षण मरीजों को महसूस होते हैं। वैसे महिलाओं और पुरुषों में हर्निया के लक्षण अलग-अलग होते हैं। लेकिन दिक्कत वाली बात यह है कि हर्निया को लेकर लोगों को कई तरह की भ्रांतियां हो जाती हैं। इस वजह से कई बार मरीजों में हर्निया की बीमारी गंभीर हो जाती है। इसलिए हमने हर्निया से जुड़े मिथकों पर आर्टेमिस अस्पताल के जनरल और मिनिमल इनवेसिव सर्जरी विभाग के हेड डॉ. कपिल कोचर (Dr. Kapil Kochhar - Head - General & Minimally Invasive Surgery (Unit II) से बात की और उनसे इसकी सच्चाई के बारे में जाना।

मिथक: हर्निया सिर्फ पुरुषों में ही होता है।

सच्चाई: डॉ. कपिल कहते हैं, “यह गलत धारणा है, हर्निया महिलाओं में भी हो सकता है। महिलाओं में हर्निया की समस्या प्रेग्नेंसी के बाद आती है। कई बार बच्चों में भी हर्निया की समस्या देखी गई है। हालांकि, यह समस्या पुरुषों में अधिक आम है। मतली या उल्टी होना, पेट की गैस पास होने में परेशानी, बुखार होना और तेज दर्द होने जैसे लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए और समय रहते डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है।”

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मिथक: हर्निया ज्यादा गंभीर समस्या नहीं है।

सच्चाई: डॉ. कपिल का कहना है कि अक्सर लोग इसे मामूली समस्या मान लेते हैं, लेकिन समय रहते ध्यान न देने से हर्निया की समस्या गंभीर हो सकती है। अगर इसका इलाज नहीं किया जाता है, तो कई तरह की जटिलताएं पैदा हो सकती हैं। अगर हर्निया का आकार बढ़ा होता है, तो सर्जरी की जरूरत पड़ती है, लेकिन इसका फैसला डॉक्टर रोगी के हर्निया को चेक करके लेते हैं। अगर समय रहते डॉक्टर से सलाह ली जाए, तो कई तरह की गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है।

मिथ: हर्निया खुद-ब-खुद ठीक हो जाता है।

सच्चाई: डॉ. कपिल कहते हैं कि अक्सर लोग मान लेते हैं कि हर्निया अपने आप ठीक हो जाएगा और उसका इलाज नहीं कराते। समय पर इलाज न कराने से कई बार परेशानी काफी ज्यादा बिगड़ सकती है। समय रहते इलाज न कराने से आंतों के टिश्यू में संक्रमण हो सकता है। हर्निया का आकार बढ़ा होने पर ये उस अंग के आसपास सूजन और दर्द कर सकता है।

मिथ: हर्निया की सर्जरी होने के बाद यह दोबारा नहीं होता।

सच्चाई: डॉ. कपिल के अनुसार, हर्निया सर्जरी के बाद दोबारा हो सकता है। सर्जरी से समस्या कम तो हो जाती है,लेकिन दोबारा उभरने का खतरा बना रहता है। इसलिए सर्जरी के बाद डॉक्टर द्वारा बताई सभी जरूरी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इलाज के बाद मरीजों को अपना वजन संतुलित रखना चाहिए। स्मोकिंग और शराब के सेवन से बचना चाहिए। गंभीर खांसी या छींक जैसी समस्याओं का समय पर इलाज कराना चाहिए। पेशाब या मल त्यागते समय बहुत ज्यादा जोर न लगाएं। बैलेंस डाइट लें और जंक फूड खाने से बचें।


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मिथ: हर्निया को आसानी से पीछे की ओर धकेला जा सकता है।

सच्चाई: डॉ. कपिल कहते हैं, “ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए। हर्निया को कभी भी आसानी से अंदर की ओर धकेला नहीं जा सकता। यह करना बहुत ज्यादा रिस्की है। मैं किसी को भी खुद ही इलाज करने की सलाह बिल्कुल नहीं देता। अगर आप ऐसा करते हैं, तो यह समस्या और भी बदतर हो सकती है। हर्निया का इलाज मेडिकल तरीके से ही हो सकता है, इसलिए डॉक्टर से ही सलाह लें।”

मिथ: हर्निया सिर्फ बुजुर्गों को ही होता है।

सच्चाई: डॉ. कपिल के अनुसार, हर्निया को सिर्फ बुजुर्गों की बीमारी मानना गलत है। यह किसी भी उम्र में हो सकता है। प्रीमेच्योर शिशुओं में भी हर्निया के मामले देखे गए हैं। हालांकि यह समस्या बुजुर्गों में अधिक आम है, लेकिन हर उम्र के लोगों को सतर्क रहना चाहिए और लक्षण दिखने पर डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।

मिथ: ज्यादा भारी वजन उठाने से हर्निया की दिक्कत हो सकती है।

सच्चाई: डॉ. कपिल कहते हैं कि आमतौर पर देखा गया है कि ज्यादा वजन उठाने से हर्निया की दिक्कत हो सकती है। ज्यादा वजन उठाने से शरीर की मांसपेशियों और टिश्यू पर दबाव पड़ता है। इससे हर्निया की समस्या हो सकती है। लेकिन मोटापा, गंभीर खांसी, प्रेग्नेंसी और जेनिटक कारणों की वजह से भी हर्निया की समस्या हो सकती है। कई बार जन्म के समय पेट की दीवार (abdominal walls) कमजोर होने के कारण भी हर्निया की समस्या हो सकती है।

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