
आयुर्वेद में काफी लंबे समय से कुमकुमादि तेल का इस्तेमाल किया जाता है। यह हमारी स्किन के लिए बहुत ही फायदेमंद है।
कुमकुमादि तैलम को कुमकुमादि तेल कहते हैं। यह एक आयुर्वेदिक औषधी में से एक है। यह स्किन के लिए बहुत ही फायदेमंद है। कुंकुमादि प्राचीन औषधीय है, जिसका वर्षों से इस्तेमाल किया जा रहा है। सेहत को कुंकुमादि तेल का बहुत ही फायदा और नुकसान होता है। यह कई तरह के तेलों से मिलकर बना तेल है। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह तेल बहुत ही फायदेमंद होता है। यह 26 तरह के हर्बल से तैयार औषधीय तेल है। कई आयुर्वेदिक ब्यूटी हर्बल को तैयार करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। कुंकुमादि तेल का इस्तेमाल चेहरे को गोरा बनाने, झुर्रियों को हटाने और दाग-धब्बों को दूर करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।
क्या है कुंकुमादि? (What is Kumkumadi Tel)
कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कुंकुमादि तेल का इस्तेमाल किया जाता है। गाजियाबाद के स्वर्ण जयंती के आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर राहुल चतुर्वेदी का कहना है कि कुंकुमादि तेल को बहुत से लोग केसर तेल (Saffron Oil) का तेल इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेदिक इलाज में सदियों से पारंपरिक रूप से इस तेल का इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद में केसर को कुमकुमा (Kumkuma) कहते हैं। यह कई तरह के तेलों का मिश्रण होता है।
किस तरह से तैयार होता है कुंकुमादि तेल (Ingredients of Kumkumadi Tailam)
कुंकुमादि तेल को तैयार करने के लिए लगभग 26 तरह के जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। आइए जानते हैं इसमें इस्तेमाल करने वाली जड़ी-बूटियां-
चंदन, लाक्षा (Laksha), केसर, मंजिष्ठा, लीकोरिस (Licorice), मधुका, कालियाका-बर्बेरिस एरिस्टाटा (Kaliyaka-Berberis aristata), गोक्षुरा, शलपरनी, पाताल, गांभरी, प्रिंशनपर्णी, इंडियन लोटस, जावा अंजीर, इंडियन लैम्पस, बरगद और तिल के तेल इत्यादि का इस्तेमाल करके कुंकुमादि तेल बनाया जाता है।
इस तेल को बनाने के लिए सभी जड़ी-बूटियों को पिसते हैं। एक कटोरे में मिलाया जाता है। इसके बाद इसमें पानी मिलाकर कुछ घंटों के लिए छोड़ दिया जाता है। इसे अच्छी तरह उबालों और तबतक उबलने दिया जाता है, जब तक पानी एक चौथाई कम न हो जाए। इसके बाद जड़ी-बूटियों का एक हिस्सा गाय के दूध या बकरियों के दूध और तिल के तेल में मिलाएं।
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कैसे करें कुंकुमादि तेल का उपयोग (How To Use Kumkumadi Oil)
कुंकुमादि तेल में पोषक तत्व और औषधीय गुण भरपूर होता है। इसलिए इसका इस्तेमाल सावधानी पूर्वक करें। कुंकुमादि तेल का इस्तेमाल करने के लिए कुछ विशेष निर्देश दिए जाते हैं।
- इसका इस्तेमाल सिर्फ बाहारी हिस्से में किया जाता है।
- चेहरे पर तेल लगाने के लिए अपने चेहरो को अच्छी तरह धो लें।
- तेल का इस्तेमाल करने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह धोएं।
- अपनी उंगलियों में तेल को लगभग 10-15 मिनट के लिए गोलाकार मालिश करें।
- अच्छे रिजल्ट के लिए रात के समय तेल से मालिश करें।
- नियमित रूप से दिन में 2 बार इस तेल का इस्तेमाल करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
- तेल को कम से कम 1 से 2 घंटा अपने फेस पर लगाएं।
- अगर आपको इस तेल से एलर्जी है, तो तेल का इस्तेमाल ना करें।
कुंकुमादि तेल के फायदे (Benefits of Kumkumadi Oil)
सूजन के लिए कुमकुमादि तेलम के लाभ (Kumkumadi tailam as Anti-Inflammatory)
कुमकुमादि तेल में अधिकतर ऐसी जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें एंटी-इंफ्लामेटरी का गुण पाया जाता है। अगर आप इस तेल के साथ बकरी के दूध का इस्तेमाल करके लगाते हैं, तो इससे आपको सूजन की समस्या दूर होगी है। कुंकुमादि तेल में अधिकतर हल्दी, बेल, केसर, यूरिया पिक्टा और ब्रिहाती जैसे तत्वों का इस्तेमाल किया जाता है। इन सभी घटकों में पोषक तत्वों की प्रचुरता होती है। इससे एक्जिमा और सोरायसिस जैसी पुरानी से पुरानी सूजन संबंधी समस्याएं दूर रहती है। इसके इस्तेमाल से गठिया का दर्द और सूजन की समस्या से भी राहत मिलता है।
प्रतिरक्षा को बढ़ाए कुंकुमादि तेल (Kumkumadi Oil for boost immunity)
कुंकुमादि तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भरपूर रूप से होता है। इसमें गांभरी (gambhari) नामक तत्व होता है। इसके इस्तेमाल से आपके शरीर की प्रतिरक्षा शक्ति बेहतर होती है। कुमकुमादि तेल में ल्यूटोलिन और बेंजोइक एसिड नामक तत्व होता है। कुमकुमादि तेल में तिल का तेल मिलाया जाता है, जिसमें फैटी एसिड और विटामिन ई भरपूर रूप से होता है, जो हानिकारक फ्री रेडिकल्स से स्किन की कोशिकाओं का बचाव करते हैं। नियमित रूप से इसका इस्तेमाल करने से आपकी कोशिकाओं को पुनर्जीवित होने में मदद मिल सकता है।
हाइपरपिग्मेंटेशन दूर करे कुमकुमादि (Kumkumadi Oil for treat hyperpigmentation)
नियमित रूप से कुमकुमादि तेल का इस्तेमाल करने से हाइपरपिग्मेंटेशन की समस्या से राहत मिलता है। इससे स्किन की गहराई से सफाई होती है। इसके इस्तेमाल से अन्य क्रीम और तेलों की तुलना में चेहरे की सफाई गहराई से साफ होती है। यह आपके स्किन के छोटे और बड़े हिस्से को प्रभावित करता है। हाइपरपिग्मेंटेशन के इलाज में कुमकुमादि तेल का इस्तेमाल किया जाता है। यह आयुर्वेदिक चिकित्सा में बहुत ही लोकप्रिय तेल है।
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प्राकृतिक सनस्क्रीन के लिए है कुमकुमादि ऑयल (Kumkumadi oil For Natural Sunscreen)
यह हमारी स्किन के लिए नैचुरल सनस्क्रीम की तरह काफ करता है। इसमें विटामिन ई सहित कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, तो हमारी स्किन के लिए अच्छे होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट भी इसमें उच्च मात्रा में होते हैं, सूर्य की हानिकारक किरणों से आपकी स्किन का बचाव करते हैं।
कुमकुमादि तेल के नुकसान ( Side Effects of Kumkumadi oil)
- कुमकुमादि तेल के इस्तेमाल से आपके स्किन का दाग-धब्बा दूर हो सकता है। लेकिन ऑयली स्किन वालों के लिए ठीक नहीं होता है।
- इसके इस्तेमाल से स्किन तेलीय हो सकते हैं।
- इस तेल का इस्तेमाल स्किन पर अधिक देर तक ना करें।
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