देरी से मेनोपॉज महिलाओं में बढ़ा सकता है अस्थमा का खतरा, जानें क्या कहती है नई स्टडी 

Late Menopause May Increase Risk of Asthma in Hindi: एक स्टडी के मुताबिक देरी से मेनोपॉज शुरू होने से महिलाओं में अस्थमा को जोखिम बढ़ सकता है।
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देरी से मेनोपॉज महिलाओं में बढ़ा सकता है अस्थमा का खतरा, जानें क्या कहती है नई स्टडी 

Late Menopause May Increase Risk of Asthma in Hindi: मेनोपॉज महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है। कुछ महिलाओं में मेनोपॉज देर से आते हैं तो कुछ में जल्दी आते हैं। मेनोपॉज आना यानि महिलाओं में पीरियड्स बंद हो जाने। इस दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव देखे जाते हैं। कई महिलाओं को लगता है कि यह स्थिति होने से पीरियड्स का आना अचानक बंद हो जाएगा, जबकि ऐसा कई बार अन्य स्थितयों से भी हो सकता है। हाल ही में एक स्टडी सामने आई है, जिसमें देखा गया है कि मेनोपॉज में देरी होने से महिलाओं में अस्थमा का खतरा बढ़ता है। इसलिए आपको अपने मेनोपॉज पर नजर रखने की जरूरत है।

क्या कहती है स्टडी?

स्टडी के वैज्ञानिकों के मुताबिक मेनोपॉज ज्यादा उम्र में मेनोपॉज होने से अस्थमा का जोखिम बढ़ सकता है। अस्थमा पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ज्यादा सामान्य होता है। अगर आपकी उम्र बढ़ रही है और मेनोपॉज में देरी हो रही है तो संभव है कि आप अस्थमा का शिकार हो सकती हैं। दरअसल, सेक्स हार्मोन्स और अस्थमा के बीच आपस में सीधा संबंध होता है। मेनोपॉज के दौरान सेक्स हार्मोन्स में बदलाव और उतार-चढ़ाव देखा जाता है, जिसके कारण अस्थमा होने की आशंका बढ़ जाती है। 

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हार्मोन थेरेपी लेने वाली महिलाओं में बढ़ा अस्थमा का खतरा 

मंगलवार को द जर्नल ऑफ मेनोपॉज सोसाइटी (The Journal of The Menopause Society) में छपी के मुताबिक ऐसी महिलाएं जिनमें मेनोपॉज जल्दी शुरू हो जाता है जैसे 40 से 44 साल की उम्र के बीच की महिलाएं। इनमें अस्थमा होने की आशंका बेहद कम रहती है। जिन महिलाओं ने हार्मोन थेरेपी का इस्तेमाल किया, उनमें अस्थमा का खतरा 63 फीसदी तक ज्यादा बढ़ा था। वहीं, थेरेपी नहीं लेने वाली या बंद करने वाली महिलाओं में यह खतरा काफी कम था। 

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मेनोपॉज के लक्षण 

  • मेनोपॉज होने पर आपको चिड़चिड़ापन और सोने में कठिनाई महसूस हो सकती है।
  • मेनोपॉज होने पर कई बार सेक्स करने में कठिनाई महसूस हो सकती है।
  • ऐसे में थकान और सुस्ती हो सकती है।
  • मेनोपॉज होने पर कई बार एंग्जाइटी या स्ट्रेस जैसी समस्या भी हो सकती हैं।

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