
How to cope up with perimenopause: पेरिमेनोपॉज एक स्थिति है जिसमें महिला को मेनोपॉज होना शुरू हो रहा होता है। इस स्थिति में महिला के शरीर में कई बदलाव आते हैं। ऐसे में अंडाशय से हार्मोन्स का प्रोडक्शन रूक जाता है। इस कारण पीरियड्स अनियमित होने लगते हैं। महिलाओ में पेरिमेनोपॉज 40 की उम्र के बाद आती है। इस दौरान प्रजनन क्षमता काफी कम हो जाती है। साथ ही, इस दौरान महिला के शरीर में कई ऐसे बदलाव आते हैं जिनसे परेशानी होती है। अगर महिला की डाइट और लाइफस्टाइल खराब है, तो उसे ज्यादा परेशानी ज्यादा हो सकती है। लेकिन कई ऐसे तरीके हैं जिन्हें अपनाने से पेरिमेनोपॉज में होने वाली परेशानियां कंट्रोल रहती हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए इंटग्रेटिव हेल्थ कोच और हार्मोनल हेल्थ एक्सपर्ट उर्वशी अग्रवाल ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है।
पेरिमेनोपॉज कंट्रोल रखने के लिए लाइफस्टाइल में अपनाएं ये बदलाव- lifestyle Changes That Can Help To Manage Perimenopause
हेल्दी डाइट फॉलो करें- Follow Healthy Diet
पेरिमेनोपॉज के दौरान कई महिलाओं को कमजोरी रहने लगती है। इसलिए ऐसे में डाइट का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। ऐसे में आपको जंक और प्रोसेस्ड फूड अवॉइड करना चाहिए। साथ ही, ताजे फलों और सब्जियों का सेवन ज्यादा करना चाहिए।
रोज एक्सरसाइज करें- Exercise Daily
पेरिमेनोपॉज में बॉडी और माइंड दोनों पर असर पड़ता है। ऐसे में माइंड और बॉडी रिलैक्स करने के लिए आप एक्सरसाइज कर सकते हैं। इससे आप फिट और एक्टिव भी रहेंगे। इसके साथ ही पेरिमेनोपॉज में होने वाले बदलावों से आपको परेशानी नहीं होगी।
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स्ट्रेस कंट्रोल रखें- Control Stress
इस स्थिति में महिलाओं में भावनात्मक बदलाव भी ज्यादा होते हैं। ऐसे में स्ट्रेस और एंग्जायटी होना आम बात है। लेकिन ज्यादा स्ट्रेस लेने से सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए पेरिमेनोपॉज में स्ट्रेस मैनेज करना बहुत जरूरी है। इसके लिए आप मेडिटेशन और स्ट्रेस कंट्रोल टेक्निक्स अपना सकते हैं।
हाइड्रेट रहें- Stay Hydrated
अगर आपकी बॉडी डिहाइड्रेट होगी तो आपको ज्यादा परेशानी हो सकती है। इसके कारण आपको थकावट और जैसी कई परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए पानी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। नारियल पानी और हेल्दी फ्रूट्स भी डेली डाइट में जरूर शामिल करें।
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पर्याप्त नींद जरूर लें- Take Enough Sleep
बिजी लाइफस्टाइल के कारण कई महिलाओं को पर्याप्त आराम नहीं मिल पाता है। इसलिए पर्याप्त नींद लेना जरूरी है। अधूरी नींद के कारण हार्मोन्स का संतुलन भी बिगड़ सकता है। इसलिए रोज 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें।
हार्मोन्स बैलेंस करें- Balance Hormones
पेरिमेनोपॉज की स्थिति में हार्मोन्स असंतुलित हो सकते हैं। क्योंकि यह स्थिति भी हार्मोन्स असंतुलन से जुड़ी होती है। इसलिए हार्मोन्स को बैलेंस करने पर काम करें। फिट और एक्टिव रहें और हार्मोन्स पर ध्यान दें।
हेल्थ चेकअप कराते रहें- Daily Health Check ups
समय-समय पर रेगुलर हेल्थ चेकअप कराते रहें। क्योंकि इससे आपको अपनी हेल्थ का पता रहेगा। ध्यान देते रहें कि आपको किन चीजों को खाने से परेशानी होती है और क्या सूट होती हैं।
पूरी जानकारी रखें- Take knowledge
पेरिमेनोपॉज के बारे में पूरी जानकारी होना जरूरी है। क्योंकि अधूरी जानकारी सेहत पर भारी पड़ सकती है।
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