Myths and Facts About Copper-T: अनचाहे गर्भधारण को रोकने के लिए कॉपर-टी एक प्रभावी और लंबे समय तक चलने वाला साधन है। बाजार में मौजूद अन्य विकल्पों के मुकाबले आज भी अनचाहे गर्भधारण के लिए महिलाएं कॉपर-टी को ज्यादा सुविधाजनक मानती हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों में कॉपर-टी से जुड़े मिथक और गलतफहमियां समाज में फैल रही हैं। इन गलतफहमियों के कारण लोग कॉपर-टी लगवाने से कतराते हैं। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको कॉपर-टी से जुड़े कुछ ऐसे ही मिथकों (Myths and Facts About Copper-T) की जानकारी देने वाले हैं।
इन मिथकों की सच्चाई जानने के लिए हमने नोएडा के मदरहुड हॉस्पिटल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की सीनियर कंसलटेंट डॉ. मंजू गुप्ता (Dr Manju Gupta, Senior Consultant Obstetrician & Gynaecologist, Motherhood Hospital, Noida) से बात की।
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मिथक 1: कॉपर-टी लगाने से बांझपन हो सकता है- Copper-T can cause infertility
सच्चाई: डॉ. मंजू गुप्ता के अनुसार, कॉपर-टी लगवाने से बांझपन की समस्या होती है, तो यह बात पूरी तरह से मिथक है। अनचाहे गर्भधारण को रोकने के लिए कॉपर-टी का उपयोग पूरी तरह से सुरक्षित है और यह प्रजनन क्षमता को प्रभावित नहीं करता। कॉपर-टी लगवाने के बाद महिलाएं गर्भधारण नहीं कर सकती हैं। लेकिन कॉपर-टी हटाने के बाद दोबारा से गर्भधारण किया जा सकता है।
मिथक 2: कॉपर-टी का इस्तेमाल दर्दनाक होता है- Use of Copper-T is painful
सच्चाई :कुछ महिलाओं को कॉपर-टी लगवाने के बाद थोड़ी असुविधा जरूर हो सकती है, लेकिन यह बिल्कुल भी दर्दनाक नहीं होता है। कॉपर-टी लगाने और हटाने का समय बेहद कम होता है, इसलिए महिलाओं को घबराने की जरूरत नहीं है।
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मिथक 3: कॉपर-टी केवल उनके लिए हैं, जिनके बच्चे हैं- Copper-T is only for those who have children
सच्चाई:स्त्री एवं प्रसूति रोग डॉक्टर का कहना है कि ज्यादातर महिलाएं पहला बच्चा करने के बाद ही कॉपर-टी लगवाती हैं, लेकिन यह धारणा बिल्कुल गलत है कि जिनके बच्चे हैं सिर्फ वही इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। कॉपर-टी किसी भी उम्र की महिलाओं द्वारा उपयोग किया जा सकता है, चाहे उन्होंने बच्चे पैदा किए हों या नहीं। जो महिलाएं शादी के बाद एक अंतराल पर बच्चे की प्लानिंग करना चाहती हैं, वह भी कॉपर-टी का इस्तेमाल कर सकती हैं।
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मिथक 4: कॉपर-टी एक बार के लिए लगाई जा सकती है- Copper-T can be inserted once
सच्चाई : कई महिलाओं को ऐसा लगता है कि कॉपर-टी का इस्तेमाल सिर्फ एक ही बार किया जाता है। अगर वो एक बार कॉपर-टी हटा देती हैं, तो दोबारा नहीं लगाया जाएगा। लेकिन यह बात पूरी तरह से मिथक है। कॉपर-टी का उपयोग कई बार किया जा सकता है। इसकी अवधि समाप्त होने पर या जरूरत न होने पर इसे हटाया जा सकता है और बाद में फिर से डॉक्टरी सलाह पर लगाया जा सकता है।
मिथक 5: कॉपर-टी लगवाने के बाद हैवी ब्लीडिंग होती है- Heavy bleeding occurs after Copper-T is inserted
सच्चाई : कॉपर-टी लगवाने के बाद कुछ महिलाओं को ब्लीडिंग की परेशानी हो सकती है। ब्लीडिंग के अलावा कॉपर-टी लगवाने के शुरुआती दिनों में यह हल्का दर्द और असुविधाजनक भी लग सकता है। ऐसे में महिलाओं को ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। जिन महिलाओं को कॉपर-टी लगवाने के बाद किसी तरह की ब्लीडिंग या अन्य परेशानी होती है, तो इस विषय में डॉक्टर से बात करें।
निष्कर्ष
कॉपर-टी अनचाहे गर्भधारण का एक सुरक्षित तरीका है। इसलिए इससे जुड़ी किसी भी बात को सच मानने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें और सवालों का जवाब जानने की कोशिश करें।
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