ज्यादा नमक खाना सेहत के लिए नुकसानदायक होता है, लेकिन अगर आप अपनी नियमित डाइट में से नमक की मात्रा को कम कर देते हैं तो यह सेहत के लिए कई तरीकों से फायदेमंद भी साबित हो सकता है। हाल ही में क्यूंगपूक नेशनल यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल, साउथ कोरिया के शोधकर्तोओं द्वारा की गई एक स्टडी के मुताबिक डेली डाइट में से नमक की मात्रा कम करने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा 20 प्रतिशत तक कम हो जाता है।
एट्रियल फिब्रिलेशन का रहता है खतरा
शोधकर्ताओं ने कुछ लोगों को स्टडी में शामिल किया। जिसमें उन्होंने देखा कि नियमित तौर पर नमक वाली डाइट लेने वाले लोगों में 22 प्रतिशत तक एट्रियल फिब्रिलेशन का खतरा बढ़ जाता है। दरअसल, यह एक ऐसी समस्या है, जिसमें दिल की धड़कन अनियमित या फिर तेज हो सकती है। इस समस्या से गुजरने वाले मरीजों में हार्ट स्ट्रोक का खतरा सामान्य लोगों की तुलना में 5 फीसदी ज्यादा रहता है। ऐसी स्थिति में हार्ट में खून के थक्के जम सकते हैं, जो आगे चलकर हार्ट अटैक का कारण बन सकते हैं।
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डब्लयूएचओ भी की नमक कम करने की अपील
इसी वर्ष मार्च के महीने में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी सभी देशों से लोगों को अपनी नियमित डाइट से नमक की मात्रा कम करने की अपील की थी। जिससे स्ट्रोक, कैंसर या फिर हार्ट से जुड़ी समस्याओं के खतरे को कम किया जा सके। स्टडी के मुताबिक नमक अगर आप नमक की मात्रा को कम करते हैं तो इससे एट्रियल फिब्रिलेशन होने का खतरा 12 प्रतिशत तक कम होता है।
कम नमक खाने से कैसे कम होता है स्ट्रोक का खतरा
अगर आप अपनी नियमित डाइट में से रोजाना केवल एक ग्राम नमक भी कम करते हैं तो इससे कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम अच्छा रहता है साथ ही सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर भी सामान्य रहता है। इससे हार्ट में ब्लड क्लॉटिंग होने और एट्रियल फिब्रिलेशन का भी खतरा काफी कम होता है। इससे पैनिक अटैक, स्ट्रोक या फिर हार्ट अटैक आने का खतरा काफी हद तक कम होता है और हार्ट हेल्दी रहता है।