liver failure symptoms in hindi: लिवर को मानव शरीर का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण अंग माना जाता है। यह शरीर में कई अलग-अलग कार्य करता है। लिवर भोजन को ऊर्जा और पोषक तत्वों में परिवर्तित करने, रक्त को साफ करने और प्रोटीन का उत्पादन करने में मदद करता है। लिवर शरीर को संक्रमण से लड़ने में भी मदद करता है। लिवर शरीर के सामान्य कार्यों को बनाए रखने में मदद करता है। लेकिन कुछ लोगों को लिवर फेलियर की समस्या का सामना करना पड़ता है। यह स्थिति बेहद खतरनाक होती है, इसमें लिवर का बड़ा हिस्सा पूरी तरह से खराब हो जाता है। कई मामलों में तो लोगों की जान ही चली जाती है। आखिर लिवर फेलियर क्या है? लिवर फेलियर क्यों होता है? और लिवर फेलियर के लक्षण क्या है? इस बारे में जानने के लिए हमने लुधियाना के लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉक्टर एच.आर.एस गिरन (Dr. H R S Girn, Liver transplant surgeon in Ludhiana) से बातचीत की-
लिवर फेलियर के प्रकार (Liver failure types)
लिवर खराब होना उस स्थिति को कहते हैं, जब लिवर का एक बड़ा हिस्सा खराब हो जाता है। लिवर कार्य करने में सक्षम नहीं होता और इसका इलाज संभव नहीं होता है। यह एक आपातकालीन स्थिति होती है, इसमें तुरंत डॉक्टर को दिखाना जरूरी होता है। लिवर धीरे-धीरे कई सालों में खराब होता है। लिवर फेलियर 2 प्रकार का होता है। इसमें एक्यूट और क्रॉनिक लिवर फेलियर शामिल हैं। तो आइए जानते हैं इन दोनों के बारे में-
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1. एक्यूट लिवर फेलियर (Acute Liver Failure)
लिवर फेलियर का एक्यूट प्रकार लिवर को तीव्र गति से प्रभावित करता है। इसमें पीलिया, लीवर एंजाइम, थक्के विकार जैसे लक्षण कुछ दिनों से लेकर हफ्ते के अंदर दिखाई देने लगते हैं। अगर तत्काल इलाज नहीं किया गया तो, यह घातक हो सकता है। इस स्थिति में डॉक्टर लिवर ट्रांसप्लांट (liver transplant) की सलाह भी देते हैं। एक्यूट लिवर फेलियर किसी भी आयु वर्ग को प्रभावित कर सकता है।
2. क्रॉनिक लिवर फेलियर (Chronic Liver Failure)
लिवर खराब होने का क्रॉनिक प्रकार धीरे-धीरे लिवर को डैमेज करते हैं। इसके लक्षण कुछ महीनों या वर्षों के अंदर दिखाई दे सकते हैं। क्रॉनिक लिवर फेलियर का मुख्य कारण फैटी लिवर (fatty liver) है। इसके अलावा शराब पीना, हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी भी क्रॉनिक लिवर फेलियर के कारण हो सकते हैं। यह स्थिति में एक्यूट लिवर फेलियर की तरह की घातक हो सकती है। इसमें समय रहते इलाज जरूरी होता है।
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लिवर फेलियर के लक्षण (Liver Failure Symptoms)
यहां कुछ लक्षण दिए गए हैं, जिन पर विचार करने की आवश्यकता है। अगर नीचे बताए जा रहे लक्षण बार-बार दिखे, तो इन्हें अनदेखा बिल्कुल न करें। जानें लिवर की बीमारी के लक्षण-
- थकान और कमजोरी
- आंखों में पीला पन
- वजन कम होना
- भूख कम लगना
- मांसपेशियों में कमी
- खुजली
- सूजन
- मतली
- पेट और पैरों में तरल पदार्थ का निर्माण
लिवर फेलियर के कारण (Liver failure Causes)
लिवर फेलियर या लिवर खराब होना कई कारणों से हो सकता है। इसमें लिवर विकार भी शामिल हैं। जानें लिवर फेलियर के कारण-
- वायरल हेपेटाइटिस
- सिरोसिस
- लिवर को कोई लंबी बीमारी
- एल्कोहल का सेवन करना
- एल्कोहल के कारण होने वाली लिवर की बीमारी

लिवर फेलियर के बचाव टिप्स (Liver Failure prevention tips)
- असुरक्षित यौन संबंध बनाने से बचें
- नशीली दवाइयों का सेवन न करें
- रेजर, सूई, इंजेक्शन शेयर न करें
- हेपेटाइटिस के लिए टीका लगवाएं
- जहरीले रसायनों से अपनी त्वचा को बचाएं
- फास्ट फूड, जंक फूड से परहेज करें।
डॉक्टर एच.आर.एस गिरन बताते हैं कि लिवर फेलियर का इलाज पहले दवाओं, आहार और जीवनशैली में बदलाव करके किया जाता है। लेकिन अगर स्थिति में सुधार न हो, स्थिति बिगड़ती जाए तो इस स्थिति में लिवर ट्रांसप्लांट करने की सलाह दी जाती है।
अगर आपको भी लिवर खराबी (Liver failure) का कोई लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इन लक्षणों को नजरअंदाज बिल्कुल न करें।