बोन कैंसर (हड्डी का कैंसर) एक गंभीर रोग है। लेकिन, समय पर इलाज से इस बीमारी को ठीक किया जा सकता है। आज के समय में एडवांस मेडिकल टेक्नोलॉजी और समय पर इलाज से आज कई लोग बोन कैंसर से सफलतापूर्वक लड़कर एक नई जिंदगी जी रहे हैं। इस कैंसर के लिए कुछ मामलों में सर्जरी कराने की आवश्यकता होती है। यह सर्जरी मरीज के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकती है। हालांकि, सर्जरी के बाद की जिंदगी एक नई शुरुआत होती है, जिसमें देखभाल और धैर्य बहुत जरूरत होता है। इस लेख में डॉक्टर हिंमाशु रोहिला कंसल्टेंट, ऑर्थोपैडिक ऑन्कोलॉजिस्ट, राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर (Dr. Himanshu Rohela, Consultant - Orthopaedic Oncology, RGCIRC - Rajiv Gandhi Cancer Institute & Research Centre) से जानेंगे कि बोन कैंसर सर्वाइवर्स को सर्जरी के बाद किन जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए। ताकि वे स्वस्थ, आत्मनिर्भर और खुशहाल जीवन जी सकें।
बोन सर्जरी के बाद क्या देखभाल करनी चाहिए? - Lifestyle Changes To Make After Bone Cancer Surgery In Hindi
घाव की सफाई और निगरानी
सर्जरी के बाद ऑपरेशन साइट की नियमित सफाई और डॉक्टर द्वारा बताए गए तरीके से ड्रेसिंग बेहद जरूरी होती है। किसी भी प्रकार की लाली, सूजन, दर्द या पस दिखने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। संक्रमण से बचाव सबसे पहला कदम है।
दर्द को मैनेज करना
सर्जरी के बाद कुछ हफ्तों तक हल्का या मध्यम दर्द रह सकता है। डॉक्टर द्वारा दी गई पेनकिलर दवाओं को समय पर लेना चाहिए। अगर दर्द असहनीय हो या लगातार बढ़ रहा हो, तो इसे नजरअंदाज न करें।
फिजीकल एक्टिविटी को बढ़ाएं
बोन कैंसर की सर्जरी के बाद मांसपेशियों और हड्डियों में जकड़न हो सकती है। इसके लिए फिजियोथेरेपी अत्यंत जरूरी है। विशेषज्ञ की मदद से धीरे-धीरे चलना, बैठना, हाथ-पैर हिलाना और हल्के व्यायाम शुरू करें। कुछ मामलों में बोन सर्जरी के बाद कृत्रिम अंग (prosthesis) लगाया जाता है। इनका इस्तेमाल सीखना और अपनाना मानसिक रूप से भी चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन इससे जीवन की गुणवत्ता बेहतर होती है। वॉकर, बैसाखी या सपोर्ट बेल्ट जैसी डिवाइसेस को डॉक्टर की सलाह से इस्तेमाल करें।
मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य
सर्जरी के बाद व्यक्ति उदासी, अकेलापन या डर महसूस कर सकता है, यह बिल्कुल सामान्य है। ऐसे में आप व्यक्ति को परिवार, दोस्तों से या किसी काउंसलर से खुलकर अपनी भावनाएं शेयर करें। बोन कैंसर सर्वाइवर्स के लिए बने ऑनलाइन या ऑफलाइन सपोर्ट ग्रुप्स से जुड़ें। वहां लोग अपनी कहानियां शेयर करते हैं जो प्रेरणा और मानसिक शक्ति देती हैं।
पोषण और आहार का महत्व
सर्जरी के बाद शरीर को भरपूर पोषण की जरूरत होती है ताकि घाव जल्दी भरे और शरीर की एनर्जी बनी रहे। इसके अलावा, आहार में प्रोटीन शामिल करें। डाइट में प्रोटीन (दालें, पनीर, अंडा), हरी सब्जियां, फल, सूखे मेवे और पर्याप्त पानी पिएं। अत्यधिक तले-भुने, प्रोसेस्ड या पैकेज्ड फूड से दूरी बनाएं क्योंकि ये शरीर में सूजन बढ़ा सकते हैं।
बहुत से मरीज सर्जरी के बाद खुद को लोगों से अलग-थलग महसूस करते हैं। लेकिन धीरे-धीरे बाहर निकलना, दोस्तों से मिलना और सामाजिक गतिविधियों में भाग लेना जरूरी है। सर्जरी के बाद भी कैंसर के दोबारा होने की संभावना बनी रहती है, इसलिए नियमित अंतराल पर जांच करवाना जरूरी है। डॉक्टर द्वारा निर्धारित स्कैन, ब्लड टेस्ट और फिजिकल एग्जामिनेशन समय पर कराएं।
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बोन कैंसर से लड़ना एक कठिन यात्रा होती है, लेकिन सर्जरी के बाद की जिंदगी भी एक नई लड़ाई और नई शुरुआत है। यह समय है खुद को दोबारा पहचानने का, अपने शरीर और मन दोनों को संवारने का। सही देखभाल, समय पर इलाज, अपनों का साथ और अपनी सकारात्मक सोच के बल पर हर सर्वाइवर एक प्रेरणा बन सकता है।
FAQ
बोन मेरो कैंसर के क्या लक्षण हैं?
हड्डियों में दर्द, हड्डियों पर गांठ, हड्डियों में सूजन और अकड़न, सांस लेने में तकलीफ, चलने और हिलने में कठिनाई, वजन घटना, कमजोरी और चक्कर आना शामिल हैं।कैंसर के क्या कारण है?
कैंसर, कोशिकाओं में होने वाले असामान्य और अनियंत्रित वृद्धि के कारण होता है। यह वृद्धि ट्यूमर का रूप ले सकती है, जो शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकती है।हड्डियों में दर्द किसकी कमी के कारण होता है?
हड्डियों में दर्द आमतौर पर विटामिन डी और कैल्शियम की कमी के कारण होता है।