अगर आप भी सोचते हैं कि फिटनेस का मतलब आपके कमर की चौड़ाई कम करना है, तो आप गलत हैं। फिटनेस के लिए आपके शरीर और लंबाई का सही अनुपात (बीएमआई), आपकी स्ट्रेंथ, आपका स्टैमिना और फ्लेक्सिबिलिटी आदि हैं। लेकिन हम में से ज्यादातर लोग सामने वाले की सेहत का अंदाजा उसके पेट और कमर के साइज के अनुसार ही लगाते हैं। मगर ये किसी भी व्यक्ति की फिटनेस को मापने का सही तरीका नहीं है। हमारे शरीर में आमतौर पर 2 तरह के फैट होते हैं, जिन्हें विसरल फैट और इंट्रामायोसेल्युलर फैट कहते हैं। इनमें से विसरल फैट वो होता है, जो आपके पेट, कमर और बॉडी ऑर्गन के आसपास के हिस्से में जमा होता है, जबकि इंट्रामायोसेल्युलर फैट वो होता है, जो मसल सेल्स में स्टोर होता है। इनमें से इंट्रामायोसेल्युलर फैट को सेहत के लिए ज्यादा खतरनाक समझा जाता है। इसलिए आपकी फिटनेस में सिर्फ कमर की चर्बी नहीं, बल्कि अन्य फैक्टर्स भी काम करते हैं, जैसे-
- आपका बीएमाई स्कोर (BMI Score)
- आपका DXA (हड्डियों की मजबूती का टेस्ट)
- आपके शरीर में ताकत
- आपके शरीर का स्टैमिना आदि।
इसे भी पढ़ें: अच्छी मसल्स वाली बॉडी चाहिए तो सिर्फ एक्सरसाइज नहीं पर्याप्त, खाएं प्रोटीन से भरपूर ये 5 हेल्दी फूड्स
अगर सिर्फ पेट की चौड़ाई कम करनी है, तो उसके बहुत सारे तरीके हैं, जिनके बारे में आप अक्सर सुनते ही रहते हैं। लेकिन अगर आप सचमुच फिट रहना चाहते हैं यानी अपनी हड्डियों, मांसपेशियों को मजबूत रखना चाहते हैं, शरीर में चर्बी नहीं जमा होने देना चाहते हैं और स्टैमिना बढ़ाना चाहते हैं, तो इस काम में आपकी मदद प्लांट बेस्ड डाइट आसानी से कर सकती है। आइए आपको बताते हैं क्या है ये डाइट और कैसे रखती है ये आपको फिट।
क्या है प्लांट बेस्ड डाइट?
प्लांट बेस्ड डाइट में आमतौर पर वो खाने-पीने की चीजें शामिल होती हैं, जो पेड़-पौधों से प्राप्त होती हैं। जी हां, प्लांट बेस्ड डाइट का मतलब घास-फूस बिल्कुल नहीं है, बल्कि सभी प्रकार की सब्जियां, दालें, अनाज, नट्स, फल और बीज आदि सभी प्लांट बेस्ड डाइट में आते हैं। इसके अलावा दूध भले ही जानवरों से प्राप्त होता है, मगर इन्हें भी मोटे तौर पर प्लांट बेस्ड डाइट में ही शामिल कर लिया जाता है। प्लांट बेस्ड डाइट का सेवन आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
प्लांट बेस्ड डाइट आपके लिए कैसे फायदेमंद है?
कई अध्ययन बताते हैं कि प्लांट बेस्ड फूड्स खाने वाले लोगों का बीएमआई स्कोर मांसाहारी लोगों से कहीं ज्यादा बेहतर होता है। इसके अलावा प्लांट बेल्ड डाइट से कमर के आसपास कम चर्बी जमा होती है और बॉडी फैट कम होता है। अध्ययन यह भी बताते हैं कि जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं, उन्हें प्लांट बेस्ड डाइट का सहारा लेना चाहिए। प्लांट बेस्ड डाइट इसलिए फायदेमंद है क्योंकि इसमें आपको ज्यादा से ज्यादा होल-फूड (साबुत भोजन) करना होता है, जिसकी वजह से आपके शरीर को ज्यादा पोषक तत्व मिलते हैं और फाइबर मिलता है। प्लांट बेस्ड डाइट में फाइबर की मात्रा अधिक होने के कारण इसे पचाने में शरीर की ज्यादा एनर्जी खर्च होती है, जिससे आपका पेट भी भरा रहता है और आपके शरीर में अतिरिक्त फैट भी नहीं जमा होता है। प्लांट बेस्ड डाइट में कैलोरीज भी अपेक्षाकृत कम होती हैं।
इसे भी पढ़ें: दूध या अंडा, किसका प्रोटीन है ज्यादा हेल्दी? क्या आप एक साथ अंडे और दूध का सेवन कर सकते हैं?
प्लांट बेस्ड डाइट के लिए क्या खा सकते हैं?
अगर आप प्लांट बेस्ड डाइट शुरू करना चाहते हैं, तो अपने खाने में सभी तरह की रंगीन सीजनल सब्जियां, सभी तरह के रंगीन ताजे फल, अनाज, लेग्यूम्स, नट्स आदि का सेवन करें। फल और सब्जियां ढेर सारे विटामिन्स, मिनरल्स, फाइबर, वाटर और प्रोटीन से भरे होते हैं, इसलिए इसका सेवन आपके पेट के लिए अच्छा होता है।
Read More Articles on Healthy Diet in Hindi