हाई बीपी में क्यों होता हैं पैरों में दर्द? जानें इसके कारण और उपाय

Causes Of Leg Pain In High Blood Pressure : हाई बीपी की समस्या में आपको पैरों में दर्द की समस्या हो सकती है। जानें इसके कारण और उपाय।   
  • SHARE
  • FOLLOW
हाई बीपी में क्यों होता हैं पैरों में दर्द? जानें इसके कारण और उपाय


पैरों में दर्द होना एक आम समस्या है। हम सभी ने इस समस्या को कभी-न-कभी अनुभव किया ही होगा। एक्सरसाइज करते समय, मांसपेशियों में खिंचाव, पैरों में चोट लगाने आदि कई कारणों से पैरों में दर्द की समस्या हो सकती है। अगर आपको भी पैरों में दर्द हो रहा है तो आप इसे नजरअंदाज न करें। पैरों में लगातार दर्द होना और टखनों में सूजन की समस्या हाई बीपी का संकेत करता है। हाई बीपी में व्यक्ति का रक्त प्रवाह प्रभावित होता है जिसकी वजह से उन्हें सूजन व अन्य लक्षण दिखाई देने लगते हैं। ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। इस लेख में जानेंगे कि हाई बीपी में पैरों में दर्द क्यों होता है? और इससे बचाव के लिए आपको क्या उपाय अपनाने चाहिए? 

हाई बीपी में पैरों में दर्द के क्या कारण होते हैं?  

हाई बीपी की समस्या होने पर आपके हार्ट को शरीर के ब्लड को पंप करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। जब ब्लड को हाई रेट पर पंप किया जाता है तो आपकी नसों और धमनियों में नुकसान होने लगता है। जिससे नसे टूटने लगती हैं। ब्लड में कोलेस्ट्रॉल इसी जगह से मिलने लगता है। जिसकी वजह से आपकी नसे सुकड़ने लगती हैं। ऐसे में ब्लड सर्कुलेशन में परेशानी होने लगती है। जब ब्लड सर्कुलेशन में समस्या आती है तो इससे हार्ट को अपना काम करने में दबाव उत्पन्न होता है। शरीर को नसों को सही ढंग से काम करने के लिए ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इनकी कमी होने पर पैरों में दर्द होने लगता है।  

इसे भी पढ़े : सिर के दाहिने हिस्से में दर्द क्यों होता है? डॉक्टर से जानें कारण और बचाव के उपाय 

leg pain in high BP

हाई बीपी के कुछ सामान्य लक्षण  

हाई बीपी होने पर व्यक्ति को पैरों में दर्द के अलावा छाती में दर्द, सांस लेने में मुश्किल, चेहरा लाल होना, थकान, चक्कर आना, कमजोरी, धुंधली नजरें, दिल की धड़कनें अनियमित होना, सिरदर्द और नाक से खून आना आदि।  

हाई बीपी का घरेलू उपाय 

  • वजन को करें कंट्रोल - मोटापा आपकी कई समस्याओं को बढ़ा सकता है। इसलिए आपको हाई बीपी की समस्या में वजन को कंट्रोल रखना चाहिए। इससे आप बीपी की वजह से होने वाले अन्य जोखिम कारकों से सुरक्षित रहते हैं।  
  • नियमित एक्सरसाइज करें - नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से आप खुद को स्वस्थ बना सकते हैं। इसके साथ ही हाई बीपी की समस्या को भी कंट्रोल रख सकते हैं।  
  • संतुलित आहार खाएं - विटामिन, फाइबर, पोटेशियम, व अन्य पोषक तत्वों से आप हाईबीपी की समस्या को कंट्रोल कर सकते हैं। इस परेशानी में आप संतुलित आहार खाएं।  
  • नमक का सेवन संतुलित मात्रा में करें - हाई बीपी में आपको नमक का सेवन संतुलित मात्रा में करना चाहिए। साथ ही डाइट में सोडियम की मात्रा कम रखने से हाई बीपी की समस्या में आराम मिलता है।  
  • शराब और धूम्रपान न करें - ज्यादा शराब और धूम्रपान से शरीर की नसों पर दबाव पड़ता है। इससे आपको हाई बीपी की समस्या का खतरा अधिक होता है। 
  • पर्याप्त नींद लें - हाई बीपी की समस्या होने पर आप पर्याप्त नींद लें। पर्याप्त नींद लेने से आपके तनाव का स्तर कम होगा और हाई बीपी में आराम मिलने लगेगा।  

इसे भी पढ़े : यूरिक एसिड कम करने के लिए पिएं जीरे का पानी, जानें इसे बनाने का तरीका 

हाई बीपी के समस्या में यदि आपको लक्षणों में गंभीरता महसूस हो रही हो तो बिना देरी किये नजदीकी डॉक्टर से मिलें। साथ ही डॉक्टर के द्वारा सुझाई गई दवाओं का नियमित सेवन करें। इससे आपकी समस्या कम होने में मदद मिलती है। 

Read Next

High Cholesterol: हाई कोलेस्ट्रॉल का आंखों पर क्या असर पड़ता है? जानें डॉक्‍टर से

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version