त्वचा पर नजर आने वाले ये 5 लक्षण होते हैं पेरिमेनोपॉज का संकेत, जानें कैसे करें स्किन केयर?

जब कोई महिला पेरिमेनोपॉज की स्थिति में आती है, तो उसे त्वचा पर ये लक्षण नजर आ सकते हैं। जानें, इनके बारे में-
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त्वचा पर नजर आने वाले ये 5 लक्षण होते हैं पेरिमेनोपॉज का संकेत, जानें कैसे करें स्किन केयर?

Perimenopause Symptoms in Hindi: पेरिमेनोपॉज वह स्थिति होती है, जब शरीर में मेनोपॉज होना शुरू हो जाता है। इस दौरान अंडाशय हार्मोन का उत्पादन कम करता है। इसकी वजह से पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं। आपको बता दें कि 40 की उम्र के बाद पेरिमेनोपॉज की स्थिति हो सकती है। पेरिमेनोपॉज की अवस्था कुछ समय के लिए होती है। कुछ लोगों को पेरिमेनोपॉज 4 से 8 सालों तक रह सकता है। पेरिमेनोपॉज के दौरान प्रजनन क्षमता कम हो जाती है। लेकिन इस स्थिति में महिलाएं गर्भवती हो सकती हैं। जब 12 महीनों तक पीरियड्स नहीं आते हैं, तो इसके बाद की स्थिति को मेनोपॉज के रूप में जाना जाता है। पेरिमेनोपॉज के दौरान आपको कई लक्षण नजर आते हैं, जो इसका संकेत होते हैं। पेरिमेनोपॉज के दौरान आपको त्वचा पर भी कुछ लक्षण नजर आ सकते हैं। आइए, जानते हैं इनके बारे में-

पेरिमेनोपॉज में त्वचा पर दिखने वाले मेनोपॉज के लक्षण- Perimenopause Symptoms on Skin in Hindi

1. ड्राई स्किन

पेरिमेनोपॉज के दौरान आपकी त्वचा ड्राई हो सकती है। दरअसल, उम्र बढ़ने पर त्वचा की हाइड्रेशन कम हो जाती है और इससे ड्राईनेस बढ़ जाती है। इसके अलावा, जब पेरिमेनोपॉज में एस्ट्रोजन का उत्पादन भी कम होता है, जिससे कोलेजन कम होता है और त्वचा बेजान नजर आने लगती है। पेरिमेनोपॉज में त्वचा खुरदरी और पपड़ीदार नजर आ सकती है।

2. मुंहासे निकलना

पेरिमेनोपॉज के दौरान चेहरे पर मुंहासे भी निकल सकते हैं। अधिक उम्र में चेहरे पर मुंहासे निकलना पेरिमेनोपॉज का संकेत हो सकता है। दरअसल, पेरिमेनोपॉज के दौरान शरीर में हार्मोनल असंतुलन होता है। इस दौरान एस्ट्रोजन कम होता है, जिसकी वजह से मुंहासे हो सकते हैं। इसके अलावा, इस उम्र में त्वचा की सही देखभाल न कर पाने की वजह से भी मुंहासे निकल सकते हैं। 

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3. त्वचा पर खुजली होना

अधिक उम्र में त्वचा पर खुजली होना भी पेरिमेनोपॉज का संकेत हो सकता है। इस स्थिति को एक्जिमा के रूप में जाना जाता है। इसमें आपको त्वचा पर खुजली हो सकती है। साथ ही, यह पपड़ीदार पैच, छाले और ड्राई स्किन का कारण भी बन सकता है। दरअसल, पेरिमेनोपॉज की स्थिति में त्वचा का पीएच लेवल बदलने लगता है। इस स्थिति में त्वचा की सेंसिटिविटी बढ़ जाती है। ऐसे में आपके चेहरे पर खुजली और चकत्ते निकल सकते हैं। 

4. त्वचा का ढीला होना

बढ़ती उम्र में या पेरिमेनोपॉज के दौरान महिलाओं के शरीर में कोलेजन का उत्पादन कम हो जाता है। इस स्थिति में त्वचा की लोच कम होने लगती है और त्वचा ढीली हो जाती है। पेरिमेनोपॉज की स्थिति में आपकी त्वचा झुर्रीदार और ढीली हो सकती है। चेहरे पर झुर्रियां और फाइन लाइंस नजर आ सकती हैं।

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5. हाइपरपिग्मेंटेशन

त्वचा पर गहरे दाग-धब्बे पेरिमेनोपॉज का संकेत हो सकते हैं। अधिक उम्र में हाइपरपिग्मेंटेशन होना पेरिमेनोपॉज हो सकता है। दरअसल, इस दौरान महिलाओं को कई तरह के हार्मोनल बदलावों से गुजरना पड़ता है। ऐसे में हाइपरपिग्मेंटेशन की स्थिति आ सकती है। त्वचा का रंग भी गहरा हो सकता है।

पेरिमेनोपॉज में त्वचा की देखभाल कैसे करें?- Skin Care Tips in Perimenopause

  • अगर आप पेरिमेनोपॉज की स्थिति में पहुंच गई है, तो चेहरे पर सनस्क्रीन जरूर लगाएं। आपको ओपन एरिया पर भी सनस्क्रीन अप्लाई करनी चाहिए। एसपीएफ 30 या इससे अधिक वाला सनस्क्रीन लगाना सही रहता है। 
  • सनस्क्रीन लगाने से त्वचा धूप से सुरक्षित रहेगी। इससे चेहरे के दाग-धब्बों से छुटकारा मिलता है। साथ ही, स्किन कैंसर का जोखिम भी कम होता है।
  • इस दौरान आपको अपने खान-पान का भी खास ख्याल रखना चाहिए। इसके लिए अपनी डाइट में प्रोटीन और फाइबर को जरूर शामिल करें। 
  • पेरिमेनोपॉज के दौरान अपनी त्वचा को हाइड्रेट जरूर रखें। इसके लिए मॉइश्चराइज का इस्तेमाल करें।

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