
क्या बच्चाें काे भी कैंसर हाे सकता है? जी, हां बच्चे भी कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हाे सकते हैं। देश में बच्चाें की मौताें का नौंवा सबसे बड़ा कारण कैंसर ही है। बच्चाें में ज्यादातर ब्लड कैंसर के मामले सामने आते हैं। इसके बाद बच्चे ब्रेन ट्यूमर से सबसे ज्यादा प्रभावित हाेते हैं। आज हम आपकाे बच्चाें में हाेने वाले ब्लड कैंसर के बारे में बताने जा रहे हैं। यह एक गंभीर बीमारी है, जिससे देश में कई बच्चे अपनी जान गंवाते हैं। चलिए जानते हैं बच्चाें में ब्लड कैंसर के लक्षण, कारण और बचाव टिप्स (Leukaemia or Blood Cancer in Children Symptoms Causes Prevention)-
बच्चाें में ल्यूकेमिया कैंसर के लक्षण (Symptoms of Blood Cancer in Children)
- चाेट लगने पर बहुत ज्यादा खून निकलना
- जाेड़ाें में दर्द हाेना
- पेट में दर्द
- भूख में कमी और वजन कम हाेना
- सांस लेने में तकलीफ
- स्वेलिंग या सूजन
- बुखार
- सर्दी-खांसी
- चिड़चिड़ापन
- मानसिक रूप से परेशान रहना
- उल्टियां हाेने का अहसास हाेना
- त्वचा पर रैशेज
- राेग प्रतिराेधक क्षमता कमजाेर हाेना
- थकान और कमजाेरी महसूस हाेना
- नाक-मसूड़ाें से खून बहना

बच्चाें में ल्यूकेमिया कैंसर के कारण (Blood Cancer Causes in Children)
बच्चाें में ल्यूकेमिया या ब्लड कैंसर हाेने के वैसे ताे काेई ठाेस कारण नहीं है। लेकिन कुछ ऐसे कारण है, जिनकी वजह से बच्चाें में यह बीमारी हाे सकती है।
1.जेनेटिक
घर में किसी सदस्य काे ब्लड कैंसर हुआ है या पहले कभी हुआ था, ताे इस स्थिति में बच्चे काे भी यह बीमारी हाे सकती है।
2.कीमाेथैरेपी
कई बार कीमाेथैरेपी के कारण भी ब्लड कैंसर हाेने की संभावना बनी रहती है। इतना ही नहीं बार-बार एक्स-रे करवाने से भी बच्चाें में ब्लड कैंसर हाेने की संभावना रहती है।
3.एचआईवी
एचआईवी के संक्रमण से भी ब्लड कैंसर हाेने की संभावना रहती है। अगर किसी के माता-पिता काे एचआईवी है, ताे बच्चे काे इस बीमारी के हाेने की संभावना अधिक हाेती है।
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बच्चाें में ल्यूकेमिया कैंसर के बचाव टिप्स (Blood Cancer Prevention Tips to Children)
- अगर घर में किसी काे कैंसर है, ताे बच्चाें काे सुरक्षित रखने के लिए समय-समय पर जांच करवानी जरूरी है।
- कैंसर से बचाव करने के लिए बच्चाें की डाइट में ऐसे फूड्स शामिल करें, जाे कैंसर सेल्स काे बढ़ने से राेकते हाे।
- हर हफ्ते या महीने में बच्चे की डॉक्टर से जांच करवाएं।
- नियमित रूप से बच्चे काे ब्लड टेस्ट करवाएं। इससे हीमाेग्लाेबिन, WBC और प्लेटलेट्स का पता चलता है।
अपने बच्चे काे ब्लड कैंसर जैसे गंभीर बीमारी से बचाने के लिए इसके लक्षणाें काे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें और समय रहते इलाज करवाएं। इससे आपका बच्चा इस बीमारी काे हराएगा और सुरक्षित रहेगा।
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