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ये 4 चीजें पेरिमेनोपॉज के दौरान बढ़ा सकती हैं महिलाओं की दिक्कत, जरूर दें ध्यान

पेरिमेनोपॉज के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं, जिससे बचाव के लिए जरूरी है कि इन गलतियों को करने से बचें। 
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ये 4 चीजें पेरिमेनोपॉज के दौरान बढ़ा सकती हैं महिलाओं की दिक्कत, जरूर दें ध्यान

Things To Avoid During Perimenopause: पेरिमेनोपॉज, रजोनिवृत्ति से पहले का संक्रमणकालीन (Transitional) समय होता है। महिलाओं में पेरिमेनोपॉज तब होता है जब अंडाशय में अंडे बनना बंद होने लगते हैं और शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर असंतुलित होने लगता है। पेरिमेनोपॉज होने के दौरान, महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जैसे अंडी नियमित रूप से कम बनते हैं, फर्टिलिटी कम होना, पीरियड्स साइकिल छोटी होना या अनियमित पीरियड्स का होना। परिमेनोपॉज महिलाओं में मेनोपॉज आने से पहले होता है। इस दौरान महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। न्यूट्रिशनिस्ट राशि चौधरी का कहना है कि पेरिमेनोपॉज के दौरान 35 साल से ज्यागा उम्र की ज्यादातर महिलाओओं में कई अलग-अलग लक्षण नजर आते हैं, जैसे  नींद की कमी, तनाव बढ़ना, चिड़चिड़ापन होना, गुस्सा आना, बिना किसी कारण वजन बढ़ना आदि। इस दौरान आपको कुछ ऐसी चीजें करने से बचना चाहिए, जो इन लक्षणों को ट्रिगर (What Can Make Perimenopause Worse) कर सकते हैं।  

पेरीमेनोपॉज के दौरान क्या नहीं करना चाहिए? - What Not To Do During Perimenopause in Hindi?

1. पर्याप्त प्रोटीन न लेना

पेरिमेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन के स्तर में कमी के कारण, महिलाओं की मांसपेशियां और हड्डियां कमजोर होने लगती है। ऐसे में मांसपेशियों के ऊतकों को बनाए रखने, सरकोपेनिया को रोकने और ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करने के लिए महिलाओं को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन का सेवन करना जरूरी होता है। 

2. पर्याप्त नींद नहीं लेना 

पेरिमेनोपॉज के दौरान महिलाओं को पर्याप्त मात्रा में नींद पूरी करना बहुत जरूरी है क्योंकि यह हार्मोन को प्रबंधित करने, मूड को बेहतर बनाने, हॉट फ्लैश और रात में पसीना आने जैसे लक्षणों को कंट्रोल करने में मदद करती है।

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3. बहुत ज्यादा शारीरिक गतिविधियां करना

पेरिमेनोपॉज के दौरान अक्सर महिलाएं बहुत ज्यादा शारीरिक गतिविधियां करने लगती हैं। ज्यादा एक्सरसाइज करने से शरीर के प्राथमिक तनाव हार्मोन कोर्टिसोल का स्तर बढ़ सकता है, जिससे महिलाओं में तनाव बढ़ सकता है, नींद में कमी आ सकती है, मांसपेशियों की रिकवरी कम हो सकती है, वजन बढ़ सकता है और पेरिमेनोपॉज के लक्षण बदतर हो सकते हैं। 

4. OCP, IUD और HRT का उपयोग करना

OCP, IUD और HRT का उपयोग करने से आपके पेरिमेनोपॉज के लक्षण नजरअंदाज हो सकते हैं, जिसके कारण आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है।

 
 
 
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पेरिमेनोपॉज का पता लगाने के लिए किसी तरह का टेस्ट नहीं होता है। इसलिए, आपक अपनी स्थिति के बारे में सही जानकारी पाने के लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें। 

Image Credit- Freepik 

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